चुनाव की घोषणा से पहले बोले योगी, अच्छे विद्यार्थी परीक्षा में जाने से नहीं घबराते

चुनाव की घोषणा से पहले बोले योगी, अच्छे विद्यार्थी परीक्षा में जाने से नहीं घबराते

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ चुनाव में जाने से पहले मौजूदा कार्यकाल के आखिरी साक्षात्कार में विश्वास से भरे हुए दिखाई दिए। उन्होंने शनिवार को डीडी कॉन्क्लेव के अंतिम सत्र में बोलते हुए कहा कि साल भर में जो विद्यार्थी मेहनत नहीं करता, क्लास अटेंड नहीं करता, कांसेप्ट स्पष्ट नहीं होता है, उसे डर लगना स्वाभाविक है। हम उन विद्यार्थियों में से एक हैं जो हमेशा क्लास में रहा, सारा होम वर्क किया। इसलिए हमें चुनाव को लेकर उत्सुकता है। यह चुनाव उत्सव के रूप में है। धुकधुकी विपक्ष के साथियों के लिए जरूर है। उन्हें डर है कि अगली बार विपक्ष में भी बैठने लायक रहेंगे या नहीं।

मुख्यमंत्री योगी ने कोविड काल में सरकार द्वारा उठाये गए महत्वपूर्ण कदमों के बारे में विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि हम जिस प्रकार से पहली और दूसरी लहर से लड़े हैं, उसी प्रकार तीसरी लहर को लेकर हमारी तैयारी है। प्रदेश में इस वक्त एक लाख 80 हजार बेड तैयार हैं। यह मोदी जी के नेतृत्व की वजह से सम्भव हो पाया है। विपक्ष केवल आरोप लगाना जानता है। उसे बस विरोध करना है। उत्तर प्रदेश में एक करोड़ से अधिक कामगार आये। उनमें से 40 लाख हमारे प्रदेश के थे। लोग सवाल करते थे कि इन कामगारों का क्या होगा। हमारी सरकार ने उनकी स्किल मैपिंग की। उन्हें स्किल के आधार पर रोजगार से जोड़ा गया। हमने पांच से सालों में साढ़े चार लाख से अधिक सरकारी नौकरी दी गयी है।

विपक्ष की अपनी सोच है। यूपी में 2017 से पहले नौकरी निकलती थी तो वसूली के लिए खुद लड़ते थे। सपा का नाम लिए बगैर मुख्यमंत्री ने कहा कि चाचा भतीजे लड़ते थे। यही हाल भाई बहन के बीच भी देखने को मिल रहा है। सत्ता से अभी बहुत दूर हैं लेकिन बोली लगने लगी है। भाजपा के 'फर्क साफ' नारे पर कहा कि 2017 से पहले बेटियां सुरक्षित नहीं थीं। बहुत से परिवार अपनी बेटियों को पढ़ाई के लिए बाहर भेजते थे। आज वे यहीं पढ़ाई कर रही हैं। नौकरी पेशे में हैं। पुलिस अपराधियों, माफियाओं के समक्ष घुटने टेके हुए थी। पुलिस में महिलाओं की संख्या दोगुनी हो गयी है। प्रदेश के 58 हजार ग्राम पंचायतों में बैंकिंग सखी की के रूप में तैनाती देकर रोजगार से जोड़ा है।

2012 से 2017 के बीच 500 से अधिक दंगा हुए। हमारी सरकार में एक भी दंगा नहीं हुआ है। अयोध्या, काशी और लखनऊ में कचहरियों के साथ आस्था के केंद्रों पर भी आतंकी हमले हुए थे। यह इसलिए होता था क्योंकि आतंकियों को पता था कि उस समय की सरकार उन्हें बचा लेगी। अखिलेश सरकार ने 15 आतंकवादियों से मुकदमें वापस लेने का अदेश जारी किया। न्यायालय ने तत्कालीन सरकार के आदेश को रद्द किया। वह सरकार आतंकियों और पेशेवर अपराधियों को संरक्षण देती थी।बुलडोजर चलाने के सवाल पर मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि अपराधियों, माफियाओं की अवैध सम्पत्ति पर बुलडोजर चला है। मुझे खुशी है कि हमारी सरकार में उनपर बुलडोजर चले हैं। हमारी सरकार शास्त्र और शस्त्र का संतुलन बनाकर काम कर रही है। सामान्य लोगों को डरने की जरूरत नहीं है। सरकार उनके साथ है लेकिन माफियाओं के खिलाफ सरकार की कार्रवाई जारी रहेगी।

