सिद्धार्थनगर: अपनी ही सरकार में एसपी के खिलाफ अपना दल (एस) विधायक विनय वर्मा का अनशन दूसरे दिन भी जारी…

अपनी ही सरकार में एसपी के खिलाफ अपना दल (एस) विधायक विनय वर्मा का अनशन दूसरे दिन भी जारी…
पुलिसिया कार्यशैली से नाराज विधायक ने एसपी पर लगाए गंभीर आरोप

स्वदेश समाचार, सिद्धार्थनगर : सिद्धार्थनगर जिले की पुलिस अधीक्षक प्राची सिंह पर अपना दल (एस) के शोहरतगढ़ विधायक विनय वर्मा ने गंभीर आरोप लगाते हुए एसपी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। मंगलवार को विधायक विनय वर्मा ने सिद्धार्थनगर नगर पालिका परिषद कार्यालय के सामने महात्मा गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर अनिश्चित कालीन अनशन पर बैठ गए। जैसे ही इसकी खबर उनके समर्थकों को लगी बड़ी संख्या में लोग जुटते चले गए। विधायक विनय वर्मा बीती रात अनशन स्थल पर ही अपने समर्थकों के साथ सोए रहे।

विधानसभा अध्यक्ष को तीन दिन पहले दी थी सूचना

विधायक विनय वर्मा ने आरोप लगाया कि थानों में पीड़ितों के खिलाफ ही मामले दर्ज किए जा रहे हैं और उनकी बात भी नहीं सुनी जा रही है। पूर्व निर्धारित समय के अनुसार विधायक विनय वर्मा ने तीन दिन पहले विधानसभा अध्यक्ष को इसकी सूचना दी थी। मंगलवार सुबह से ही अनशन स्थल पर तैयारियां शुरू हो गई थीं, दिन भर अधिकारियों और विधायक के बीच बातचीत चलती रही।

जिसके कारण अपराह्न करीब तीन बजे विधायक विनय वर्मा ने अनशन शुरू किया।

भाजपा जिलाध्यक्ष व डीएम के मुलाकात के बाद भी नहीं बनी बात

मामले को सुलझाने के प्रयास में भाजपा जिलाध्यक्ष कन्हैया पासवान ने विधायक के साथ जिलाधिकारी डॉ. राजा गणपति आर से मुलाकात की। बैठक के बाद अनशन को लेकर अनिश्चितता की स्थिति बनी रही और विधायक अपने समर्थकों के साथ तीन घंटे तक भाजपा कार्यालय में रहे, लेकिन दोपहर 3 बजे उन्होंने फिर से अनशन पर बैठने का निर्णय लिया। विधायक का आरोप है कि उनके विधानसभा क्षेत्र में पुलिस जनता का उत्पीड़न कर रही है और भ्रष्टाचार में लिप्त है। उन्होंने अवैध खनन, नशीले पदार्थों की तस्करी जैसे गंभीर मुद्दों पर पुलिस की निष्क्रियता का आरोप लगाया है।

एसपी के खिलाफ कार्रवाई पर अड़े विधायक

ढेबरुआ थाना क्षेत्र के ग्राम गड़रखा में अवैध बालू खनन के दौरान ट्रैक्टर पलटने एवं आग लगने से चालक मायाराम की जलकर मौत हो गई थी। मामले में विधायक की पैरवी के बावजूद पीड़ित को न्याय नहीं मिला। 5 जुलाई को आयुक्त सभागार बस्ती में आयोजित समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सामने भी इस मुद्दे पर सही जवाब नहीं दिया गया। विधायक विनय वर्मा ने अपने विशेषाधिकार हनन की भी शिकायत की है। उनकी मांग है कि शोहरतगढ़ थानाध्यक्ष, जिन्होंने उनसे अमर्यादित भाषा में बात की, उनको निलंबित किया जाए और पुलिस अधीक्षक के खिलाफ भी कार्रवाई की जाए।

अपना दल (एस) प्रदेश अध्यक्ष ने कार्यकर्ताओं को अनशन से दूर रहने की दी चेतावनी

विधायक विनय वर्मा के द्वारा अनशन शुरू किए जाने के दौरान अपना दल (एस) प्रदेश अध्यक्ष राजकुमार पाल का एक पत्र सोशल मीडिया पर जमकर वायरल होना शुरू हो गया। जिसके माध्यम से अपना दल (एस) के कार्यकर्ताओं को अनशन से दूर रहने की चेतावनी दी गई है।

अपनादल एस के विधायक के स्थानीय पुलिस के खिलाफ धरने के मामला में अपना दल एस के प्रदेश अध्यक्ष की चिट्ठी भी वायरल हो रही है। पार्टी प्रदेश अध्यक्ष ने लिखा धरने को पार्टी की अनुमति नहीं, पार्टी पदाधिकारी अगर धरने में गए तो अनुशासनहीनता मानी जाएगी।



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