पलायन करने को मजबूर हुए ग्रामीण

पलायन करने को मजबूर हुए ग्रामीण
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जल भराव की समस्या से हैं आजिज शिकायत करने पर भी नहीं हुआ निस्तारण

आगरा। आगरा ग्वालियर रोड स्थित कस्बा इटौरा के चामड़ मन्दिर के रास्ते पर कई सालों से पानी भरा हुआ है, जिससे ग्रामीण काफी परेशान हैं। ग्रामीणों ने इसकी शिकायत कई तहसील दिवस में की है। इसके बाद भी समस्या का कोई समाधान नहीं हुआ है। ग्रामीणों में ग्राम प्रधान के खिलाफ आक्रोश है। इस समस्या से परेशान किसानों ने गांव से पलायन का ऐलान कर दिया है।

मामाल ब्लॉक बरोली अहीर के कस्बा इटौरा का है। यहां चामड़ और हनुमान मन्दिर के आसपास दर्जनों परिवार रहते हैं। ग्रामीणों ने बताया कि ग्रामप्रधान ने आगे का रास्ता उंचा करा दिया है, लेकिन पीछे के रास्ते को छोड़ दिया है। इससे 2 साल से घर के सामने जलभराव की समस्या है। इससे ग्रामीणों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। पानी भरा होने की वजह से ग्रामीणों के बच्चे व महिलायें बीमार पड़ रहे हैं। ग्रामीण रोजाना रास्ते से होकर चामड़ मन्दिर, हनुमान मन्दिर में पूजा करने जाते हैं। रास्ते में जलभराव होने की समस्या से ग्रामीणों ने कई बार जिला पंचायत सदस्य, क्षेत्रीय विधायक व सांसद को अवगत कराया है। कई बार तहसील दिवस में शिकायत की है। इसके बाद भी इस तरफ किसी ने ध्यान नहीं दिया। ग्रामीणों का आरोप है कि ग्राम प्रधान से इस समस्या की कई बार शिकायत की है, लेकिन प्रधान कई वर्षों से कार्य योजना में नाला निर्माण का प्रस्ताव डाल देने की बात करता है। जलभराव होने से ग्रामीण नरकीय जीवन जीने को मजबूर हैं। ग्रामीणों ने इसकी शिकायत तहसील दिवस में की है। अधिकारियों से समस्या का जल्द से जल्द समाधान कराने की गुहार लगाई है। बुधवार को ग्रामीणों ने एलान किया है कि जल्द से जल्द अगर समस्या का समाधान नहीं हुआ, तो वे बेचकर पलायन करने को मजबूर हो जाएंगे। उन्हें रिश्तेदारों के यहां रहने के लिए विवश होना पड़ेगा। शिकायत करने वालो में वीरू पंडित राकेश कुशवाह, मूला धनगर, सेलू, बनवारीलाल, जालिम सिंह बघेल, बृजपाल सिंह, राजपाल सिंह, गीताराम बघेल, हीरालाल बघेल, उदय सिंह आदि ग्रामीण हैं।


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