प्रयागराज: महाकुंभ में श्रद्धालु लगा रहे डुबकी, जानिए मौनी अमावस्या पर कितने करोड़ लोगों ने किया स्नान

महाकुंभ में श्रद्धालु लगा रहे डुबकी, जानिए मौनी अमावस्या पर कितने करोड़ लोगों ने किया स्नान
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Mahakumbh : उत्तरप्रदेश। प्रयागराज महाकुंभ में गुरुवार सुबह से श्रद्धालु संगम में डुबकी लगा रहे हैं। बीते दिनों हुई भगदड़ के बाद यहां व्यवस्था और सख्त कर दी गई है। बताया जा रहा है कि, अब तक 27.58 करोड़ लोग संगम में स्नान कर चुके हैं।

भारत की आस्था और एकता के महोत्सव 'महाकुम्भ-2025, प्रयागराज' में 'मौनी अमावस्या' के अवसर पर 7.64 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने 'पवित्र अमृत स्नान' किया था। इस तरह बुधवार तक 27.58 करोड़ से अधिक श्रद्धालु पावन संगम में पवित्र स्नान कर चुके हैं। आबादी के लिहाज से देखा जाए जितने लोगों ने मौनी अमावस्या पर संगम में स्नान किया उनकी संख्या पश्चिम के कई देशों से अधिक है।

ब्रिटेन और स्पेन जैसे देशों में इतनी जनसंख्या भी नहीं जितने लोग मौनी अमावस्या पर प्रयागराज आए। जनसंख्या घनत्व की बात की जाए तो प्रयागराज का जनसंख्या घनत्व ऑस्ट्रेलिया जैसे देश से भी अधिक था।

महाकुंभ में भगदड़ के बाद 5 बड़े बदलाव :

प्रयागराज महाकुंभ में संगम तट पर हुई भगदड़ और दुखद मौतों के बाद प्रशासन ने सख्त कदम उठाते हुए पांच बड़े बदलाव लागू किए हैं। अब पूरे मेला क्षेत्र को नो-व्हीकल जोन घोषित कर दिया गया है, जिससे किसी भी प्रकार के वाहन को अंदर जाने की अनुमति नहीं होगी।

1. मेला क्षेत्र पूरी तरह नो-व्हीकल जोन – सभी प्रकार के वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध।

2. VVIP पास हुए रद्द – किसी भी विशेष पास के जरिए वाहन को प्रवेश नहीं मिलेगा।

3. रास्ते किए गए वन-वे – श्रद्धालुओं के सुगम आवागमन के लिए एक तरफा मार्ग व्यवस्था लागू।

4. वाहनों की एंट्री पर रोक – प्रयागराज से सटे जिलों से आने वाले वाहनों को जिले की सीमा पर रोका जा रहा है।

5. 4 फरवरी तक सख्त प्रतिबंध – शहर में चार पहिया वाहनों की एंट्री पर पूरी तरह से रोक रहेगी।

प्रशासन का कहना है कि इन बदलावों का उद्देश्य कुंभ क्षेत्र में भीड़ को नियंत्रित करना और श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करना है। श्रद्धालुओं से अपील की गई है कि वे प्रशासन के निर्देशों का पालन करें और किसी भी तरह की अव्यवस्था से बचने में सहयोग करें।

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