गृहमंत्री अमित शाह ने किये बाबा विश्वनाथ के दर्शन, मुख्यमंत्री ने अंग वस्त्र और मोमेंटो देकर किया सम्मानित
वाराणसी। देश के गृह मंत्री अमित शाह रविवार की शाम श्री काशी विश्वनाथ मंदिर पहुंचे। उन्होंने दर्शन पूजन करने के बाद निर्माणाधीन श्री काशी विश्वनाथ धाम का एक प्रेजेंटेशन देखा। इसके बाद वे रवाना हो गए। गृह मंत्री रविवार की शाम करीब 5:40 पर पांचो पंडवा से होते हुए रानी भवानी उत्तरी गेट पर पहुंचे। वहां उन्होंने बाबा को प्रणाम करते हुए मंदिर के गर्भ गृह में प्रवेश किया। गृह मंत्री के साथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी रहे।
गर्भगृह में जाकर गृह मंत्री ने बाबा श्री काशी विश्वनाथ का विधि विधान से पूजन अर्चन किया। मंदिर के पांच अर्चकों द्वारा षोडशोपचार पूजन कराया गया। पूजन करने के पश्चात मुख्यमंत्री ने गृहमंत्री को अंगवस्त्रम, रुद्राक्ष की माला और पीतल की शंख देकर सम्मानित किया। ततपश्चात गृहमंत्री अतिथि कक्ष में पहुंचे जहां उन्होंने मंदिर को शासन द्वारा तैयार की गई एक पीपीटी को देखा। इस पीपीटी में मंदिर के अद्यतन जानकारी और चल रहे निर्माण कार्यों के बारे में जानकारी कमिश्नर दीपक अग्रवाल द्वारा दी गई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गृहमंत्री को बताया कि श्रद्धालुओं को देखते हुए मंदिर परिसर, मंदिर चौक, यात्री सुविधा केंद्र, मुमुक्षु भवन, भोग शाला, यूटिलिटी बिल्डिंग, सुरक्षा भवन बनाया जा रहा है। इसमें से अधिकतर कार्य पूर्ण कर लिए गए हैं। जेट्टी और घाट डेवलेपमेंट का कार्य भी चल रहा है।
इस दौरान प्रदेश भाजपा अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, उत्तर प्रदेश के पिछड़ा वर्ग एवं दिव्यांगजन सशक्तिकरण मंत्री अनिल राजभर, धर्मार्थ कार्य मंत्री डॉ. नीलकंठ तिवारी, स्टांप एवं न्यायालय पंजीयन शुल्क राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रविंद्र जायसवाल, आईजी एस के भगत, कमिश्नर दीपक अग्रवाल, जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा, मुख्य कार्यपालक अधिकारी सुनील कुमार वर्मा, विनोद सिंह, उमेश कुमार सिंह, निखलेश मिश्रा सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।
सात तरह के विशेष पत्थरों का हो रहा इस्तेमाल : गौरतलब है कि जलासेन घाट से बाबा दरबार को जोड़ने वाले कॉरिडोर की भव्यता भी निखरकर सामने आने लगी है। काशी विश्वनाथ कॉरिडोर को सुंदर रूप देने के लिए सात तरह के विशेष पत्थरों का इस्तेमाल हो रहा है। इसमें बालेश्वर स्टोन, मकराना मार्बल, कोटा ग्रेनाइट और मैडोना स्टोन का मुख्य रूप से इस्तेमाल हो रहा है, जो आने वाले दिनों में देशी व विदेशी पर्यटकों और श्रद्धालुओं को आकर्षित करेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट कहे जाने वाले श्रीकाशी विश्वनाथ धाम को अगले माह अगस्त तक पूरा कराए जाने का समय सीमा निर्धारित है। मंदिर का ढांचा तैयार है बस फिनिशिंग का काम बाकी है। जो बहुत तेजी से युद्ध स्तर पर चल रहा है। जलासेन घाट से बाबा दरबार को जोड़ने वाले कॉरिडोर की भव्यता भी निखरकर सामने आने लगी है।
बताते चले कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 8 मार्च, 2019 को श्रीकाशी विश्वनाथ धाम की आधारशिला रखी थी। वर्तमान में कॉरिडोर निर्माण के दौरान मुख्य परिसर के अंदर चारों तरफ नक्काशीदार खंभे, मेहराब और महीन जालियां लगी हैं। पूरा कॉरिडोर मकराना मार्बल सहित अन्य सात तरीकों के पत्थर से तैयार किया जा रहा है। इनमें मकराना पत्थरों के लिए काम शुरू हो चुका है। श्री विश्वनाथ कॉरिडोर का परियोजना का खास आकर्षण गंगा की ओर से होगा। इस तरफ भी भव्य गेट बनाया जाएगा।