महाकुंभ-2025: श्रद्धालुओं के ठहरने के लिए होगी अत्याधुनिक व्यवस्था, अरैल एवं झूसी में पीपीपी मोड पर बसेगी टेंट सिटी...

श्रद्धालुओं के ठहरने के लिए होगी अत्याधुनिक व्यवस्था, अरैल एवं झूसी में पीपीपी मोड पर बसेगी टेंट सिटी...
पर्यटन एकम संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह बोले- विभाग ने की है जोरदार तैयारी

लखनऊ/प्रयागराज। महाकुंभ-2025 की मेजबानी के लिए प्रयागराज तैयार है। आस्था की डुबकी लगाने को श्रद्धालुओं में अभी से उत्साह है। चार महीने बाद देश-दुनिया से करोड़ों श्रद्धालु/पर्यटक संगमनगरी पहुंचेंगे। इसे ध्यान में रखते हुए राज्य पर्यटन विकास निगम सुविधाओं की श्रृंखला विकसित कर रहा है। संगम तट पर अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित टेंट सिटी बसायी जाएगी। श्रद्धालुओं के ठहरने के साथ व्यवस्थित तरीके से स्नान, ध्यान, पूजा-अर्चना की व्यवस्था की जा रही है। आगंतुकों को यहां हेलीकॉप्टर भ्रमण, वाटर स्पोर्ट्स, एडवेंचर टूरिज्म व लजीज व्यंजन का आनंद लेने का मौका मिलेगा। यह जानकारी पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने दी।

पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह

उन्होंने बताया कि स्टेट टूरिज्म डेवलपमेंट कॉरपोरेशन की ओर से परेड मैदान में पहले की तरह पारंपिक टेंट सिटी बसाई जाएगी। टेंट सिटी तीन अलग-अलग श्रेणियों में बसाया जाएगी। विला, महाराजा और स्विस कॉटेज में लोगों के रहने-खाने की रूपरेखा तैयार की गई है। अरैल एवं झूसी में पीपीपी मोड पर टेंट सिटी बसायी जाएगी। झूंसी में ढाई एकड़ में टेंट सिटी का निर्माण होगा, जिसमें 200 कॉटेज तैयार होंगे। यहां सुपर डीलक्स, प्रिमियम, विला आदि श्रेणी में सुविधाएं मिलेंगी। अरैल में 25 एकड़ में सजने वाली टेंट सिटी में 2,000 कॉटेज होंगे। यहां डीलक्स, सुपर डीलक्स और लग्जरी श्रेणी की सुविधाएं मिलेंगी।

पर्यटन मंत्री ने बताया कि टेंट सिटी में श्रद्धालुओं के लिए कई विशेष व्यवस्था होगी। यहां आध्यात्मिक माहौल के साथ योग, यज्ञ, प्रवचन, भजन संध्या, प्राकृतिक चिकित्सा, रिवर व्यू, सांस्कृतिक गतिविधियां, साइकिलिंग के साथ सोशल कैम्पिंग और स्वदेशी/स्थानीय स्वादिष्ट व्यंजनों की व्यवस्था की जा रही है। यूपीएसटीडीसी महाकुंभ 2025 को यादगार बनाने के प्रयास में जुटी है। आगंतुकों को अध्यात्म के साथ रोमांच का अनुभव मिले, इसके लिए वाटर स्पोर्ट्स, पैरासेलिंग या पैरामोटरिंग का प्रबंध किया गया है। महाकुंभ के दौरान प्रयागराज की पर्यटन क्षमता को बढ़ावा देने के लिए मेला मैदान के अरैल घाट पर वाटर स्पोर्ट्स के आयोजन की भी योजना है।

