Delhi CM: छात्र राजनीति से शुरुआत करने वालीं रेखा गुप्ता दिल्ली में बीजेपी की ओर से दूसरी महिला मुख्यमंत्री

छात्र राजनीति से शुरुआत करने वालीं रेखा गुप्ता दिल्ली में बीजेपी की ओर से दूसरी महिला मुख्यमंत्री
X

Delhi CM : दिल्ली में मुख्यमंत्री के नाम को लेकर रेखा गुप्ता के नाम पर मुहर लग गई है। इसके साथ ही दिल्ली को भाजपा की दूसरी महिला मुख्यमंत्री मिल गई है। वह दिल्ली बीजेपी में लंबे समय से सक्रिय रही हैं और संगठन पर उनकी मजबूत पकड़ मानी जाती है। रेखा गुप्ता ने छात्र राजनीति से अपने करियर की शुरुआत की थी। आरएसएस द्वारा उनका नाम आगे बढ़ाया गया था।

दिल्ली में भाजपा की ओर से पहली मुख्यमंत्री सुषमा स्वराज रहीं हैं। इसके अलावा कांग्रेस की ओर से शीला दीक्षित और आम आदमी पार्टी की ओर से आतिशी मार्लेन मुख्यमंत्री रहीं हैं। इस तरह रेखा गुप्ता दिल्ली की चौथी महिला मुख्यमंत्री हैं।

रेखा गुप्ता कौन हैं?

रेखा गुप्ता भारतीय जनता पार्टी की एक जानी-मानी नेता हैं। वे संगठन में मजबूत पकड़ और प्रभावशाली रणनीति के लिए जानी जाती हैं। उन्होंने दिल्ली बीजेपी में लंबे समय तक विभिन्न पदों पर कार्य किया है। उन्होंने शालीमार सीट से तीसरे प्रयास में विधानसभा चुनाव जीता है। राजनीति की शुरुआत उन्होंने छात्र राजनीति से की थी। रेखा गुप्ता वैश्य समुदाय से आतीं हैं। मंगलवार को वे दिल्ली की चौथी मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगी।

रेखा गुप्ता मूलरूप से हरियाणा के जींद की रहने वाली हैं। उनका जन्म जींद में ही हुआ था लेकिन मात्र 2 साल की उम्र में वो दिल्ली आई। इसके बाद वे दिल्ली की होकर ही रह गई। अब उन्हें दिल्ली की कमान संभालने का मौका मिला है।

रेखा गुप्ता को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की पसंद माना जा रहा है। आरएसएस ने ही महिला मुख्यमंत्री का प्रस्ताव दिया था और आरएसएस ने ही रेखा गुप्ता के नाम को आगे बढ़ाया था।

पचास वर्षीय रेखा गुप्ता शालीमार बाग विधानसभा सीट से विधायक चुनी गई हैं। वो दिल्ली बीजेपी की महासचिव और भाजपा महिला मोर्चा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी हैं। रेखा गुप्ता दक्षिण दिल्ली नगर निगम की मेयर भी रह चुकी हैं। उन्होंने एलएलबी की पढ़ाई की है। रेखा गुप्ता ने के दिल्ली विधानसभा चुनावों में शालीमार बाग (उत्तर-पश्चिम) सीट पर 68,200 वोट हासिल किए थे।

रेखा गुप्ता का जन्म हरियाणा के जींद जिले के जुलाना उपमंडल के नंदगढ़ गांव 1974 में हुआ था। रेखा गुप्ता के पिता स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में मैनेजर थे। 1976 में पूरा परिवार दिल्ली शिफ्ट हो गया। रेखा गुप्ता की पूरी पढ़ाई लिखाई दिल्ली में हुई है। इसी दौरान वे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़ी और राजनीति में सक्रिय हुई। रेखा गुप्ता दिल्ली विश्वविद्यालय की सचिव और प्रधान भी रह चुकी हैं।

कैसे बनीं मुख्यमंत्री?

दिल्ली विधानसभा चुनावों के बाद बीजेपी ने मुख्यमंत्री पद के लिए कई नामों पर विचार किया था, जिनमें प्रवेश वर्मा, आशीष सूद, विजेंद्र गुप्ता और सतीश उपाध्याय जैसे दिग्गज नेता शामिल थे लेकिन पार्टी ने महिला सशक्तिकरण और संगठन की मजबूती को ध्यान में रखते हुए रेखा गुप्ता को यह जिम्मेदारी सौंपी। इसके अलावा आरएसएस द्वारा उनके नाम का प्रस्ताव रखा जाना भी एक अहम कारण है।

दिल्ली की महिला मुख्यमंत्री से क्या है उम्मीदें :

  • महिलाओं की सुरक्षा के लिए नए कदम उठाए जा सकते हैं।
  • ट्रैफिक, प्रदूषण और बुनियादी ढांचे में सुधार पर जोर दिया जाएगा।
  • शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्र में बड़े बदलाव हो सकते हैं।

बता दें कि, रेखा गुप्ता AAS फाउंडेशन की संस्थापक हैं, जो महिलाओं और समाज के अन्य जरूरतमंद वर्गों के लिए काम करता है। शिक्षा, स्वास्थ्य और महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में उनकी संस्था ने उल्लेखनीय योगदान दिया है।

प्रवेश वर्मा उपमुख्यमंत्री बनने जा रहे :

नई दिल्ली से विधायक प्रवेश वर्मा उपमुख्यमंत्री बनने जा रहे हैं और रोहिणी से विधायक विजेंद्र गुप्ता को दिल्ली विधानसभा का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। भाजपा सूत्रों के हवाले से यह जानकारी मिली है। अरविन्द केजरीवाल को हराकर प्रवेश सिंह ने विधानसभा का चुनाव जीता था। इसके बाद से उनका नाम भी दिल्ली सीएम की रेस में था हालांकि उन्हें मुख्यमंत्री नियुक्त नहीं किया गया है।

Tags

Next Story