अयोध्या में आतंकी साजिश: हाई अलर्ट पर सुरक्षा एजेंसियां, आईएसआई, पीएफआई के बाद अब आईएसकेपी की दस्तक…

अयोध्या। पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई और कट्टरपंथी संगठन पीएफआई के बाद अब इस्लामिक स्टेट खुरासान प्रोविंस (आईएसकेपी) ने भी रामनगरी में अपनी जड़ें फैलाने की कोशिशें तेज कर दी हैं।
सुरक्षा एजेंसियों ने हाल ही में इनायतनगर के मंजनाई निवासी अब्दुल रहमान को गिरफ्तार किया है, जो आईएसकेपी से जुड़ा था और फरीदाबाद से हथियार लेकर अयोध्या लौटने वाला था।
इससे पहले, वर्ष 2017 में खवासपुरा निवासी आफताब को आईएसआई से संपर्क के चलते गिरफ्तार किया गया था। पिछले सात वर्षों में चार स्थानीय मुस्लिम युवकों की गिरफ्तारी हो चुकी है, जिनका संबंध आतंकी संगठनों से पाया गया। ये युवक सेना और अयोध्या के खिलाफ बड़ी साजिश का हिस्सा थे।
आफताब और रहमान की गिरफ्तारी के बाद सुरक्षा एजेंसियां हाई अलर्ट पर हैं। पुलिस और खुफिया विभाग संदिग्ध गतिविधियों पर कड़ी नजर रख रहे हैं, ताकि रामनगरी में किसी भी आतंकी साजिश को नाकाम किया जा सके।
पीएफआई का एजेंडा और गिरफ्तारियां : अयोध्या में पीएफआई की साजिशें भी उजागर हो चुकी हैं। सितंबर 2022 में बीकापुर के कुढ़ा गांव से पीएफआई सदस्य अकरम और दो अक्टूबर को पुरानी सब्जी मंडी से मोहम्मद जैद की गिरफ्तारी हुई थी।
पूछताछ में इन दोनों ने बाबरी मस्जिद पुनर्निर्माण, आरएसएस में घुसपैठ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ साजिशें रचने की बात कबूल की थी।