Bhopal Minor Rape Case: पॉस्को मामले में मुकर गई नाबालिग, भगवान सिंह राजपूत ने की थी SIT जांच की मांग; आरोपों को बताया था प्रायोजित

Bhagwan Singh Rajput POCSO Case Update : भोपाल। आर.टी.आई एवं व्हिसल-ब्लोअर सामाजिक कार्यकर्ता भगवान सिंह राजपूत पर सामूहिक बलात्कार के आरोप लगाने वाली नाबालिग पीड़िता आरोपों से मुकर गई है। हालांकि अभी इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। सूत्रों ने बताया कि, नाबालिग पीड़िता पर शिकायत कराने को लेकर दवाब बनाया गया था।भगवान सिंह राजपूत द्वारा बीते दिनों वीडियो जारी कर इस मामले की जांच के लिए SIT गठित करने की मांग की गई थी। बता दें कि, भगवान सिंह राजपूत ने अपने ऊपर लगे आरोपों को झूठा और प्रायोजित बताया था।
जानकारी के अनुसार, नाबालिग पीड़िता मामले की शिकायत कराने के लिए सबसे पहले श्यामला हिल्स थाने (Shyamala Hills Police Station) में पहुंची थी। यहाँ पुलिस ने जब पीड़िता की कॉउंसलिंग की तो पीड़िता भगवान सिंह राजपूत और अन्य पर लगाए गए आरोपों से मुकर गई। पीड़िता ने बताया कि, यह शिकायत वह दवाब में आकर दर्ज करा रही है। हालांकि बाद में पीड़िता ने मऊगंज थाने में जाकर शिकायत दर्ज कराई।
ये है पूरा मामला
दरअसल, रीवा जिले की मऊगंज पुलिस ने 15 वर्षीय एक किशोरी की शिकायत पर सामाजिक कार्यकर्ता भगवान सिंह राजपूत मेवाड़ा के खिलाफ पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, किशोरी के साथ कथित दुष्कर्म की घटना 30 जनवरी को भोपाल में हुई। आरोप है कि भोपाल में पुलिस ने शिकायत नहीं लिखी तो किशोरी ने अपने गृह नगर जाकर मऊगंज थाने में शिकायत दर्ज कराई।
नाबालिग आदिवासी लड़की के पिता का कहना है कि मेरी बेटी बहुत डरी हुई थी। आरोपी प्रभावशाली व्यक्ति है, हम न्याय चाहते हैं। शिकायत पर मऊगंज पुलिस ने भगवानसिंह और एक अन्य पर पास्को एक्ट, एससी-एसटी एक्ट सहित भारतीय न्याय संहिता की कई धाराओं में मामला दर्ज किया है। स्वदेश न्यूज़ द्वारा भोपाल के इस नाबालिग रेप केस के प्रायोजित होने की आशंका जताई गई थी।
इन आरोपों पर क्या बोले भगवान सिंह राजपूत
नाबालिग आदिवासी लड़की से दुष्कर्म के आरोपों पर आरटीआई कार्यकर्ता भगवान सिंह राजपूत ने वीडियो स्टेटमेंट जारी कर इन आरोपों को झूठा और प्रायोजित बताया है। उन्होंने कहा कि, उनको इस शिकायत के बारे में पहले से ही अंदेशा था। यह सब झूठ है। उन्होंने कहा कि, लड़की को टूल किट की तरह उपयोग किया गया है। इस तरह की साजिश का अंदेशा मुझे पहले से ही था।
भगवान सिंह ने SIT जांच की मांग करते हुए कहा कि, शासन प्रशासन के उच्च अधिकारियों से मांग है कि एसआईटी का गठन कर इस पूरे षडयंत्र की बारीकी से जांच करवाएं। लड़की और उसके पिता को थाना लाने वाले लोगों के साथ ही इस षडयंत्र में संलिप्त सभी लोगों के मोबाइल लोकेशन/काल डीटेल्स, सीसीटीवी फुटेज आदि निकाल कर देखे जाएं।
गौरतलब है कि भगवानसिंह मेवाड़ ने पिछले दिनों प्रदेश के राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में हुए भ्रष्टाचार के साथ साथ हाल ही में भोपाल के एक चर्चित उद्योगपति से जुडे उपक्रम गायत्री फूड्स में हुई गड़बड़ी का मामला भी उठाया था।