अयोध्या: नम आंखों से दी गई शहीद राजकुमार को विदाई
अयोध्या: छत्तीसगढ़ में नक्सलियों से लोहा लेते हुए शहीद हुए रामनगरी के लाल, राजकुमार का पार्थिव शरीर पंचतत्व में विलीन हो गया. श्रद्धांजलि देने के लिए सुबह से ही उनके घर पर अधिकारियों, जनप्रतिनिधियों और जनमानस का तांंता लगा रहा. लोग अश्रुपूरित श्रद्धांजलि अपने लाल को देने के लिए उमड़ पड़े.
शहीद के सम्मान में नारे लगाते हुए हजारों की संख्या में युवा भी शहीद राजकुमार की अंतिम यात्रा में शामिल हुए. नम आंखों से शहीद के बेटे ने अपने पिता को अंतिम विदाई दी. नक्सलियों से लोहा लेते हुए शहीद हुए जवान राज कुमार यादव का शव रात लगभग एक बजे के बाद उनके आवास पर पहुंचा. रात में ही बड़ी संख्या में उनको श्रद्धासुमन अर्पित करने लोग उमड़े. सुबह घर पर ही शहीद जवान को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया.इस दरमियान उनकी बुजुर्ग मां और बेसुध पत्नी उनके शव से लिपटी विलाप करती रही. देखने वालों की आंखें नम थीं. इस बात का गर्व भी था कि नक्सलियों से लोहा लेते हुए उनका बेटा शहीद हुआ है.
सुबह 8 बजे शहीद की अंतिम यात्रा उनके आवास से निकली जिसकी अगवानी जिलाधिकारी, अयोध्या, एसएसपी, डीआईजी सीआरपीएफ, पूर्व मंत्री पवन पांडेय, विधायक अयोध्या वेद प्रकाश गुप्ता, महापौर ऋषिकेश उपाध्याय और हजारों की संख्या में युवाओं ने की. शहीद जवान के पार्थिव शरीर के साथ अंतिम यात्रा पर निकले युवाओं ने बलिदान देने वाले शहीदों राजकुमार के लिए गगनचुंबी उद्घोष लगाया. शमशान घाट पर राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई.
इस शहादत का बदला लिया जाएगा: सीआरपीएफ कमांडेंट
कमांडेंट छोटे लाल ने कहा कि बिहार-झारखंड-उड़ीसा-आंध्र नक्सलवादियों से ज्यादा इफेक्टिव क्षेत्र हैं. यह सरकार की नीतियों की देन है कि नक्सलवाद इन क्षेत्रों में समाप्त होकर अब केवल छत्तीसगढ़ में ही रह गया है. दोनों तरफ से जवाबी हमला होता है. नुकसान भी होता है. जल्द ही इस शहादत का बदला लिया जाएगा. नक्सलियों को खत्म करने का प्रयास लगातार जारी है. सरकार का प्रयास नक्सलियों के खिलाफ अभियान चलाकर नक्सलियों को खत्म करना है.
सीआरपीएफ के डीआईजी एसपी सिंह ने कहा कि शहीद के सम्मान से मनोबल बढ़ता है. शहीद जवान राजकुमार यादव के अंतिम यात्रा में अयोध्या उमड़ पड़ी. हमारी प्राथमिकता रही कि दिवंगत के परिवार का सपोर्ट कर सकें. घटना जांच का विषय है और उस पर टिप्पणी करना भी उचित नहीं है. डीआईजी एसपी सिंह ने कहा कि सीआरपी कभी बदले की भावना में काम नहीं करती हमारी प्राथमिकता है कि देश में शांति और स्थिरता बनी रहे. हमें आत्मरक्षा में ही गोली चलानी पड़ती है. नक्सलियों को सफाई के लिए काम किया जा रहा है. डीआईजी ने कहा कि हम घटनाओं से अपनी सीख लेते हैं और अपनी रणनीति में बदलाव करते हैं. कुछ यही प्रक्रिया नक्सली भी करते हैं, यहां सतत प्रक्रिया है.
शहीद को अंतिम विदाई देने जहां पूरी अयोध्या उमड़ पड़ा वहीं कई जनप्रतिनिधि नदारद रहे. पूर्व मंत्री सपा नेता पवन पांडेय, भाजपा महानगर अध्यक्ष अभिषेक मिश्र शहीद की शवयात्रा में पैदल चले. अन्य महत्वपूर्ण लोग आवास से शमशान घाट पर ही पहुंचे. सांसद लल्लू सिंह दिल्ली में अयोध्या पर्व मना रहे हैं.