माफिया विधायक मुख्तार अंसारी को नैनी जेल भेजने पर गैंगवार की आशंका

माफिया विधायक मुख्तार अंसारी को नैनी जेल भेजने पर गैंगवार की आशंका
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मुख्तार अंसारी से बसपा सांसद अतुल राय की जान को खतरा है। इस बात की पुष्टि हुई है।

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी बांदा सेंट्रल जेल में बंद है। कुछ महीनों पहले उनको पंजाब की रोपड़ जेल से बांदा जेल में शिफ्ट किया गया था। अब इस मामले में एक अहम और बड़ी जानकारी हाथ लगी है। पहले मुख्तार अंसारी को नैनी सेंट्रल जेल में शिफ्ट करवाना था। लेकिन बसपा सांसद अतुल राय कारण उनको नैनी सेंट्रल जेल में शिफ्ट नहीं किया गया।

प्रयागराज के एसपी इंटेलिजेंस की खुफिया एजेंसी के यहां से एक लेटर प्राप्त हुआ है। जिसमें मुख्तार अंसारी से बसपा सांसद अतुल राय की जान को खतरा है। इस बात की पुष्टि हुई है। जिसमें साफतौर पर लिखा हुआ है कि मुख्तार अंसारी और अतुल राय के बीच वाद-विवाद के कारण किसी घटना से इनकार नहीं किया जा सकता है। इसलिए मुख्तार अंसारी को नैनी सेंट्रल जेल में स्थानांतरण करना सही साबित नहीं हो सकता। इसको लेकर मार्च 2021 में बसपा सांसद अतुल राय ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और एमपी एमएलए कोर्ट में एक पत्र भेजा था। जिसमें लिखा गया था कि बसपा सांसद अतुल राय को मुख्तार अंसारी से खतरा है। मुख्तार अंसारी के नैनी सेंट्रल जेल में आने के बाद अतुल राय की जान खतरे में पड़ जाएगी। इस मामले को योगी आदित्यनाथ ने संज्ञान लेते हुए चिट्ठी के लिखे गए हर एक शब्द की जांच प्रयागराज के एसपी इंटेलिजेंस टीम को दी। इस मामले की जांच पड़ताल की गई तो प्रयागराज एसपी द्वारा मामला सही पाया गया और उन्होंने अपनी रिपोर्ट लगाकर योगी आदित्यनाथ को भेज दी थी। जिसके बाद मुख्तार अंसारी को नैनी सेंट्रल जेल की बजाय बांदा जेल में शिफ्ट किया गया।

अतुल राय और मुख्तार अंसारी में थी गहरी दोस्ती

लेकिन अब अतुल राय द्वारा लिखे गए पत्र से इस बात की पुष्टि हुई है कि अतुल राय और मुख्तार अंसारी आपस में पहले घनिष्ठ रहे होंगे। एक रिपोर्ट के मुताबिक अतुल राय और मुख्तार अंसारी के बीच किसी बात पर विवाद हुआ होगा और दोनों एक दूसरे के दुश्मन बन गए होंगे। यह पूरा प्रकरण अभी तक किसी के समझ में नहीं आया है। लेकिन जब दोनों जेल से बाहर थे तो दोनों को काफी बाद एक साथ देखा गया था। अब अतुल राय बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी से दूरियों बनाना चाहते हैं। उनका नाम काफी बार मुख्तार अंसारी के साथ शामिल हुआ है। लेकिन वह अब मुख्तार अंसारी का नाम अपने नाम के साथ से हटाना चाहते हैं।

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