यूपी : भाजपा के प्रचार के लिए दिन - रात पदयात्रा जारी
वेबडेस्क। मोहन महापात्रा 27 साल की उम्र में महात्मा गांधी की वेशभूषा चांदी के रंग में रंगे और महात्मा गांधी की तरह लिबास पहने उत्तर प्रदेश चुनाव में भाजपा के प्रचार के लिए बिना पैसे दिन-रात मेहनत कर रहे हैं। उन्होंने भाजपा का प्रचार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उनकी विचारधारा और स्वच्छ भारत अभियान जैसी उनकी नीतियों से प्रभावित होकर शुरू किया है। उत्तरप्रदेश सबसे बड़ा राज्य और देश का हृदय है। उनके मुताबिक, यदि हृदय सही से काम करता है तो पूरा शरीर अच्छे से कार्य करता है।
सात राज्यों की -
ओडिशा के रहने वाले 27 वर्षीय महापात्रा सिल्वर गांधी के नाम से लोकप्रिय हैं और यूपी में भाजपा का चुनाव प्रचार करते हुए वे लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बन गए हैं। इससे पहले मोदी सरकार के स्वच्छ भारत अभियान का संदेश जन-जन तक पहुंचाने के लिए वे भारत के सात राज्यों की पदयात्रा कर चुके हैं। उनका कहना है कि वे यूपी में भाजपा की जीत सुनिश्चित करने के लिए डेरा डाल चुके हैं। ये मंदिर और मठों में रात्रि विश्राम करके काम चलाते हैं और खुद बताते हैं कि वह किसी से पैसे नहीं लेते।
मां की कान की बालियां बेचकर यात्रा की शुरुआत -
सिल्वर गांधी के नाम से मशहूर हैं महापात्रा सिल्वर गांधी आखिर बीजेपी के लिए इतनी मेहनत और वो भी बिना कोई पैसे लिए क्यों कर रहे है उनका कहना है कि उन्होंने इस यात्रा की शुरुआत 2016 में उस पैसे से की थी, जो उनकी मां ने अपनी कान की बालियां बेचकर उन्हें दीथीं। वह कहते हैं कि इस काम के लिए वह किसी से पैसे नहीं लेते हैं और अपनी इच्छा से ये सब करते हैं। वे 8 फरवरी को ही लखनऊ पहुंचे हैं, जिस दिन बीजेपी ने यूपी विधानसभा चुनावों के लिए अपना मैनिफेस्टो जारी किया है। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और योगी आदित्यनाथ के साथ मुलाकात के बाद से वह प्रचार अभियान में जुट गए हैं।
सिराथू और गोरखपुर भी प्रचार के लिए जाएंगे -
महापात्रा ने कहा चुनाव खत्म होने तक मैं यहीं पर हूं। फिर मैं कौशांबी जाऊंगा, जहां पर मैं केशव प्रसाद मौर्य (उपमुयमंत्री) के लिए सिराथू (विधानसभा सीट) में प्रचार करूंगा। फिर मैं पैदल ही योगी आदित्यनाथ के प्रचार के लिए गोरखपुर जाऊंगा। सिराथू में पांचवें चरण में 27 फरवरी को और गोरखपुर में छठे चरण में 3 मार्च को वोटिंग है।
मोदी को अपना आदर्श मानते है -
सिल्वर गांधी का कहना है कि उन्होंने भाजपा का प्रचार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उनकी विचारधारा और स्वच्छ भारत अभियान जैसी उनकी नीतियों से प्रभावित होकर शुरू किया है। यूपी में प्रचार करना उन्होंने यों तय किया है, तो इसके बारे में वे कहते हैं कि यह सबसे बड़ा राज्य और देश का हृदय है। उनके मुताबिक, यदि हृदय सही से काम करता है तो पूरा शरीर अच्छे से कार्य करता है। मैं यह सुनिश्चित करना चाहता हूं योगी फिर से मुख्यमंत्री बनें। वे कहते हैं कि विधानसभा चुनावों के बाद वे पैदल ही नई दिल्ली जाना चाहते हैं और प्रधानमंत्री से मिलना चाहते हैं। वे कहते हैं, मैं बीजेपी के बड़े नेताओं से मिल चुका हूं। यहां तक कि मैं राष्ट्रपति से भी मिल चुका हूं, लेकिन मैं मोदी, मेरे आदर्श से नहीं मिल पाया हूं।
मोहन महापात्रा कौन है ?
महात्मा गांधी की वेशभूषा रखने के बारे में उनका कहना है कि वे उनके सपनों को पूरा करना चाहते हैं, जैसे कि स्वच्छता। उन्होंने कहा है, मैं सात राज्यों की पैदल यात्रा कर चुका हूं, कोलकाता समेत राजस्थान, हरियाणा, गुजरात और पंजाब में सफाई का संदेश फैलाने के लिए।उन्हें महात्मा गांधी की तरह सड़क से लंबी यात्रा के लिए तत्कालीन केद्रीय मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौर जयपुर में सम्मानित भी कर चुके हैं। भुवनेश्वर के संगीत महाविद्यालय के छात्र रहे महापात्रा ने पहली पदयात्रा 26 जून, 2016 को पुरी स्थित भगवान जगन्नाथ मंदिर से शुरू की थी। 2018 में पिता के निधन के बाद उनके लिए उनकी मां ही सब कुछ हैं। उनकी कहानी पर सिल्वर गांधी के नाम से एक फिल्म भी आ रही है। यह फिल्म 6 भाषाओं डब की जाएगी।