ताज महोत्सव के मंच पर पहली बार दिखी 'श्री गुणे जी' की शिष्य परंपरा

ताज महोत्सव के मंच पर पहली बार दिखी श्री गुणे जी की शिष्य परंपरा

भारतीय संगीतालय के तत्वाधान में प्रात: कालीन संगीत सभा का आयोजन

आगरा। ताज महोत्सव के मंच पर पहली बार देश को कई नामचीन शास्त्रीय संगीतज्ञ देने वाले नगर के ही महान संगीत साधक पं. गोपाल लक्ष्मण गुणे जी का चित्र लगा और उनके शिष्यों ने उन्हीं की रचनाओं का गायन कर उन्हें स्मरण किया। बुधवार को ताज महोत्सव के अंतर्गत सूरसदन प्रेक्षागृह में नगर की प्राचीन सांगीतिक संस्था 'भारतीय संगीतालय' के तत्वाधान में प्रात:कालीन शास्त्रीय संगीत सभा आयोजित हुई। इस सभा में संगीत के विद्यार्थियों के अलावा लब्ध प्रतिष्ठित कलाकार व बड़ी संख्या में नगर के प्रबुद्ध नागरिक व कलाप्रेमियों ने सहभागिता दर्ज की।

पुलवामा के शहीदों को श्रद्धांजलि देने के साथ शुरू इस सभा का शुभारंभ ख्यातिप्राप्त वायलिन वादन पं. अशोकराव करमरकर व समाजसेवी वीना छाबरा ने श्री गुणे जी के चित्र पर माल्यार्पण कर की। संगीतालय के बाल कलाकारों ने प्रात:कालीन रागों की प्रस्तुति दी। युवा कलाकार विदुर अग्निहोत्री ने सितार में राग अहीर भैरव बजाया। विदुर ने रजाखानी व मसीतखानी गतों को मध्य व दु्रततीनताल में प्रस्तुत किया।

बाद में संगीतालय के प्राचार्य व गुणे जी के शिष्य पं. गजेंद्र सिंह चौहान ने राग विलासखानी तोड़ी में छोटा ख्याल व बड़ा ख्याल 'जा जा रे कगवा 'प्रस्तुत किया। अपने गायन की समापन उन्होंने शिव भजन के साथ किया। तबला पर उनके साथ कुशल संगत हरिओम माहौर व हारमोनियम पर पं. रविंद्र तलेगांवकर ने की। कार्यक्रम में विख्यात संगीतज्ञ व पं. जीएल गुणे अकादमी के निदेशक पं. सदानंद ब्रहम्मभट्, संघ के विभाग प्रचार प्रमुख मनमोहन निरंकारी आदि नगर के गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।


ऊषा उथप ने दी फिल्मी पॉप संगीत की प्रस्तुति

शिल्पग्राम स्थित ताज महोत्सव के मुक्ताकाशीय मंच पर ऊषा उथप ने फिल्मी पॉप संगीत की प्रस्तुति दी। उन्होंने अपने चिरपरिचत अंदाज में श्रोताओं को झूमने पर मजबूर कर दिया। इससे पूर्व अरहान खान, डॉ. अनिल वर्मा, जुगल किशोर ने गायन, देवेंद्र शर्मा एवं करिश्मा अयर ने कथक, पर्णिका श्रीवास्तव, वागीशा पंत ने नृत्य, सखावत हुसैन ने गजल गायन की प्रस्तुति दी। वहीं सदर बाजार में दान फाउंडेशन व आशू एंड पार्टी ने बैंड की प्रस्तुति दी।

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