विश्व स्वास्थ्य दिवस 2020 : कोरोना वायरस के चलते ये रहेगा इस साल का थीम
नई दिल्ली। पूरी दुनिया कोरोना वायरस जैसे घातक वायरस से लड़ रहा है। विश्व पर आए इस संकट के समय में 7 अप्रैल यानी विश्व स्वास्थ्य दिवस का यह दिन और भी महत्वपूर्ण हो जाता है। इस दिवस को मनाने के पीछे का मुख्य उद्देश्य लोगो के बीच में स्वास्थ सम्बन्धी सेवाओं के बारे में जगरूकता पहुँचाना और उन्हें स्वास्थय सेवाए मुहैया करवाना है। इस वर्ष जब दुनियाभर में स्वास्थ्यकर्मी Covid-19 से जंग लड़ते हुए देश और लोगों की सेवा में लगे हैं। हर वर्ष 7 अप्रैल को World Health Day मनाया जाता है। ऐसे में इस दिन की महत्वत्ता और भी अधिक बढ़ गयी है इसलिए इस वर्ष का थीम भी अत्यधिक महत्वपूर्ण बनाया गया है इसी जानने के पहले आइये जानते है इसका इतिहास
डब्लूएचओ ने अपने स्थापना दिवस यानी कि 7 अप्रैल 1950 से 'वर्ल्ड हेल्थ डे' मनाने की शुरुआत की थी। स्वास्थ्य के मुद्दों और समस्याओं के प्रति जागरूकता बढ़ाने के मकसद से डब्लूएचओ के नेतृत्व में हर साल दुनिया भर में कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है।
इस वर्ष की थीम : हर वर्ष एक खास विषय यानी थीम का चुनाव करके इस दिन को सेलिब्रेट किया जाता है। पिछले साल स्वास्थ्य दिवस की थीम थी 'यूनिवर्सल हेल्थ कवरेज : एवरीवन, एवरीवेयर'। इसका मकसद वैश्विक स्तर पर स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता फैलाना और सभी के लिए स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराना था। इस वर्ष हम 72वां विश्व स्वास्थ्य दिवस मनाएंगे। इस बार डब्लूएचओ ने उन नर्सों और मिडवाइव्स के योगदान को सम्मान देने की कोशिश की है, जो कोडिव-19 की जंग के खिलाफ दुनिया को स्वस्थ रखने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर रही हैं। इसके लिए डब्लूएचओ ने #सपोर्टनर्सेजएंडमिडवाइव्स थीम रखी है।
नर्स और अन्य हेल्थ वर्कर्स कोविड-19 से संक्रमित लोगों की जान बचाने, उनका इलाज करने में अपनी सेहत को खतरे में डालकर रात-दिन लगे हुए हैं। दो-तिहाई से अधिक स्वास्थ्य कर्मचारियों की तुलना में, नर्सों का भी योगदान काफी महत्वपूर्ण है। डब्लूएचओ द्वारा वर्ष 2020 को नर्स और मिडवाइफ ( इंटरनेशल ईयर ऑफ द नर्स एंड मिडवाइव्स ) के वर्ष के रूप में नामित किया गया है। ऐसे में 'विश्व स्वास्थ्य दिवस' दुनिया भर में नर्सिंग और मिडवाइव्स के काम को उजागर करने का एक खास अवसर है। ऐसा करना इसलिए भी जरूरी है क्योंकि ये वर्कफोर्स हर देश के मेडिकल विभाग का एक मूल्यवान और महत्वपूर्ण संसाधनों में से एक है। आज कोरोनावायरस की लड़ाई में जीत हासिल करने के लिए जिस तरह देश-दुनिया के डॉक्टर्स लगे हुए हैं, उसमें इन नर्सेज और मिडवाइव्स का भी कम योगदान नहीं है।
विश्वभर के स्वास्थ्यकर्मी कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की सेवा में लगे हैं। कोरोना संक्रमित लोगों की जान बचाने में डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मी दिन और रात एक किए हुए हैं। इन स्वास्थ्यकर्मियों के सम्मान में ही देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील पर पूरे देश ने ताली, थाली, शंख और घंटी बजाकर इनके जज्बे को सलाम किया था। हर साल सात अप्रैल को विश्व स्वास्थ्य दिवस मनाया जाता है। यह दिन भी हमारे लिए स्वास्थ्यकर्मियों का हृदय से सम्मान करने वाला है।