प्रधानमंत्री ने यूपी प्लस योगी, बहुत उपयोगी का नारा यूं ही नहीं दिया होगा। योगी ने कहा कि 2017 के बाद दो करोड़ 47 लाख शौचालय, 46 लाख लोगों को आवास दिए हैं। केंद्र की 50 योजनाओं में उत्तर प्रदेश एक नंबर पर है। आजादी से 2017 तक केवल 12 मेडिकल कालेज थे। आज करीब करीब हर जिले में एक मेडिकल कालेज बना है या बन रहा है। हम सत्ता में रहने पर भी अपने मुद्दे से भटकते नहीं हैं। हमारी सरकारें राष्ट्रवाद, प्रत्येक नागरिक के जीवन में खुशहाली पर निरन्तर काम करती हैं।बतक देश में कोई प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री बना होगा तो उसने अपने और अपने परिवार के बारे में ही सोचा। पहली बार देश के प्रधानमंत्री ने देश के प्रत्येक नागरिक को अपना परिवार माना और उस परिवार के लिए जिया। ताजमहल बनाने वाले कारीगर का हाथ काट लिया गया था। काशी विश्वनाथ धाम का निर्माण करने वाले श्रमिकों पर प्रधानमंत्री मोदी ने पुष्प वर्षा की। उनके साथ भोजन किया। देश ने यह सब पहली बार देखा है। हम चुनाव में सारी बातें करेंगे लेकिन सत्ता में आएंगे तो सबका साथ सबका विकास करेंगे। किसी के साथ भेदभाव नहीं होगा।

मुख्यमंत्री योगी ने अलीगढ़ में महाराज महेंद्र प्रताप के नाम पर विश्वविद्यालय, महाराज सुहेलदेव के नाम पर स्मारक बनाने के अपनी सरकार के फैसलों को भी गिनाया। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार सबके लिए काम कर रही है।पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के सपने में कृष्ण के आने के सवाल पर उन्होंने कहा कि राम का नाम हनुमान जी भी लेते हैं और कालनेमि भी लेता था। लोग समझ रहे हैं कि कालनेमि भगवान राम का नाम क्यों ले रहा है। सपने में आकर भगवान कृष्ण उन्हें कोस रहे होंगे कि तुमने अपनी सरकार में प्रदेश का ही बेड़ा गर्क नहीं किया बल्कि कृष्ण नगरी मथुरा में दंगा कराकर उसे भी कलंकित करने का काम किया किया है। इसलिए भगवान कृष्ण उन्हें छोड़ चुके हैं। यह वही लोग हैं जो भगवान राम और कृष्ण के अस्तित्व को नकार रहे थे। राम भक्तों पर गोली चलवाते थे। अब इन्हें राम राज क्यों चाहिए ? सपने में कृष्ण क्यों आ रहे हैं ? जनता समझ रही है।

कहा जाता है कि चोरों को चांदनी रात में अच्छी नींद आती है। इसलिए सपा बसपा के लोग उत्तर प्रदेश को अंधेरे में धकेलने में जुटे रहते हैं। आज हम प्रदेश को समानरूप से हर जिले को बिजली दे रहे हैं। राज्य में जितनी बिजली का उत्पादन हो रहा है, उसका एक तिहाई हमारी सरकार में बढ़ा है। मुफ्त की बात करने वाले गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं। इनके पास कोई एजेंडा नहीं है। एजेंडा बिहीन लोग फ्री बिजली की बात कर रहे हैं। जहां जरूरत होती है, हम निःशुल्क व्यवस्था कर रहे हैं। हमारी सरकार में लोगों को मुफ्त राशन दिया जा रहा है।

2019 में सपा बसपा का दुनिया का सबसे बड़ा गठबंधन हुआ। बावूजद इसके प्रदेश की जनता ने भाजपा का 64 सीटों पर जीत दिलाई। चुनाव से पहले हमने कहा था कि 65 सीटों पर भाजपा जीतेगी। इस बार 2022 के चुनाव में भाजपा 300 से अधिक सीटे जीतकर सरकार बनाएगी। योगी से जब यह पूछा गया कि प्रदेश ही नहीं देश और दुनिया में भी मोदी, अमित शाह और योगी को रोकने वाले लोग सक्रीय हैं। दूसरा प्रदेश का मुसलमान आपके खिलाफ खड़ा है। दोनों समस्याओं से चुनाव में कैसे निपटेंगे ? इस पर मुख्यमंत्री ने बहुत बेबाकी से कहा कि हम अगर अपना सिर कटा कर तस्तरी में पेश कर दूंगा को भी वह हमारा समर्थन करने वाले नहीं हैं। हम इसकी परवाह भी नहीं करते हैं। हम प्रदेश की 24 करोड़ जनता के लिए काम करने पर विश्वास करते हैं। 2022 में भाजपा की फिर से सरकार बनने जा रही है।

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