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साथी सहित पूर्व कर्मचारी 12.49 लाख रूपये के साथ पकड़ा
शू कंपनी में चोरी का मामला
आगरा। थाना नाई की मंडी क्षेत्र स्थित सुभाष पार्क के सामने वीके शूज कंपनी में 10 फरवरी को हुई चोरी की वारदात में कारोबारी के पूर्व कर्मचारी राजेश कुमार ने मुख्य भूमिका निभाई थी। कर्ज चुकाने के लिए उसने वारदात को अंजाम दिया। पुलिस ने मुख्य आरोपी सहित दो को बंदी बनाकर 12.49 लाख रूपये बरामद कर लिए हैं। फरार तीसरे बदमाश को तलाश किया जा रहा है।
सूत्रों के हवाले से चोरी गई धनराशि एक करोड़ रू. से ज्यादा बताई गई थी, लेकिन शू ट्रेडिंग करोबारी ने दर्ज कराए गए अभियोग में 19.50 लाख रू. चोरी का जिक्र किया था। सीसीटीवी कैमेरे में चोरों ने कैद हो जाने से पुलिस की मुश्किल आसान हो गई। कारोबारी ने फुटेज में कैद खुले चहरे वाले आरोपी की अपने पूर्व कर्मी राजेश कुमार के रूप में पहचान की थी। इस पर पुलिस ने राजेश को दबोचने के लिए जाल बिछाया। हाथ न लगने पर उसके परिजनों पर दवाब बनाया।
बुधवार को पुलिस ने प्रेसवार्ता कर राजेश के साथ ही उसके साथी सुशील कुमार उर्फ रिंकू को पकड़ लेने का दावा कर इस वारदात का खुलासा कर दिया। पुलिस के मुताबिक राजेश और सुशील ट्रांसयमुना कॉलोनी के एफ-ब्लॉक में रहते हैं। इनके कब्जे से चोरी गई रकम में से 12.49 लाख रूपये बरामदकर लिए गए हैं। आरोपियों ने बताया कि वारदात में नुनिहाई सब्जी मंडी निवासी मनीष ऊर्फ इरफान भी शामिल था। शेष रकम मनीष के पास है। राजेश 8 सालों से इस फर्म में काम कर रहा था। बीते दिसंबर में उसने 12 लाख रू. फर्म से चुराए थे। इसके बाद उसे नौकरी से निकाल दिया गया। पूछताछ में राजेश ने पुलिस को बताया कि उसने बाइक खरीदने के लिए एक लाख रू. उधार लिए थे। इसी कर्ज को चुकाने के लिए उसने चोरी की योजना बनाई। इस फर्म में काम कर चुके होने के कारण उसे पूरी जानकारी दी, इसलिए उसे अंदर घुसने-निकलने और रकम कब्जाने में कोई दिक्कत नहीं हुई। वह अकेले इस वारदात को अंजाम नहीं दे सकता था, इसलिए उसने सुशील और मनीष का सहयोग लिया। वारदात के बाद रकम का बंटवारा कर वह घर जाने के बजाय सिकंदरा स्थित गेस्ट हाउस पहुंचा, जहां बिना पहचान पत्र जमा कराए कमरा लेकर रूका। परिजनों के पकडऩे की जानकारी होने पर वहां से निकला तो पुलिस ने दबोच लिया। वारदात के बाद राजेश और सुशील अलग हो गए थे, लेकिन मोबाइल पर निरंतर संपर्क में थे। पुलिस ने सर्विलांस की मदद से पहले सुशील को, फिर राजेश को दबोचने में सफलता हासिल की।