हरदोई: एसवी सिंह की सहारा मीडिया के सलाहकार संपादक पद से विदाई…

हरदोई। ज़र्रा समझ के यूँ न मिला मुझको ख़ाक में, ऐ आसमान मैं भी कभी आफ़ताब था...। बैंकिंग सेक्टर में ब्रांच मैनेजर की पोस्ट से मीडिया जगत का अहम चेहरा बनने वाले जनपद के शिव वीर सिंह की स्थिति पर लाला माधव राम जौहर का ये अशआर समीचीन है।
समाचार है, उन्हें सहारा मीडिया के सलाहकार संपादक पद सहित समूह से बाहर कर दिया गया है। सुनवाई है, बकाया वेतन भुगतान और कर्मचारी छंटनी रोकने की पैरवी सहारा बोर्ड को नहीं सुहाई और शिव वीर की समूह से छुट्टी कर दी।
सहारा श्री सुब्रत रॉय के करीबी रहे सहारा मीडिया के सलाहकार संपादक एसवी सिंह को सहारा ग्रुप ने बाहर कर दिया है। सुनवाई है, बोर्ड मीटिंग में सुब्रत रॉय सहारा के बेटों और भाई की मौजूदगी में एसवी सिंह ने समूह की बिक रही प्रॉपर्टी से मिले रुपयों से कर्मचारियों को वेतन देने और छंटनी ना हो, ऐसा विचार रखा था।
सुझाव सहारा बोर्ड को रास नहीं आया और एसवी सिंह को ही समूह के सभी दायित्वों से मुक्त कर दिया गया। जिस सहारा परिवार को सुब्रत रॉय ने जिन जमीनी और सूझबूझ वाले ’वर्कर्स’ के बूते ’एम्पायर’ में बदला, एक एक कर चाचा जेबी रॉय और भतीजे सीमांतो रॉय उन्हें ठिकाने लगा रहे हैं।
एसवी सिंह का मूल हरदोई जनपद में है। सहारा बैंक की ब्रांच मैनेजर से निदेशक और फिर सलाहकार तक की कर्म-यात्रा रही। सुब्रत रॉय सहारा की कोर टीम के मुखिया ओपी श्रीवास्तव की टीम के शिव वीर सिंह अहम सदस्य थे।