अब टिकटॉक को टक्कर देगा, आईआईटी रुडकी के छात्रों का 'मित्रों' एप
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की तरफ से स्वदेशी पर जोर के बीच इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (आईआईटी) रूडकी से पास छात्रों ने एक वीडियो शेयरिंग मोबाइल एप "मित्रों" बनाया है, जिसे चीन के लोकप्रिय टिकटॉक एप का जवाब माना जा रहा है। यह एक गूगल स्टोर पर उपलब्ध है और अब तक करीब 50 लाख लोग इसे डाउनलोड कर चुके हैं। यह एप आईआईटी रुडकी से पास पांच छात्रों ने दो महीने के भीतर बनाया है और हाल के हफ्तों में सबसे ज्यादा डाउनलोड किए जाने वाले एप में से एक है।
'मित्रों (फ्राइंड्स) इंडियन शॉर्ट वीडियो' को अब तक 50 लाख लोग डाउनलोड कर चुके हैं जो गूगल पर सरकार की तरफ से समर्थित आरोग्य सेतू एप से कुछ ही पीछे है। आरोग्य सेतू एप को कोरोना महामारी के बीच मॉनिटरिंग के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है। 11 अप्रैल को लाउंच किया गया मित्रों डिवाइस टिकटॉट की तर्ज पर भारतीय प्लेटफॉर्म है, जिसमें एडिट और खुद के वीडियो अटैच करने का विकल्प दिया गया है।
इस एप को डेवलप करने वाले 2011 आईआईटी रूडकी से पास शिवांक अग्रवाल ने कहा कि इसका बेसिक आइडिया करोड़ों उन यूजर्स के लिए स्वदेशी प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराना था जो टिकटॉक या अन्य विदेशी वीडियो शेयरिंग एप्स का इस्तेमाल कर रहे हैं।इस एप के जबरदस्त रेस्पॉन्स को देखते हुए शिवांग ने कहा कि मित्रों की टीम तकनीकी पहलुओं पर काम कर रही है ताकि इसके फीचर्स को बेहतर किया जा सके और इसे सबका पसंदादा बनाया जा सके।