अयोध्या में सरयू घाट पर वाटर स्क्रीन के माध्यम से दिखेगी भव्य आरती: योगी सरकार का 1878.00 लाख का प्रोजेक्ट, पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा…

योगी सरकार का 1878.00 लाख का प्रोजेक्ट, पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा…
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अयोध्या। राम नगरी अयोध्या में पर्यटन और श्रद्धालुओं के अनुभव को और समृद्ध करने के लिए योगी सरकार एक और अभिनव परियोजना लेकर आई है। श्री अयोध्या जी तीर्थ विकास परिषद के तत्वावधान में सरयू घाट पर 1,878 लाख रुपये की लागत से वाटर स्क्रीन प्रोजेक्ट शुरू किया जा रहा है।

इस परियोजना के जरिए सरयू आरती को आधुनिक तकनीक के साथ प्रस्तुत किया जाएगा, जिससे श्रद्धालु और पर्यटक मंत्रमुग्ध होकर इस आध्यात्मिक दृश्य का आनंद ले सकेंगे। यह कदम अयोध्या के पर्यटन को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण साबित होगा।

भूल-भुलैया और दुर्लभ दर्शन के बाद नया प्रोजेक्ट : रामलला के भव्य मंदिर में विराजमान होने के बाद अयोध्या में श्रद्धालुओं की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर विकास से जुड़े विभाग नए-नए प्रस्ताव तैयार कर रहे हैं, जिन्हें स्वीकृति मिलते ही धरातल पर उतारा जा रहा है।

नगर निगम की भूल-भुलैया और अयोध्या विकास प्राधिकरण के दुर्लभ दर्शन प्रोजेक्ट की सफलता के बाद अब श्री अयोध्या जी तीर्थ विकास परिषद इस वाटर स्क्रीन प्रोजेक्ट को शुरू करने जा रहा है।

परिषद के सीईओ संतोष शर्मा ने बताया कि इस परियोजना पर काम शुरू हो चुका है और इसके पूरा होने के बाद अयोध्या का गौरव और पर्यटन दोनों बढ़ेंगे। इस प्रोजेक्ट का निर्माण उत्तर प्रदेश प्रोजेक्ट कॉरपोरेशन लिमिटेड द्वारा किया जा रहा है।

वाटर स्क्रीन के साथ साउंड सिस्टम की सुविधा : इस परियोजना के तहत सरयू आरती स्थल पर एक बड़ी नाव पर वाटर स्क्रीन और साउंड सिस्टम स्थापित किया जाएगा। 10 फीट ऊंची और 13 फीट लंबी एलईडी स्क्रीन पर आरती का भव्य प्रदर्शन होगा।

साउंड सिस्टम के जरिए श्रद्धालु नई तकनीक के साथ रामनगरी की गरिमा और सरयू आरती का आनंद ले सकेंगे। यह परियोजना न केवल आध्यात्मिक अनुभव को बढ़ाएगी, बल्कि पर्यटकों के लिए भी एक आकर्षक दृश्य प्रस्तुत करेगी।

श्रद्धालुओं को मिलेगी सहूलियत : सरयू आरती स्थल पर स्थान की सीमितता के कारण श्रद्धालुओं को अक्सर परेशानी का सामना करना पड़ता है। इस वाटर स्क्रीन प्रोजेक्ट के जरिए अब श्रद्धालु सुरक्षित और सुविधाजनक तरीके से आरती का आनंद ले सकेंगे। आधुनिक तकनीक का उपयोग करते हुए यह परियोजना सरयू आरती को और भव्य बनाएगी, जिससे अयोध्या की सांस्कृतिक और धार्मिक पहचान को नया आयाम मिलेगा।

पर्यटन को लगेंगे पंख : योगी सरकार का यह प्रयास अयोध्या को एक प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में स्थापित करने की दिशा में एक और सराहनीय कदम है। वाटर स्क्रीन प्रोजेक्ट के संचालन के बाद न केवल स्थानीय पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए भी यह एक अनूठा आकर्षण होगा।

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