सौभाग्यवती पंचमी का राहु काल: कटरा-बिल्हौर हाई-वे हुआ रक्त-पथ, 6 महिलाओं, 3 बच्चों सहित 11 जानें निगल गई ट्रैफिक कायदों की बे-कदरी…

कटरा-बिल्हौर हाई-वे हुआ रक्त-पथ, 6 महिलाओं, 3 बच्चों सहित 11 जानें निगल गई ट्रैफिक कायदों की बे-कदरी…
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पीएम और सीएम ऑफिस से 4-4 लाख मुआवजे का मरहम, पर त्रासदी के जिम्मेदारों की नहीं तय जिम्मेदारी...

हरदोई। कार्तिक की शुक्ल पक्ष की सौभाग्यवती (जया) पंचमी के राहु काल (दोपहर 12 से 1.30 बजे) में 11 जिंदगियां काल कवलित हो गईं थीं। बिलग्राम कोतवाली इलाके में कटरा-बिल्हौर हाई-वे दिल दहला देने वाले रोड एक्सीडेंट में 6 महिलाओं, 3 बच्चों और 2 पुरुषों की मौत हुई थी और 3 की दशा गम्भीर है। सवारियों से ओवरलोड ऑटो रिक्शा बाइक सवार को बचाने के फेर में पलट गया और सामने से आई डीसीएम ने रिक्शा को उड़ा दिया था। रिक्शा के परखच्चे उड़ गए थे। हाई-वे पर लाशें छितरा गईं थीं और सड़क रक्तरंजित हो गई थी। जो गुजरा उधर से, उसका कलेजा मुंह को आ गया था।

2 नवम्बर : एसपी ने दिलाई थी नियमों के पालन की शपथ


सोमवार को ही पुलिस अधीक्षक नीरज जादौन ने पुलिस लाइंस से यातायात माह (नवम्बर) के तहत बच्चों को ट्रैफिक के कायदे और फायदे बताते हुए नियम पालन की शपथ दिलाई थी। मातहतों ने भी शपथ ली थी। इसके बाद जादौन ने सड़क सुरक्षा जागरूकता बाइक रैली को हरी झंडी दिखाई थी। लेकिन, दो दिन बाद भीषण सड़क हादसे में सामने आए तथ्य स्पष्ट हैं कि महकमे ने जादौन की शपथ को ’ड्यूटी’ में नहीं शामिल किया। अन्यथा समझा जा सकता है कि 04 सवारियों की क्षमता वाले थ्री व्हीलर ऑटो रिक्शा में 14 सवारियां कैसे ढोई जा सकती हैं, वह भी लाद-फांद कर हाई-वे पर फर्राटा कैसे भरते। एसपी जादौन से इस बाबत सवाल हुआ तो उन्होंने बात घुमा दी थी। बोले थे, घायलों का इलाज और मृतकों के परिजनों को सूचना प्राथमिकता है। फिर जोड़ा, दुर्घटना की जांच में जो भी दोषी होगा, कठोर दंडात्मक कार्यवाही होगी। लेकिन, घटना की जांच का कोई अपडेट सामने नहीं आया। जबकि, तथ्य है कि ऑटो रिक्शा जिस जगह से सवारियां भरते हैं वो जगह कोतवाली से 300 मीटर पर है और गंतव्य 500 मीटर, ऐसे में पुलिस की निगाह में नहीं आता हो ऐसा, ऐसा मानना मुश्किल है। हादसे के शिकार ऑटो का ओवरलोड में चालान भी हो चुका है।

एआरटीओ ने साढ़े पांच लाइन का खर्रा भेज पूरी कर दी ड्यूटी

सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी (प्रशासन) ने भीषण सड़क हादसे में कुल जमा साढ़े पांच लाइन का पत्र शासन को भेज कर अपना पल्ला झाड़ लिया। अपर परिवहन आयुक्त (प्रवर्तन) को भेजे पत्र में कहा है, डीसीएम और ऑटो के कागज सही और टैक्स जमा है। सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी (प्रशासन) ने बाइक को बचाने में हादसा होने की बात कह ड्यूटी निभा दी। चार की क्षमता वाले ऑटो में 14 सवारियां कैसे ढोई जा रही थीं, इस बाबत एआरटीओ ने कुछ उल्लेख नहीं किया है।

10 दिन पहले माधुरी को मिली थी सरकारी नौकरी

कटरा-बिल्हौर हाई-वे दिल दहला देने वाले रोड एक्सीडेंट में मारी गईं मल्लावां इलाके के माझगांव की माधुरी (37) के पति राजकुमार उन्नाव में पंचायत राज विभाग में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी था। उसकी 5 महीने पहले कैंसर से मौत हो गई थी। मृतक आश्रित माधुरी को 30 सितम्बर को नियुक्ति पत्र मिला था। 26 अक्तूबर को माधुरी को गंज मुरादाबाद के खैरहन गांव में तैनाती मिली थी। पति के फंड का कुछ भुगतान मिला था। मिले 2.20 लाल रुपए से उसने खंजरिया गांव के पास 16 बिसुआ जमीन के टुकड़े का सौदा किया था। हादसे वाले दिन बिलग्राम तहसील में जमीन के बैनामे के लिए माधुरी जा रही थी। पिता राम सिंह और मां रामप्यारी दूसरे ऑटो रिक्शा में थे। भांजे रामलाल और विमल बाइक से थे। चारों तहसील में माधुरी की प्रतीक्षा कर रहे थे, लेकिन उसकी मौत की खबर मिली।

4-4 लाख मृतकों, 50 हजार घायलों को केंद्र और राज्य से मुआवजा

दुर्घटना की भयावहता पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक्स पर शोक संवेदना जताते हुए मृतकों को अलग अलग 2-2 और घायलों को 50-50 हजार सहायता राशि की घोषणा की थी। जिला प्रशासन को राहत राशि तत्काल वितरित करने का निर्देश मुख्यमंत्री ने दिए थे।

हौलनाक हादसे का ये बने निवाला

बिलग्राम इलाके के रोशनपुर में कटरा-बिल्हौर हाईवे पर दर्दनाक दुर्घटना में बिलग्राम के इटौली के राजाराम की पत्नी नीलम (60), भतीजे राकेश की पत्नी राधा (30), राधा की बहन नीलम (40), मल्लावां के माझगांव की माधुरी (37), माधौगंज के पटियन पुरवा के आलोक की पत्नी सुनीता (35), उसकी पुत्री आंशी (11), पटेल नगर पूर्वी के सत्यम (20) सुरसा के सर्रा सथरा के विमलेश (17) सांडी के गुर्रा गांव की रोशनी (26), पुत्री वंशिका (5), पुत्र प्रांशु (1) की मौत हो गई। रोशनी का पति जख्मी है।

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