योगीराज में गायों की दुर्दशा: हरिहरपुर गौशाला में 20 गोवंश की एकमुश्त मौत...
हरदोई। टड़ियावां विकासखण्ड की हरिहरपुर गौशाला से हृदय विदारक समाचार आया है। दुर्व्यवस्थाओं के चलते वहां एकमुश्त 20 गोवंश काल का निवाला बन गए हैं। इतना ही नहीं, टोह पांच कुत्तों को लगी तो मौके पर पहुंच गए, जिन्हें 'रसगुल्लों में संखिया’ मिला कर खिला दिया, जिससे उनकी मौत हो गई। आरोप प्रधान प्रतिनिधि पर हैं। वहीं, प्रधान प्रतिनिधि का कहना है, भारी बरसात के कारण हुई अव्यवस्था में तीन चार गोवंश की मृत्यु हुई है। लेकिन, वायरल वीडियो उनके दावों की पोल खोल देता है।
सोमवार देर शाम एक वीडियो वायरल हुआ। दिख रहा है कि तमाम गोवंश खंदक में एक दूसरे के ऊपर मृत पड़े हैं। वीडियो वायरल होने के कुछ ही देर बाद टड़ियावां पुलिस को एक तहरीर मिली। आरोप था, हरिहरपुर गौशाला में मृत गोवंश को सूंघते हुए पांच कुत्ते पहुंचे तो प्रधान प्रतिनिधि ने सभी को रसगुल्लों में जहर देकर मार डाला। तहरीर देने वाले हरिहरपुर के मजरा अजीजपुर के दिवेश कुमार पुत्र गोविन्द ने उंगली प्रधान प्रतिनिधि राजेश शर्मा पर उठाई है। उसका कहना है, पांचों कुत्ते उसके गांव के हैं। ये प्रायः गौशाला की ओर जाया करते थे। रविवार को भी गए थे। लेकिन, बड़ी संख्या में मारे गए गोवंश की बात बाहर नहीं निकले, इसलिए पांचों कुत्तों को रसगुल्लों में जहर देकर मार दिया।
इस मामले में प्रधान प्रतिनिधि का जवाब अटपटा मिला। राजेश शर्मा के मुताबिक, पिछले दिनों हुई भारी बारिश में खंती में पानी भरने से दलदल जैसा हो गया। तीन से चार गोवंश उसमे फंस गए, जिन्हें निकालना मुश्किल था। बाडबंद गौशाला से निकल कर गोवंश खंती में कैसे पहुंच गए, इस पर शर्मा लाजवाब थे। सूचना मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ.एके सिंह को हुई, पर वह छुट्टी पर थे। लेकिन, उनके निर्देश पर डिप्टी सीवीओ आरपी शर्मा चार पांच डॉक्टर्स की टीम के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने प्रधान प्रतिनिधि राजेश शर्मा और सचिव से जानकारी हासिल की। लेकिन, डिप्टी सीवीओ के सवालों का संतोषजनक उत्तर नहीं दे सके। घटना को लेकर जिलाधीश मंगला प्रसाद सिंह से उनके सरकारी नम्बर पर सम्पर्क किया गया, पर कॉल पिक नहीं हुआ।
कछौना गौशाला में मृत मिले थे 40 गोवंश : 2022/23 में कछौना गौशाला में 40 गोवंश मृत होने का वीडियो वायरल हुआ था। इस मामले में गोरक्षक सुनील शुक्ला में एडीएम से लेकर एसडीएम संडीला से शिकायत की थी। लेकिन, मामले में उल्टा सुनील शुक्ला और एक अन्य पर प्रशासन ने मुकदमा लिखवा दिया था। लेकिन, भारी विरोध के बाद सुनील शुक्ला को मुकदमे से राहत दी गई थी। कछौना के बाद हरिहरपुर गौशाला से एकमुश्त 20 गोवंश मरने का मामला सामने आया है।