मिल्कीपुर उपचुनाव 2024: 65.12% मतदान के साथ खत्म हुआ चुनाव, भाजपा और सपा में कड़ा मुकाबला, 8 को आएंगे नतीजे
![65.12% मतदान के साथ खत्म हुआ चुनाव, भाजपा और सपा में कड़ा मुकाबला, 8 को आएंगे नतीजे 65.12% मतदान के साथ खत्म हुआ चुनाव, भाजपा और सपा में कड़ा मुकाबला, 8 को आएंगे नतीजे](https://www.swadeshnews.in/h-upload/2025/02/05/1467622-subject-49.webp)
मिल्कीपुर उपचुनाव 2024: उत्तर प्रदेश के मिल्कीपुर विधानसभा क्षेत्र में हुए उपचुनाव का मतदान बुधवार को शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो गया। भारतीय चुनाव आयोग के अनुसार, शाम 5 बजे तक कुल 65.12% मतदान दर्ज किया गया, जो 2022 के विधानसभा चुनाव की तुलना में अधिक है। पिछले चुनाव में यहां 60% मतदान हुआ था, जबकि इस उपचुनाव में यह आंकड़ा 65% से अधिक पहुंच गया। मिल्कीपुर उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी और समाजवादी पार्टी के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिला। भाजपा से चंद्रभानु पासवान, सपा से अजीत प्रसाद सहित कुल 10 प्रत्याशी चुनावी मैदान में थे। बसपा इस उपचुनाव में नहीं उतरी, जबकि कांग्रेस ने अपने गठबंधन सहयोगी सपा को समर्थन दिया। आजाद समाज पार्टी भी इस सीट से अपनी किस्मत आजमा रही है।
मतदान में मतदाताओं का जोश
सुबह 7 बजे मतदान शुरू हुआ और शाम 5 बजे तक चला। मतदान केंद्रों पर सुबह से ही लंबी कतारें देखी गईं, जिससे यह स्पष्ट हो गया कि मतदाताओं में जबरदस्त उत्साह था। दोपहर 3 बजे तक 57.13% मतदान हो चुका था, जो दिन समाप्त होते-होते 65.12% तक पहुंच गया। मतदान समाप्ति के बाद भी कतारों में लगे मतदाताओं को मतदान करने दिया गया, जिससे अंतिम आंकड़ा थोड़ा और बढ़ सकता है।
मतदान के लिए कड़े सुरक्षा इंतजाम
निर्वाचन आयोग और प्रशासन ने मतदान को निष्पक्ष और शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए थे। किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए पुलिस और अर्धसैनिक बलों की तैनाती की गई थी। मतदान केंद्रों पर ईवीएम का सुचारू संचालन सुनिश्चित किया गया, जिससे मतदाताओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो।
मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव की जरूरत तब पड़ी जब सपा के वरिष्ठ नेता अवधेश प्रसाद ने 2024 के लोकसभा चुनाव में फैजाबाद लोकसभा सीट जीतने के बाद विधानसभा सीट से इस्तीफा दे दिया। सपा इस सीट को बरकरार रखना चाहती है, जबकि भाजपा इसे 2022 में मिली हार का बदला लेने के मौके के रूप में देख रही है।
कब आएगा नतीजा?
अब सभी की नजरें 8 फरवरी पर टिकी हैं, जब मतगणना होगी और मिल्कीपुर के नए विधायक का फैसला होगा। यह चुनाव राजनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि इसके नतीजे 2027 के यूपी के विधानसभा के लिए काफी महत्वपूर्ण माने जा रहे हैं।