हरदोई: जो घुसपैठी घाटी में गरम बारूदी हवा देंगे, हम उनको जन्नत की हूरों से मिलवा देंगे, हरदोई का रसखान प्रेक्षागृह बना 'एक शाम डॉ.हरिओम पवार के नाम’ का साक्षी
हरदोई। पूर्व आईएएस राधेश्याम अग्रवाल जयंती और ज्ञानयोग परमार्थ ट्रस्ट का स्थापना दिवस पर रसखान प्रेक्षागृह में ’एक शाम डॉ. हरिओम पवार के नाम’ काव्य समारोह हुआ। कार्यक्रम में लोग ओज के जीवंत हस्ताक्षर डॉ. हरिओम पवार की ओजस्वी वाणी में उनकी रचनाएं दम साधे सुनते रहे।
बीच में उठने वालों से वह चुहल करने में भी नहीं चूके। उनसे पहले ओज के ही सशक्त हस्ताक्षर वेदव्रत वाजपेयी, पल्लवी मिश्रा और सरस्वती सदन मंत्री मनीष मिश्रा ने काव्यपाठ किया। प्रबंध ट्रस्टी सजीव अग्रवाल ’मुन्ना भैया’ ने सहधर्मिणी राधा अग्रवाल (देहदानी दम्पत्ति), सूर्यवर्धन अग्रवाल, यशवर्धन अग्रवाल और चांदनी अग्रवाल संग मुख्य अतिथि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अवध प्रांत प्रचारक कौशल और डॉ. हरिओम पवार का स्वागत किया।
ज्ञानयोग परमार्थ पब्लिक स्कूल के बच्चों ने स्वागत नृत्य के साथ मोबाइल फोन के अति प्रयोग से रिश्ते नातों में आ रही दूरियों पर संवेदनात्मक नृत्य नाटिका प्रस्तुत की। मंच का सशक्त संचालन वरिष्ठ पत्रकार महेश मिश्रा ने किया।
समारोह में भाजपा जिलाध्यक्ष अजीत सिंह बब्बन, पूर्व जिलाध्यक्ष श्री कृष्ण शास्त्री, राजीव रंजन मिश्रा, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष मुकेश अग्रवाल, पूर्व पालिकाध्यक्ष उमेश अग्रवाल, भारत परिषद के अध्यक्ष डॉ. सुरेश अग्निहोत्री, हरदोई बार के पूर्व अध्यक्ष त्रिलोकी सिंह गौर, इंद्रेश्वर नाथ गुप्ता, वरिष्ठ पत्रकार अरुणेश वाजपेई, भरत पाण्डेय, कुमुदिनी तिवारी, भाजपा जिला उपाध्यक्ष संजय सिंह गुड्डू, जिला महामंत्री अनुराग मिश्रा, सवायजपुर विधायक प्रतिनिधि रजनीश त्रिपाठी, कैलाश नारायण गुप्ता, आशुतोष वाजपेयी, सरस्वती सदन लाइब्रेरियन सीमा मिश्रा, वीरेंद्र वाजपेई सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।
मुख्य अतिथि आरएसएस के प्रांत प्रचारक कौशल ने कहा, डॉ. हरिओम पवार को सुनने का लोभ संवरण नहीं कर पाए और यहां उनके आगमन उन्हीं के लिए हुआ है।
....अब किसी पद्मिनी को जौहर करने की नहीं जरूरत है : नवोदित कवयित्री पल्लवी मिश्रा की रचना को सबने सराहा। उन्होंने पढ़ा, अब ना तमाचे जड़ पाएगा अपने गालों पर, हमने पैनी नजर गड़ा दी है घर के देश दलालों पर, रणचंडी श्रृंगार करेगी दुश्मन के मस्तूलों से, हमने सब कुछ सीख लिया है पृथ्वी राजभूलों से, खुली चुनौती दे दी हमने सभी दिग्पालों देशों को, कोई खींच नहीं पाएगा पांचाली के केशों को, पूरब पश्चिम उत्तर दक्षिण का हुआ शुभ हुआ मुहुरत है, अब किसी पद्मिनी को जौहर करने की नहीं जरूरत है।
वेदव्रत वाजपेई ने अपनी हस्ताक्षर कविताओं का पाठ किया। मनीष मिश्रा ने व्यंग्य कविताओं का पाठ किया। लेकिन, रसखान प्रेक्षागृह में जुटे लोगों को प्रतीक्षा थी डॉ.हरिओम पवार के अंदाज की, वो आए और छा गए।
हालांकि उन्होंने, कश्मीर किसी के अब्बा की जागीर नहीं हो सकती, मैं वो कलम नहीं हूं जो बिक जाए दरबारों में, मैं भारत का संविधान हूं लाल किले से बोल रहा हूं, मेरा अंतर्मन घायल है दिल की गांठें खोल रहा हूं, जैसी प्रतिनिधि रचनाएं पढ़ीं, पर प्रेक्षागृह ने उन्हें पूरी तन्मयता से सुना।
स्वदेश की खबर का असर...
जिलाधीश एमपी सिंह ने किया कार्यक्रम से किनारा, एसपी भी नहीं पहुंचे
हरदोई। पूर्व आईएएस राधेश्याम अग्रवाल जयंती और ज्ञानयोग परमार्थ ट्रस्ट का स्थापना दिवस के विशिष्ट स्थिति जिलाधीश मंगला प्रसाद सिंह और पुलिस अधीक्षक नीरज जादौन थे। लेकिन, आयोजन को लेकर स्वदेश के सोमवार के अंक '35 करोड़ का जुर्माना नहीं भरने पर जून में हुआ था कॉन्सेप्ट कार्स पर नोटिस चस्पा' शीर्षक से प्रमुखता से समाचार प्रकाशित होने के बाद कलेक्टर और कप्तान दोनों ने विवादास्पद कार्यक्रम से किनारा कर लिया।
दरअसल, ज्ञानयोग परमार्थ ट्रस्ट के नाम राजधानी रोड पर नानक गंज झाले में आवंटित भूमि पर बना खैराती अस्पताल गिरा कर अवैध कार शोरूम खड़ा किया गया है। ट्रस्ट में आवंटित भूमि के अतिरिक्त जंगल और ढाक की भूमि भी अनाधिकृत अतिक्रमण की गई है। मामला हाईकोर्ट में जाने पर 7 जून को सजीव अग्रवाल पर सिटी कोतवाली में धोखाधड़ी का केस रजिस्टर हुआ था और 10 जून को राजस्व विभाग ने 35 करोड़, 4 लाख, 60 हजार रुपए का जुर्माना किया था।
राजस्व विभाग ने शोरूम पर नोटिस चस्पा कर तय समय में जुर्माना जमा नहीं करने पर ध्वस्तीकरण की कार्यवाही का अल्टीमेटम दिया था। सजीव अग्रवाल सुप्रीम कोर्ट पहुंचे तो वहां से हाईकोर्ट बैरंग कर दिए गए थे। प्रकरण में फिलहाल कोई कार्यवाही नहीं हुई है और मामला उच्च न्यायालय में विचाराधीन है। समाचार प्रकाशित होने के बाद जिला मजिस्ट्रेट मंगला प्रसाद सिंह ने पूर्व आईएएस राधेश्याम अग्रवाल जयंती और ज्ञानयोग परमार्थ ट्रस्ट का स्थापना दिवस से कन्नी काट ली। दूसरे विशिष्ट अतिथि नीरज जादौन भी नहीं पहुंचे।