कोरोना से युद्ध के लिए सैनिक की तरह अपना कर्तव्य निभाएं : सांसद शेजवलकर
किसी मेहमान या अनजान की जानकारी न छुपाएं
ग्वालियर/राजीव अग्रवाल। देश प्रदेश की तरह ग्वालियर चंबल संभाग भी कोरोनावायरस की चपेट में है। इसके लिए केंद्र और राज्य सरकारें आमजन को निशुल्क राशन सहित सभी जरूरी आवश्यकताएं मुहैया कराने के लिए कटिबद्ध हैं। किसी को परेशान होने की जरूरत नहीं है। हम सभी को लॉक डाउन का पालन करना चाहिए, इस समय जीवन बचाने का एकमात्र उपाय यही है।
यह कहना है ग्वालियर लोकसभा क्षेत्र के सांसद विवेक नारायण शेजवलकर का। स्वदेश से विशेष बातचीत करते हुए उन्होंने आमजन से यही अपील की कि यह वक्त बड़े संकट का है, इसमें हमें सरकार और प्रशासन के साथ लाक डाउन का पालन करना बेहद जरूरी है। क्योंकि कोरोनावायरस से निपटने के लिए अभी तक कोई ड्रग्स नहीं बना। एक दूसरे से दूरी बनाए रखकर ही यह जंग जीती जा सकेगी।
उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह द्वारा स्पष्ट कहा गया है कि कोई भी व्यक्ति भूखा नहीं रहना चाहिए। इसके लिए सभी को राशन वितरित किया जा रहा है। जिन्हें राशन मिल चुका है,उन्हें चाहिए कि वे घर में ही रहें और आसपास के ऐसे लोगों तक राशन मुहैया करवाने में प्रशासन की मदद करें, जिन तक अभी राशन नहीं पहुंचा है।
सांसद निधि के सवाल पर श्री शेजवलकर ने कहा कि यह बेहद संकट की घड़ी है, युद्ध में जिस तरह सेनापति प्राथमिकताएं तय करता है, उसका पालन हम कर रहे हैं। केंद्र सरकार ने सांसद की दो साल की निधि स्थगित करने के साथ वेतन में 30 फ़ीसदी की कटौती की है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने यह निर्णय दूरगामी परिणामों को देखते हुए लिया है। क्योंकि कोरोना वायरस से लड़ाई की अभी शुरुआत है। आने वाले दिनों में देश को आर्थिक, सामाजिक, बेरोजगारी और उद्योगों को लेकर काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है, क्योंकि इससे काफी लोगों का रोजगार छिन जाएगा। इसलिए धन की आवश्यकता होगी। उन्होंने कहा कि वे पूर्व में ही अपना दो माह का वेतन दे चुके हैं।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि वे लगातार प्रशासन के संपर्क में हैं और आवश्यकता पड़ने पर दो तीन बैठकें भी ले चुके। जिसमें पाया गया है कि लोग अनावश्यक रूप से अभी भी सड़कों पर निकल रहे हैं,जो ठीक नहीं है। सभी को एहतियात बरतकर घर पर ही रहना होगा। बिना कारण घर से बाहर निकलने वालों से सख्ती से निपटने को कहा गया है। उन्होंने कहा कि पुलिस, प्रशासनिक अधिकारी, चिकित्सक, एनजीओ, सफाईकर्मी अपनी जान लगाकर सेवा कार्य में लगे हुए हैं, तो हमारा भी कर्तव्य बनता है कि उनकी पूरी मदद करें। उन्होंने कहा कि राशन का वितरण ऐसे स्थानों पर हो, जहां वास्तव में भुखमरी जैसी स्थिति है। इसीलिए प्रशासन घर-घर जाकर राशन पहुंचा रहा है और यह चिन्हित किया जा चुका है कि किसे इसकी सबसे अधिक आवश्यकता है। इसके अलावा सामाजिक संस्थाएं और अन्य लोग भी इस कार्य में लगे हुए हैं। उन्होंने कॉलोनियों सहित अन्य स्थानों पर रहने वालों से यह भी अपील की है कि वे चाहें तो चार चार परिवार मिलकर जरूरतमंदों को पांच 5 किलो आटे का वितरण कर दें तो भी समस्या से निपटा जा सकता है।
श्री शेजवलकर ने कहा कि जिनके यहां बाहर से कोई मेहमान या रिश्तेदार आए हैं,या आस-पास कोई अनजान व्यक्ति आकर रह रहा है तो उनकी जानकारी न छिपाएं। यदि सर्दी, जुखाम और बुखार जैसी समस्या है तो उसकी जानकारी प्रशासन और चिकित्सकों को दें, ताकि समय पर उपचार हो सके।
आने जाने के लिए ऑनलाइन अनुमति
शहर से बाहर फंसे या शहर के भीतर बाहर से आया कोई व्यक्ति अपने घर जाना चाहता है तो इसके लिए ऑनलाइन अनुमति की व्यवस्था की जा रही है। ऐसी उनकी चर्चा जिलाधीश से हुई है, इसपर निर्णय लिया जा रहा है।
सिंधिया का सामन्जयस हो चुका
सिंधिया के भाजपा में प्रवेश के बाद ग्वालियर चंबल संभाग में उनके सामंजस के सवाल पर श्री शेजवलकर ने कहा कि श्री सिंधिया का विधिवत भाजपा में प्रवेश हो गया है, इसलिए ग्वालियर चंबल संभाग में सामंजस्य में कोई दिक्कत नहीं आएगी। प्रदेश में उपचुनाव के सवाल पर श्री शेजवलकर ने कहा कि पार्टी के आदेश पर हम उपचुनाव के लिए कमर कसकर तैयार हैं। भाजपा की पूर्ण बहुमत की सरकार है, जो अपना कार्यकाल पूर्ण करेगी। कमलनाथ और दिग्विजय सिंह द्वारा सभी 22 विधानसभा सीटें जीतने के दावे पर उन्होंने कहा कि यह लोग शेखचिल्ली की तरह सपने देख रहे हैं। यदि इनमें इतनी ही योग्यता होती तो सत्ता हाथ से क्यों जाती। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी द्वारा प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में मीडिया को विज्ञापन न दिए जाने के सुझाव पर उन्होंने कहा कि विज्ञापन रोकने से बाधा आएगी, क्योंकि संकट से मुकाबले में मीडिया ही एक ऐसा माध्यम है जो सभी तक उचित सूचनाएं पहुंचाता है।
सब्जी की वैकल्पिक व्यवस्था होगी
आठ दिन से शहर में सब्जी नहीं बिकने के सवाल पर श्री शेजवलकर ने कहा कि लक्ष्मीगंज सहित अन्य मंडियों में लोग बड़ी तादाद में भीड़ लगा लेते हैं, इसलिए वैकल्पिक व्यवस्था की जा रही है। जिसमें आढ़तियों से अन्य स्थानों पर ठेले वालों को सीधे सब्जी दिलाई जाएगी, फिर यह ठेले वाले जगह जगह जाकर सब्जियां बेच सकेंगे।