जयवीर सिंह ने बताया कि संगमनगरी आने वाले श्रद्धालु/पर्यटक रेत पर बसे शहर में टैंट सिटी के साथ-साथ योग-प्राणायाम और मेडिटेशन सत्र का हिस्सा भी बन सकते हैं। दुनियाभर के फोटोग्राफरों के लिए महाकुंभ अविस्मरणीय और अद्वितीय क्षणों को कैद करने का सुनहरा अवसर प्रदान करता है। उन्होंने बताया कि महाकुंभ मेला दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक-आध्यात्मिक आयोजनों में से एक है। पहले से अधिक दिव्य और भव्य आयोजन होने जा रहा है। देश-दुनिया से आने वाले श्रद्धालुओं के स्नान-ध्यान के साथ ठहरने व भ्रमण करने की अच्छी व्यवस्था की जा रही है। प्रयागराज के मंदिरों का विकास, सौंदर्यीकरण, यात्री सुविधाओं के साथ-साथ इंफ्रास्ट्रक्चर से जुड़ी परियोजनाओं को तेजी से पूरा किया जा रहा है।

पिछले छह माह में यूपी घूमने आए 33 करोड़ पर्यटक, उत्तर प्रदेश वैश्विक स्तर पर पर्यटन हब के रूप में उभरा, पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने जारी किया आंकड़ा

लखनऊ। उत्तर प्रदेश पर्यटन के क्षेत्र में फिर नया कीर्तिमान रचने के लिए तैयार है। मौजूदा वर्ष के बीते छह माह में 33 करोड़ पर्यटकों ने यहां का रुख किया। अयोध्या ने काशी को भी पीछे छोड़ दिया। यहां छह माह में 11 करोड़ लोग पहुंचे। वर्ष 2022 में प्रदेश में जितने पर्यटक आए थे, उससे एक करोड़ से भी अधिक इस वर्ष शुरुआती छह माह में पहुंचे। इसी तरह, वर्ष 2023 के शुरुआती छह माह में आए पर्यटकों की संख्या से 13 करोड़ से भी अधिक है। यह जानकारी पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने दी।

उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश में हाल के वर्षों में पर्यटन बहुत तेजी से बढ़ा है। इस वर्ष अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में रामलला के विराजमान होने के बाद पर्यटकों का आगमन तेजी से बढ़ा है। इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि छह माह में कुल 32 करोड़ 98 लाख 18 हजार 122 पर्यटक यूपी में भ्रमण के लिए आए, जबकि वर्ष 2022 में पूरे एक वर्ष में लगभग 31 करोड़ 86 लाख पर्यटक आए थे। इसी तरह बीते वर्ष के शुरुआत छह माह में 19 करोड़ 60 लाख 34 हजार 967 पर्यटक आए थे। यानी बीते वर्ष की तुलना में इस साल 13 करोड़ 37 लाख 83 हजार 155 पर्यटक अधिक आए थे। इस वर्ष उत्तर प्रदेश आने वाले कुल पर्यटकों में 32 करोड़ 87 लाख 81 हजार 348 घरेलू, जबकि 10 लाख 36 हजार 774 विदेश से आए पर्यटक हैं।

जयवीर सिंह ने बताया कि प्रदेश में सबसे ज्यादा पर्यटक अयोध्या पहुंचे हैं। छह माह में 109969702 घरेलू, 2851 विदेशी यानी कुल 109972553 पर्यटक आए थे। वाराणसी में 45982313 घरेलू 133999 विदेशी 46116312 कुल पर्यटक आए। प्रयागराज में 45394772 घरेलू 3668 विदेशी 45398440 कुल पर्यटक आए। मथुरा में 30702513 घरेलू 49619 विदेशी 30752132 कुल पर्यटक आए। लखनऊ में 3506981 घरेलू 7108 विदेशी 3514089 कुल पर्यटक आए। आगरा में 6984352 घरेलू और 703860 विदेशी अर्थात कुल 7688212 पर्यटक आए। पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश पर्यटन के क्षेत्र में वैश्विक स्तर पर अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज करा रहा है। यहां निरंतर पर्यटन स्थलों और पर्यटक सुविधाओं का विकास किया जा रहा है।

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