साक्षात्कार: मुख्य निर्वाचन आयुक्त ज्ञानेश कुमार की स्‍वदेश के साथ विशेष बातचीत…

मुख्य निर्वाचन आयुक्त ज्ञानेश कुमार की स्‍वदेश के साथ विशेष बातचीत…
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निर्वाचन आयोग का ऐतिहासिक निर्णय-तीन महीनों में आधार कार्ड की तरह जारी होंगे यूनिक वोटर कार्ड…

मधुकर चतुर्वेदी, आगरा। देश में होने वाले सभी चुनाव पारदर्शिता और निष्पक्षता के साथ सम्पन्न हो, इसके लिए निर्वाचन आयोग ने एक ऐतिहासिक निर्णय लिया है। आयोग अब आधार कार्ड की तरह ही सभी वोटिंग कार्ड को यूनिक कार्ड नंबर देने जा रहा है।

इसके बाद अब देशभर में एक ही तरह की मतदाता सूची हो जाएगी और डुप्टिलेट मतदाता फोटो पहचान पत्र (ईपीआईसी) की समस्या पूरी तरह से समाप्त हो जाएगी। एक दिवसीय प्रवास पर आगरा आए मुख्य निर्वाचन आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने स्वदेश से विशेष वार्ता में जानकारी दी कि आयोग ने तीन माह में इस कार्य को पूर्ण करने की योजना बनायी है।

डुप्लिकेट ईपीआईसी नंबरों की पहचान कर होगा सुधार

आयोग प्रत्येक मतदाता के पास केवल एक वैध पहचान पत्र होना सुनिश्चित करेगा। भारत के मतदाता डेटाबेस को और अधिक सटीक और विश्वसनीय बनाया जाएगा। डुप्लिकेट ईपीआईसी नंबरों की पहचान करके सुधार किया जाएगा और हर मतदाता को यूनिक ईपीआईसी नंबर दिया जाएगा। आयोग मतदाता पंजीकरण प्रणाली को पहले से और अधिक सुरक्षित बनाएगा।

आयोग को आसानी से मिल जाएगी जन्म और मृत्यु की सूचना

मुख्य निर्वाचन आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने बताया कि मतदाता सूची के प्रकाशन में गलतियां ना हों, इसके लिए जन्म और मृत्यु का पंजीकरण करने वाले विभागों के साथ आयोग समन्वय कर रहा है, जल्द ही इसको लिंकअप करने का काम भी पूरा हो जाएगा। कोई भी व्यक्ति जैसे ही 18 साल की आयु का होगा अथवा किसी मतदाता की मृत्यु होगी, दोनों ही परिस्थिति में आयोग को सूचना मिल जाएगी।

बूथ लेवल से लेकर सभी हितधारकों का होगा प्रशिक्षण

मुख्य निर्वाचन आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने कहा कि भारत का चुनाव आयोग विश्व की सबसे बड़ी संस्था है। भारत में 100 करोड़ मतदाता हैं और 10.50 लाख बूथ हैं। साथ ही चुनाव आयोग में 28 तरह से हितधारक हैं। मतदाता सूची निर्माण से लेकर मतदान कराने तक में सभी का योगदान है। बीएलओ, बीएलए और मतदाता सूची निर्माण से जुड़े सभी हितधारकों का आयोग प्रशिक्षण भी कराएगा। समय-समय पर विशेष अभियान भी चलाया जाएगा।

ग्रामीण क्षेत्रों में बढ़ाएंगे मतदान प्रतिशत, देंगे बुनियादी सुविधाएं

ज्ञानेश कुमार ने बताया कि आयोग यह सुनिश्चित कर रहा है कि एक मतदान केंद्र में 800 से 1200 तक मतदाता ही रखें जाएं और मतदान स्थल की दूरी दो किमी से अधिक ना हो। ग्रामीण क्षेत्रों में मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए बुनियादी सुविधाओं वाले मतदान केंद्र बनाए जाएंगे, इससे आने वाले चुनावों में मतदान प्रतिशत बढ़ सके।

आगामी विधानसभा चुनावों में करेंगे तकनीक का प्रयोग

आने वाले दिनों में पश्चिम बंगाल, बिहार, तमिलाडु, केरल राज्य में विधानसभा चुनाव होंगे। आयोग आधुनिक तकनीक का प्रयोग करते हुए सभी राज्यों में निष्पक्ष चुनाव सम्पन्न कराएगा। ज्ञानेश कुमार ने कहा कि समय से आयोग इन सभी राज्यों में विधानसभा चुनाव की तैयारी पूर्ण कर लेगा।

ईवीएम से ही होंगे चुनाव, एक देश एक चुनाव पर कार्य जारी

कुछ राजनैतिक दलों के चुनावों में प्रयुक्त ईवीएम की विश्वसनीयता पर संदेह प्रकट करने के सवाल पर ज्ञानेश कुमार ने कहा कि आयोग के पास जो भी शिकायत आयी है, उसका निस्तारण करना हमारा दायित्व है। चुनावों में प्रयुक्त होने वाली ईवीएम का चुनावों में सफल प्रयोग हुआ है और आगे सभी चुनाव ईवीएम से ही सम्पन्न होंगे। वहीं एक देश-एक चुनाव को लेकर तैयारी के प्रश्न पर उन्होंने कहा कि इस पर तेजी से कार्य चल रहा है।

मतदान राष्ट्रसेवा की पहली सीढ़ी है

मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने कहा कि आगे आने वाले सभी चुनाव अच्छे चुनाव होंगे। चुनाव आयोग मतदाताओं के साथ खड़ा रहेगा। चुनाव को और कैसे बेहतर ढंग से संपन्न करवाया जा सकता है और मतदान प्रतिशत कैसे बढ़ाया जा सकता है, आयोग लगातार कार्य करता रहेगा। ज्ञानेश कुमार ने कहा कि मतदान राष्ट्रसेवा की पहली सीढ़ी है।

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