Sambhal Violence: संभल हिंसा मामले की SIT जांच के लिए याचिका दाखिल, पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग
संभल हिंसा मामले की SIT जांच के लिए याचिका दाखिल
Sambhal Violence : इलाहाबाद, उत्तरप्रदेश। संभल हिंसा मामले की जांच की मांग को लेकर याचिका दाखिल की गई है। इस मामले की जांच की मांग को लेकर दाखिल जनहित याचिका में हाई कोर्ट के रिटायर्ड जस्टिस की अध्यक्षता में SIT जांच कराने की मांग की गई है। याचिका के माध्यम से फायरिंग, बर्बरता में शामिल पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग भी की गई है। DM, SP के साथ - साथ संबंधित अधिकारियों की भूमिका की जांच की मांग भी की गई है। आनंद प्रकाश तिवारी की तरफ से इमरान, विनीत ने याचिका दाखिल की है।
24 नवंबर को शाही जामा मस्जिद सर्वे पर हुए पथराव की घटना के बाद आज (28 नवंबर) संभल पुलिस ने फ्लैग मार्च किया। संभल में हुई हिंसा में चार लोगों की मौत हुई थी और कई पुलिस कर्मी घायल हुए थे। संभल के एडिशनल एसपी श्रीशचंद ने कहा, "हमने सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया है और सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं। हम सभी कार्यक्रमों को सुरक्षित तरीके से आयोजित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं... हिंसा का कोई संकेत नहीं है और हर महत्वपूर्ण बिंदु पर पुलिस बल तैनात है... कल (शाही जामा मस्जिद में) नमाज अदा की जाएगी।"
जानकारी के अनुसार, संभल हिंसा मामले में तीन और आरोपी हिरासत में लिए गए हैं। इसके अलावा मामले में 49 अन्य आरोपियों की पहचान हुई है। संभल में कोर्ट के आदेश पर हुए जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान भड़की हिंसा के बाद पुलिस-प्रशासन लगातार कार्रवाई कर रही है।
74 अन्य दंगाइयों-बलवाइयों की पहचान की गई है जो अभी फरार हैं, उनकी तलाश जारी है। इस बीच योगी सरकार संभल में उपद्रव करने वाले आरोपियों पर सख्त एक्शन लेने के मूड में है। सूत्रों के अनुसार सरकार ने निर्णय लिया है कि हिंसा-आगजनी के कारण हुए सार्वजनिक और निजी संपत्ति के नुकसान की भरपाई वह दंगाइयों-बलवाइयों से ही करेगी।