गणित को उंगलियों पर नचाने वालीं वंडर कम्प्यूटर थीं शकुन्तला देवी

गणित को उंगलियों पर नचाने वालीं वंडर कम्प्यूटर थीं शकुन्तला देवी
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विवेक पाठक

स्वदेश वेबडेस्क। यह भारत की महिलाओं की जीत है। गणित को उंगलियों पर नचाने वालीं शकुन्तला देवी सिने पर्दे पर जीवित होंगी। इस फिल्म के जरिए देश जान पाएगा कि बैंग्लोर की माटी में जन्मी यह बेटी कैसे किसी कम्प्यूटर से कम नहीं थी। भारत की वंडर कम्प्यूटर कही जाने वाली शकुन्तला देवी का किरदार विद्या बालन को मिला है और उनकी मेहनत ने इस फिल्म के ट्रेलर को पहले दिन से लोकप्रिय बना दिया है। यह फिल्म भारत की बेटियों के जीनियस दिमाग की बात घर घर जाकर कहेगी।

फिल्म में विद्या बालन का लुक वाकई में पसंद किया जा रहा है। एक तरफा बाल किए वे शकुन्तला देवी के किरदार में खूब जंच रही हैं। इस फिल्म में नायिका के अलावा नायक के लिए बिल्कुल स्पेस नहीं है। ऐसी फिल्म नायिका की अदाकारी के बल पर चलती हैं। बहुत अच्छी बात है कि यह फिल्म विद्या को मिली क्योंकि विद्या बालन ही इस भूमिका से न्याय कर सकतीं थीं। हिन्दी सिनेमा में पिछले कुछ सालों में जो अभिनेत्रियां किरदार में डूबकर काम करना सीख पायीं हैं उनमें विद्या बालन चर्चित नाम है।

वे खांटी कलाकार हैं सिनेमा में सीरियलों से होकर आयीं हैं। आज भी उनका हम पांच सीरियल घर घर में याद किया जाता है। आगे विद्या बालन को हमने परिणीता में देखा मुन्नाभाई एमबीबीएस 2 में देखा मगर उनकी असल प्रतिभा आगे की फिल्मों में नजर आयी। आप भूल भुलैया में विद्या को देखिए। आप उनकी अदाकारी देखेंगे तो वाह कह उठेंगे। विद्या की कहानी की सफल कहानी कौन नहीं जानता। सुजॉय घोष की इस फिल्म में विद्या बालन अपने दम पर पिक्चर चला ले गयीं थीं। नो वन किल्ड जेसिका उनकी बेहतरीन फिल्मों से एक थी। यह फिल्म भी नायक विहीन फिल्म थी और विद्या की अदाकारी के दम पर खूब चली। विद्या बालन के अब तक के करियर को हम देखते हैं तो उनका आत्मविश्वास साफ नजर आता है। निर्देशकों ने भी विद्या की क्षमता को खूब पहचाना है। वे अकेले दम पर फिल्म को चला ले जाने का जोखिम लेना जानती हैं।

किसी बायोपिक में काम करती हैं तो फिर उसमें डूब जाना चाहती हैं। क्या कोई डर्टी पिक्चर को भूल सकता है। दक्षिण की व्यस्क फिल्मों की स्टार रहीं सिल्क स्मिता को उन्होंने पर्दे पर खूब जिया। डर्टी पिक्चर में उन्होंने सिल्क के असल जीवन को हिन्दी फिल्म जगत के लिए साकार कर दिखाया। आज हम करोड़ों हिन्दीभाषी भी जानते हैं कि दक्षिण में कोई सिल्क स्मिता थी जिसके जीने का अंदाज एकदम जुटा था। विद्या ने तुम्हारी सुलु और फिर मिशन मंगल में अपनी परिपाटी बनाए रखी। वे अपनी फिल्म की हीरो और हीरोइन दोनों हैं। उनकी फिल्में चलीं हैं तभी नायिका प्रधान फिल्मों की वे चहेती अदाकारा हैं। शकुन्तला देवी में विद्या बालन की अदाकारी के वही तेवर एक बार फिर हम देखेंगे तब तक फिल्म का ट्रेलर तो धूम मचा ही रहा है। तो चलिए इंतजार कीजिए। आखिर देश को विद्या बालन बताने जो आ रही हैं कि वंडर कम्प्यूटर शकुन्तला देवी आखिर कितनी बड़ी हस्तीं थीं।

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