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देशभक्ति का भाव स्थायी हो, प्रतिक्रियावादी नहीं-नरेंद्र ठाकुर
आगरा। अच्छी बातें केवल सुनना नहीं, अपितु उसे व्यवहार में लाना चाहिए। राष्ट्रीय भावों का समाज में प्रसार करना और अपनी संस्कृति पर गर्व करना, यह अनुभव में आना चाहिए। यह कहना है राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अ. भा. सह प्रचार प्रमुख नरेंद्र ठाकुर का। शुक्रवार को वह ब्रजप्रांत की जागरण पत्रिका ब्रज संवाद के 'जयतु भारत' विशेषांक के विमोचन कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। समारोह में उपस्थित बंधुओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि देशभक्ति का भाव स्थायी हो, प्रतिक्रियावादी नहीं। उन्होंने कहा कि संघ को प्रचार की आवश्यकता नहीं। संघ का मूल कार्य तो व्यक्ति निर्माण व समाज का संगठन है, लेकिन समाज हित में जो भी कार्य देश में चल रहे हैं, वह अनुकरणीय बनें, इसलिए उनका प्रचार होना चाहिए।
नरेंद्र ठाकुर ने कहा कि ग्रामीण अंचलों में टोली खड़ी करके राष्ट्रीय भावों का जागरण करने के लिए संघ का प्रचार विभाग कार्य कर रहा है। उन्होंने कहा कि पूर्व के दशकों की अपेक्षा आज भारतीय संस्कृति की स्वीकार्यता विश्व में बढ़ रही है। लोग भारतीय संस्कृति के समीप आ रहे हैं। नरेंद्र ठाकुर ने कहा कि राष्ट्रहित में जो भी कार्य संचालित हो रहे हैं, समाज उसमें अपना योगदान दे।
इससे पूर्व नरेंद्र ठाकुर, कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि महापौर नवीन जैन, अध्यक्ष समाजसेवी सुरेशचंद्र गर्ग, से.नि. जस्टिस राजीव लोचन महरोत्रा व ब्रजप्रांत के संघचालक जगदीश वशिष्ठ ने जयतु भारत विशेषांक का मंच से विमोचन किया। विशेषांक का परिचय व कार्यक्रम की भूमिका प्रांत प्रचार प्रमुख केशवदेव शर्मा ने रखी। कार्यक्रम का संचालन पत्रिका के कार्यकारी संपादक विजय कुमार गोयल व आभार सह संपादक सर्वज्ञ शेखर गुप्त ने दिया।
कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अ.भा. प्रचारक प्रमुख सुरेश जी, संस्कार भारती के अ.भा. उपाध्यक्ष बांकेलाल जी, प्रांत कार्यवाह राजपाल, प्रांत कार्यकारिणी सदस्य सुभाष वोहरा, प्रांत संपर्क प्रमुख प्रमोद शर्मा, सह संपर्क प्रमुख प्रमोद चैहान, विभाग संघचालक हरीशंकर शर्मा, पश्चिम महानगर संघचालक विजय गोयल, सह विभाग कार्यवाह सुनीश शर्मा, उद्यमी पूरन डाबर, क्रीडा भारती के एड. राजेश कुलश्रेष्ठ, सह बौद्धिक प्रमुख संजय मगन, प. महानगर प्रचार प्रमुख विनीत शर्मा, डीजीसी एड. अशोक चैबे, डाॅ. पार्थ सारथी शर्मा, आशारानी वोहरा, कवियत्री डॉ. शशि तिवारी, डॉ. राजेन्द्र मिलन, डॉ. अशोक अश्रु आदि उपस्थित रहे।