हमारी शीर्ष वरीयता में कोरोना का टीकाकरण कार्यक्रम: सीएम योगी
अयोध्या: वैश्विक महामारी कोरोना वायरस संक्रमण के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सोमवार को दोपहर में गोरखपुर से रामनगरी अयोध्या पहुंचे। अयोध्या में कोविड कमांड सेंटर का निरीक्षण करने के बाद उन्होंने सर्किट हाउस में जनप्रतिनिधियों से वार्ता करने के साथ ही मीडिया से भी बात की।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस दौरान कहा कि कोरोना वायरस का संक्रमण महामारी है। इसको जरा सा भी हल्के में नहीं ले। बिना जरुरत के घर से नहीं निकलें। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में देश के साथ ही उत्तर प्रदेश में भी इन दिनों टीकाकरण का काम सही दिशा में चल रहा है। टीकाकरण का कार्यक्रम ही इस समय हमारी शीर्ष वरीयता में है। हमारा भी प्रयास है कि प्रदेश का कोई भी नागरिक टीकाकरण की प्रक्रिया से वंचित न रह सके।
सीएम ने आगे कहा कि उत्तर प्रदेश में वैक्सीनेशन का कार्यक्रम सफलतापूर्वक चल रहा है। प्रदेश में हम अभी तक लगभग 1.40 करोड़ से ज्यादा लोगों को वैक्सीन लगा चुके हैं। आज से हमने प्रदेश में वैक्सीन के कार्यक्रम को और तेज कर दिया है। अब प्रदेश में 18 से 44 वर्ष आयु वर्ग के लोगों का वैक्सीनेशन कार्यक्रम 18 जिलों तक हो गया है।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर ने हमारे सामने एक नई चुनौती पेश की। इसी दौरान जीवन रक्षक दवा के साथ मेडिकल ऑक्सीजन की मांग अचानक बढ़ गई। हमें अयोध्या को भी ऑक्सीजन की आपूॢत करनी है, जहां से इसे आसपास के जिलों में आपूर्ति की जा रही है। हम भारत सरकार और पीएम मोदी के शुक्रगुजार हैं जो इसके लिए विशेष ट्रेन चला रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के हर जिले में मेडिकल ऑक्सीजन की आपूर्ति को बढ़ा दिया गया है। इसके साथ ही दवा तथा बेड का भी हर जगह पर इंतजाम किया जा रहा है। इसके साथ ही ट्रैक, टेस्ट व ट्रीट के कारण प्रदेश में एक्टिव केस दिन पर दिन कम होते जा रहे है। उत्तर प्रदेश में अब तो स्थिति काबू में है। उन्होंने मेडिकल ऑक्सीजन की आपूर्ति के लिए केंद्र सरकार का भी आभार जताया।
उन्होंने कहा कि हमने प्रदेश में आंशिक कोरोना कर्फ्यू के साथ निगरानी समितियों व रैपिड रेस्पॉन्स टीम (आरआरटी) को विशेष अभियान के साथ जोड़ा है। हर ग्राम पंचायत में निगरानी समिति स्क्रीनिंग का काम कर रही है। लक्षणयुक्त लोगों को तत्काल मेडिकल किट पहुंचाई जा रही है। उन्होंने कहा कि देश और दुनिया के तमाम एक्सपर्ट कहते थे कि प्रदेश में पांच से दस मई के बीच में एक लाख केस प्रतिदिन आएंगे। यह तो ट्रैक, टेस्ट, और ट्रीट के एग्रेसिव अभियान का परिणाम है कि प्रदेश में कोरोना से पॉजिटिव होने वाले लोगों की संख्या कम है।
उन्होंने कहा कि कोरोना की पहली लहर का मुकाबला उत्तर प्रदेश ने बेहतर तरीके से किया था, जिसके बेहतर परिणाम भी सामने आए थे। दूसरी लहर में भी हम उसी प्रबंधन के साथ काम कर रहे हैं। दस दिन में उत्तर प्रदेश में बड़ी संख्या में एक्टिव केस कम हुए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में पूरे देश में कोरोना के खिलाफ मजबूती से अभियान चल रहा है, जिसके अपेक्षित परिणाम प्राप्त हो रहे हैं।