परभणी हिंसा: बाबा साहेब की प्रतिमा के अपमान पर भड़की मायावती, कहा- सरकार असामाजिक तत्वों पर एक्शन ले वरना...
Mayawati on Parbhani Violence
Mayawati on Parbhani Violence : लखनऊ। बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर की मूर्ति तोड़ने को लेकर परभणी हिंसा पर मायावती भड़क गई है। उन्होंने इस मामले पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि, राज्य सरकार को इस मामले में जल्द ही कुछ एक्शन लेना चाहिए वरना स्थिति और भी ज्यादा बिगड़ सकती है।
लोगों से शांति बनाने की अपील
दरअसल, बसपा सुप्रीमो मायावती ने गुरूवार 12 दिसंबर को परभणी हिंसा को लेकर प्रतिक्रिया दी है। इस दौरान उन्होंने कहा कि, महाराष्ट्र राज्य के परभणी में स्थित भारतरत्न बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर की प्रतिमा एवं संविधान का किया गया अपमान अति-निन्दनीय व शर्मनाक। इस घटना से पार्टी काफी दुःखी व चिन्तित भी है।
मायावती ने आगे कहा कि, वहाँ (महाराष्ट्र) की राज्य सरकार, ऐसे जातिवादी व असामाजिक तत्वों के विरुद्ध तुरन्त सख़्त क़ानूनी कार्रवाई करे, वरना वहाँ हालात् काफी बिगड़ सकते हैं। सभी से शान्ति-व्यवस्था बनाये रखने की अपील।
ये है पूरा मामला
रिपोर्ट्स के मुताबिक, परभणी में कलेक्टर कार्यालय के सामने डॉक्टर बाबा साहेब अंबेडकर की मूर्ति स्थित है और उनके सामने संविधान की प्रति रखी हुई है। 10 दिसंबर (मंगलवार) की शाम को एक शख्स ने संविधान की प्रति को नुकसान पहुंचाया। जैसे ही यह घटना स्थानीय लोगों को पता चली, उन्होंने हंगामा करना शुरू कर दिया और आरोपी की पिटाई कर दी।
सूचना मिलते ही नया मोंढा पुलिस टीम मौके पर पहुंची और आरोपी को हिरासत में ले लिया। इसके बाद सैकड़ों लोग बाबा साहेब अंबेडकर की प्रतिमा के पास इकट्ठा होकर आंदोलन करने लगे, जिससे स्थिति और तनावपूर्ण हो गई। शहर में धीरे-धीरे बवाल बढ़ने लगा।
घटना की सूचना मिलते ही सब डिवीजनल पुलिस अधिकारी दिनकर दंबाले, क्राइम ब्रांच के पुलिस इंसपेक्टर अशोक घोरबंद, नया मोंढा पुलिस इंसपेक्टर शरद मरे और सहायक पुलिस इंसपेक्टर बीआर बंदखड़के के साथ आरसीपी प्लाटून और अन्य थानों की पुलिस टीम मौके पर पहुंची। पुलिस ने लोगों से शांत रहने की अपील की। हालांकि, इस दौरान प्रदर्शनकारी लोग आरोपी को कड़ी सजा देने की मांग करने लगे। इस घटना के बाद शहर में तनावपूर्ण माहौल बन गया।