मिढ़ावली में और बढ़ा यमुना का जलस्तर, बाजरा व तिल की फसलों में भरा पानी

मिढ़ावली में और बढ़ा यमुना का जलस्तर, बाजरा व तिल की फसलों में भरा पानी
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तहसीलदार अनिल कुमार सिंह ने भी मौके पर पहुंच कर लिया जायजा, लेखपाल भी रख रहे नजर

सादाबाद। यमुना में आई बाढ़ अब कभी भी खतरे का सबब बन सकती है। यमुना का जलस्तर लगातार बढ़ता ही जा रहा है। ऐसे में सादाबाद क्षेत्र के गांव मिढ़ावली में खेतों में यमुना नदी का पानी हिलोंरे मार रहा है। जैसे जैसे यह पानी गांव स्थित वनखंडी महादेव मंदिर के निकट बढ़ रहा है, वैसे वैसे किसानों व ग्रामीणों की धड़कनें तेज होती जा रही हैं। सोमवार को यमुना नदी का पानी वनखंडी महादेव मंदिर के और अधिक नजदीक आ गया। बाजरा, तिल आदि फसलों में पानी भरने से किसान परेशान हो उठे। किसानों ने खेतों में भरे पानी के अंदर पहुंचकर देखा तो उनका फसल पूरी तरह से बर्बाद हो चुकी थी। मौके पर लेखपालों की टीम ने स्थिति का जायजा लिया और पूरी स्थिति से एसडीएम व तहसीलदार को अवगत कराया।

गौरतलब हो कि मथुरा-बल्देव से होकर गुजरने वाली यमुना नदी के नजदीक ही सादाबाद क्षेत्र का गांव मिढ़ावली पड़ता है। यहां पिछले चार दिनों से यमुना में आई बाढ़ का पानी कहर ढा रहा है। यमुना का पानी गांव मिढ़ावली के किसानों के खेतों तक पहुंच चुका है। सोमवार को यह पानी कई किसानों की बाजरा, तिल आदि की फसलों में भर गया। परेशान किसान खेतों पर पहुंचे और फसल का हाल देखा तो उन्होने अपना माथा पकड़ लिया। खेत पानी से लबालब हो गए थे और बाजरा पानी में तैर रहा था। किसान श्याम सिंह, जयप्रकाश, श्यामवीर सिं, लोकेंद्र सिंह, ललित कुमार, इंद्रजीत और रामबाबू ने बताया कि उनकी बाजरा व तिल की फसलें बाढ़ के पानी से लबालब हो गईं।

प्रशासन को इनका सर्वे कराकर मुआवजा दिलाना चाहिए। किसानों व ग्रामीणों को डर है कि यदि यमुना का जलस्तर और अधिक बढ़ा तो कहीं यमुना का पानी खेतों से होकर आबादी तक न पहुंच जाए। फिलहाल, किसानों से लेकर ग्रामीण पूरी स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। पानी के बढ़ते हुए जलस्तर पर नजर रखने के लिए प्रशासनिक टीम भी दिन रात ड्यूटी दे रही हैं। तहसीलदार अनिल कुमार सिंह ने भी गांव मिढ़ावली में पहुंचकर यमुना के जलस्तर का हाल जाना और वहां के किसानों से बातचीत कर उन्हें सतर्क बने रहने के लिए जागरूक किया।

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