विनायक चतुर्थी आज: जान लें गणपति पूजन का शुभ मुहूर्त, विधि और उपाय, पूर्ण होगी सारी मनोकामनाएं…

जान लें गणपति पूजन का शुभ मुहूर्त, विधि और उपाय, पूर्ण होगी सारी मनोकामनाएं…
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विनायक चतुर्थी का व्रत रखने से और इस दिन भगवान गणेश की पूजा करने से शरीरिक समृध्दि, खुशी और समग्र का विकास होता है।

सनातन धर्म में फाल्गुन मास का अत्यधिक महत्व है। ये महीने तीज - त्यौहरों से भरा होता है इसमें कई देवी - देविताओं की पूजा होती है। फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को भगवान गणेश की पूजा की जाती है जिसे विनायक चतुर्थी कहते हैं। इस दिन देवादि देव की पूजा करने से भक्त की सुख और सौभाग्य में वृद्धि होती है। साथ ही आर्थिक समस्याओं से भी मुक्ति मिलती है। आइए जानते हैं विनायक चतुर्थी के बारे में पूरी जानकारी…

कब है विनायक चतुर्थी?

हिंदू पंचांग के अनुसार फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि बीते दिन यानी 02 मार्च की रात्रि 09:02 बजे से 03 मार्च सोमवार को शाम 06:02 बजे तक रहेगी। ऐसे विनायक चतुर्थी की पूजा आज यानी 03 मार्च सोमवार के दिन की जाएगी। सोमवार को भगवान शिव की पूजा की जाती है।

विनायक चतुर्थी का शुभ मुहूर्त और संयोग

विनायक चतुर्थी के पूजा का शुभ मुहूर्त आज 03 मार्च को सुबह 11 बजकर 23 मिनट से शुरू होकर दोपहर 1 बजकर 43 मिनट पर समाप्त होगा। इस दिन रवि संयोग बन रहा है जो कि आज सुबह 4 बजकर 29 मिनट से शुरू होकर 6 बजकर 43 मिनट पर समाप्त होगा।

विनायक चतुर्थी पर गणेश पूजन विधि

  • सुबह जल्दी उठकर स्नान करके गणपति के समक्ष व्रत का संकल्प लें।
  • उसके बाद भगवान गणेश के मंदिर में एक जटा वाला नारियल और मोदक प्रसाद अर्पित करें।
  • गुलाब के फूल और दूर्वा अर्पण करें तथा ॐ गं गणपतये नमः मंत्र का 27 बार जाप करें तथा धूप दीप अर्पित करें।
  • शुभ मुहूर्त में गणेश भगवान की मूर्ति को तिलक लगाकर आसन दें।
  • पारण के समय भगवान गणेश की आरती करें और मादक का भोग लगाकर उसका प्रसाद सभी में बांट दें।

विनायक चतुर्थी का महत्व

विनायक चतुर्थी का व्रत रखने से और इस दिन भगवान गणेश की पूजा करने से शरीरिक समृध्दि, खुशी और समग्र का विकास होता है। महाभारत के समय भगवान कृष्ण ने युधिष्ठिर को यही चतुर्थी व्रत करने के लिए कहा था। नरसिंह पुराण और भविष्य पुराण जैसे पवित्र ग्रंथों में भी विनायक चतुर्थी पर बल दिया गया है।

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