जल्द अपडेट करें अपना क्रोम ब्राउजर
नई दिल्ली। इंडियन कंज्यूमर इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम की ओर से सभी इंटरनेट यूजर्स के लिए हाई रिस्क रेटिंग वाली एडवाइजरी शेयर की गई है। CERT-In की ओर से इंटरनेट यूजर्स को फौरन गूगल क्रोम ब्राउजर अपडेट करने को कहा गया है, क्योंकि इससे जुड़ा हाई सिक्यॉरिटी रिस्क सामने आया है। टीम की ओर से कहा गया है कि गूगल क्रोम में कई सिक्यॉरिटी रिलेटेड प्रॉब्लम्स सामने आई हैं। इनकी मदद से सिस्टम को टारगेट करने के लिए रिमोट अटैक्स किए जा सकते हैं।'
भारत सरकार की CERT-In टीम की ओर से कहा गया है कि रिमोट अटैकर आर्बिटरेरी कोड ब्राउजर की मदद से टारगेट सिस्टम में भेज सकते हैं। एजेंसी की ओर से कहा गया है कि गूगल क्रोम वर्जन 81.0.4044.138-1 से पहले के सभी वर्जन इसकी मदद से निशाना बनाए जा सकते हैं। ऐसे में अगर आप गूगल क्रोम ब्राउजर इस्तेमाल करते हैं तो आपके डेटा और सिस्टम पर अटैक किया जा सकता है और आपको फौरन क्रोम ब्राउजर अपडेट कर लेना चाहिए।
एजेंसी की ओर से कहा गया है, 'आर्बिटरेरी कोड एग्जक्यूशन से जुड़ी खामी दरअसल गूगल क्रोम के ब्लिंक कॉम्पोनेंट से जुड़े एक टाइप कन्फ्यूजन एरर की वजह से देखने को मिली। कोई रिमोट अटैकर इस खामी का फायदा उठाकर स्पेशल तरह से क्रिएट की गई फाइल की मदद से टारगेट सिस्टम पर अटैक कर सकता है।' एक बार यह कोड सिस्टम तक पहुंच जाने के बाद आसानी से यूजर्स की सिस्टम फाइल्स से छेड़छाड़ की जा सकती है और पर्सनल डेटा चोरी किया जा सकता है।
गूगल की ओर से हाल ही में Google 81 वर्जन रोलआउट किया गया है। गूगल ने अपने ब्लॉगपोस्ट में लिखा, 'स्टेबल चैनल में अब विंडोज, मैक और लाइनक्स ऑपरेटिंग सिस्टम में 81.0.4044.138 को अपडेट किया गया है।' ऐसे में यूजर्स को लेटेस्ट क्रोम ब्राउजप अपडेट इंस्टॉल करने को कहा गया है। CERT-In की ओर से हाल ही में iPhone यूजर्स के लिए भी एक एडवाइजरी जारी की गई थी और उनसे फायरफॉक्स फॉर iOS इंटरनेट ब्राउजर पर किए जा रहे रिमोट अटैक से बचकर रहने को कहा गया था।