आर्थिक स्तर पर कमजोर 50 मेधावी छात्र-छात्राएँ बन सकेंगे इंजीनियर

आर्थिक स्तर पर कमजोर 50 मेधावी छात्र-छात्राएँ बन सकेंगे इंजीनियर
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पंजाब की लैमरिन टेक स्किल्स यूनिवर्सिटी ने आईबीएम के साथ शुरू किए भविष्य वादी कौशल उन्मुख कार्यक्रम

आगरा। ताजनगरी के आर्थिक स्तर पर कमजोर 50 मेधावी छात्र-छात्राएँ अब बीटेक की पढ़ाई कर इंजीनियर बन सकेंगे। कौशल विकास के क्षेत्र में पंजाब स्थित भारत की पहली लैमरिन टेक स्किल्स यूनिवर्सिटी द्वारा वैश्विक तकनीकी दिग्गजों के सहयोग से भविष्यवादी कौशल उन्मुख कार्यक्रम शुरू किए गए हैं। राष्ट्रीय कौशल विकास निगम छात्र-छात्राओं को उच्च शिक्षा के लिए वित्तीय सहायता प्रदान कर रहा है।

शनिवार को राष्ट्रीय कौशल विकास निगम के एडवाइजर और लैमरिन टेक स्किल्स यूनिवर्सिटी पंजाब के चांसलर डॉ. संदीप सिंह कौरा ने बताया कि अगर बच्चा मेधावी है, क्वालीफाई कर रहा है और उच्च शिक्षा पाना चाहता है तब उसके माता-पिता को धन की चिंता करने की जरूरत नहीं है। राष्ट्रीय कौशल विकास निगम के सहयोग से लैमरिन टेक स्किल्स यूनिवर्सिटी छात्र को बिना किसी सिक्योरिटी या गारंटी के स्किल लोन प्रदान करेगी। उसको भोजन, कपड़े, शूज, बैग, बुक्स आदि की भी सुविधा प्रदान की जाएगी। वह पढ़ाई पूर्ण करने के बाद चार साल में जॉब पाकर लोन चुका सकता है। इन उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए लैमरिन टेक स्किल्स यूनिवर्सिटी पंजाब ने आईबीएम के साथ मिलकर कंप्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग में बी.टेक, एनसिस के सहयोग से डिजाइन और विनिर्माण में विशेषज्ञता के साथ बी.टेक मैकेनिकल इंजीनियरिंग में नौकरी उन्मुख कौशल कार्यक्रम सफलतापूर्वक शुरू किया है। साथ ही, लॉजिस्टिक्स स्किल सेक्टर काउन्सिल के साथ बीबीए (लॉजिस्टिक्स), एचटीएमआई के साथ होटल मैनेजमेंट कोर्स और कनाडा के अंतरराष्ट्रीय कॉरपोरेट्स के साथ एमबीए (रियलएस्टेट) भी शुरू किया गया है।

आईबीएम के एडवाइजर एंड हेड (प्रोग्राम डेवलपमेंट) संजीव मेहता ने बताया कि पाठ्यक्रम की अवधि के दौरान आईबीएम इंडस्ट्री के प्रोफेशनल्स प्रैक्टिकल और प्रोजेक्ट्स में छात्रों का सहयोग करेंगे और उन्हें रियल इंडस्ट्री का एक्सपोजर पढाई के साथ-साथ मिलेगा।

एलटीएसयू के रजिस्ट्रार प्रो. बीएस सत्याल ने राष्ट्रीय कौशल विकास निगम के साथ एलटीएसयू के सहयोग के बारे में विस्तार से बताया। ईफौस डॉट इन के संस्थापक सचिन जैन ने उल्लेख किया कि 15़ राज्यों के 300़ चयनित उम्मीदवारों ने प्रवेश पत्र और लोन को स्वीकृत किया है। सेमिनार में यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी के डीन डॉ. एचपीएस धामी भी उपस्थित रहे।

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