जन सहयोग से पाएंगे कोरोना पर काबू : सीएम योगी

सीएम ने कहा कि कोविड-19 महामारी के खिलाफ जारी इस वैश्विक लड़ाई में उत्तर प्रदेश की जीत तय है।

लखनऊ: वैश्विक महामारी कोविड-19 के संक्रमण प्रसार को न्यूनतम करने के लिए लागू कोरोना कर्फ्यू के दौरान रविवार साप्ताहिक बंदी वाली औद्योगिक इकाइयां को छोड़ शेष पूर्ववत चलती रहेंगी।

इतना ही नहीं, रविवार को प्रस्तावित एनडीए आदि की परीक्षाओं का आयोजन भी होगा, साथ ही पूर्व निर्धारित शादी-विवाह जैसे कार्यक्रम भी सम्पन्न हो सकेंगे। हालांकि सभी जगह कोविड प्रोटोकॉल का अनुपालन सुनिश्चित करना अनिवार्य होगा।

शनिवार रात 8 बजे से सोमवार सुबह 7 बजे तक लागू कोरोना कर्फ्यू की अवधि में जरूरी काम से आवागमन करने वाले लोगों की सुविधा को देखते हुए सार्वजनिक परिवहन के साधनों को आधी क्षमता के साथ सड़कों पर चलाये जाने की छूट भी दी गई है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को टीम-11 के साथ प्रदेश में कोविड की स्थिति की समीक्षा करते हुए यह निर्देश दिए। सीएम ने कहा कि कोविड-19 महामारी के खिलाफ जारी इस वैश्विक लड़ाई में उत्तर प्रदेश की जीत तय है। पिछले वर्ष की कोविड लहर में पूरा यूपी एकजुट रहा, इसी एकजुटता और जनसहयोग के साथ इस बार भी हम कोरोना पर काबू पाएंगे। कोरोना कर्फ्यू, कोविड संक्रमण के प्रसार को कम करने में उपयोगी होगा।

सीएम ने प्रदेशवासियों से कोविड प्रोटोकॉल का का सख्ती से अनुपालन करने की अपील की है। समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने सभी 75 जनपदों में कोविड और नॉन कोविड मरीजों के इलाज की व्यवस्था, ऑक्सीजन व जीवन रक्षक दवाओं की उपलब्धता आदि की अद्यतन जानकारी ली।

उन्होंने कहा कि कोविड मरीजों की चिकित्सकीय सुविधा को सुदृढ़ रखने के दृष्टिगत सभी आवश्यक प्रयास किए जा रहे हैं। लखनऊ में डिफेंस एक्सपो कार्यक्रम स्थल पर बनने जा रहे 1000 बेड के कोविड हॉस्पिटल की प्रगति की समीक्षा करते हुए सीएम ने कहा कि लखनऊ में पूरे प्रदेश से मरीजों का आवागमन होता है, ऐसे में यहां सुविधाओं में बढ़ोतरी आवश्यक है।

मुख्यमंत्री ने लखनऊ में अवध शिल्पग्राम स्थल पर एक नए कोविड हॉस्पिटल के निर्माण के भी निर्देश दिए। इसका निर्माण एचएएल के सहयोग से होगा। योगी ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग एचएएल से समन्वय बनाकर इस हॉस्पिटल को यथाशीघ्र क्रियाशील कराए।

टेलीमेडिसिन के बारे में बढ़ाएं जागरूकता :

कोविड संक्रमण के कारण सरकारी चिकित्सालयों में स्थगित जनरल ओपीडी सेवाओं के विकल्प के रूप में सरकार टेलीमेडिसिन सेवा को बढ़ावा दे रही है। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि जरूरत पड़ने पर आमजन टेलीमेडिसिन के माध्यम से चिकित्सकीय परामर्श प्राप्त कर सकें, इसके लिए चिकित्सकों के संपर्क नम्बर, उनकी विशेषज्ञता, समय और अन्य जरूरी विषयों के बारे में विस्तृत जागरूकता अभियान चलाया जाए।

अगले आदेश तक सरकारी अस्पतालों में, इमरजेंसी सेवाओं तथा आवश्यक सेवाओं को छोड़कर, जनरल ओपीडी का संचालन स्थगित किया जाए, साथ ही ई-संजीवनी एप का व्यापक प्रचार-प्रसार भी करें। सीएम ने 16 मई तक मुख्यमंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेले का आयोजन 16 मई तक स्थगित रखने के भी आदेश दिए।

35 घंटे का कोरोना कर्फ्यू, सैनिटाइजेशन पर जोर :

शनिवार रात 08 बजे से सोमवार सुबह 07 बजे तक प्रभावी कोरोना कर्फ्यू के दौरान पूरे प्रदेश के सभी जिलों में व्यापक स्वच्छता और सैनिटाइजेशन अभियान भी चलाया जाएगा। मुख्यमंत्री ने ग्राम्य और शहरी विकास विभागों को इसके सफल क्रियान्वयन के निर्देश भी दिए। साथ ही कहा कि, पंचायत सामान्य निर्वाचन-2021 के मतदान के लिए पोलिंग पार्टियों की रवानगी का कार्य संचालित होता रहेगा।

दवाओं की कमी न हो, समस्या हो तो तुरंत बताएं :

कोविड मरीजों के लिए जीवनरक्षक दवाओं की।उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश देते हुए सीएम योगी ने कहा कि खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग रेमिडीसीवीर की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करे। सभी अस्पतालों में अगले 36 घंटों के लिए अनुमानित ऑक्सीजन की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। रेमिडीसीवीर सहित किसी भी प्रकार के जीवनरक्षक दवाओं की कोई कमी नहीं है।

सभी जिलों में इनकी उपलब्धता सुनिश्चित रखी जाए। उन्होंने इस महत्वपूर्ण कार्य की जिम्मेदारी राज्य मंत्री अतुल गर्ग को सौंपते हुए कहा कि किसी भी तरह की समस्या हो तो तत्काल मुख्यमंत्री कार्यालय को सूचित किया जाए।

निजी टेस्टिंग लैब को भी भेजें सैम्पल :

कोविड के विरुद्ध लड़ाई में 'टेस्ट, ट्रेस और ट्रीट' के महत्व को दुहराते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी अधिकृत निजी एवं सरकारी प्रयोगशालाओं में कोविड टेस्ट का कार्य पूरी क्षमता से किया जाए। उन्होंने कहा कि कोविड टेस्ट के लिए निजी प्रयोगशालाओं का पूरा प्रयोग किया जाए। सरकारी स्तर पर एकत्रित सैम्पल निजी प्रयोगशालाओं को भेजा जाए।

जिला प्रशासन क्वालिटी कंट्रोल सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि प्रदेश में हर दिन सवा 02 लाख से अधिक कोविड टेस्ट हो रहे हैं। इसे और विस्तार दिए जाने की आवश्यकता है। कोविड से लड़ाई में टेस्टिंग अत्यंत महत्वपूर्ण हथियार है। अन्य प्रदेशों से आने वाले यात्रियों व लोगों के लिए एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन तथा बस स्टेशनों पर रैपिड एन्टीजन टेस्ट की व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएं।

सभी जिलों में डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल की संख्या बढ़ाई जाए। एल-2 व एल-3 स्तर के अस्पतालों की संख्या में लागातर बढ़ोतरी की जाए। कहीं भी बेड की कमी कतई न हो। अस्पतालों में प्रशिक्षित मानव संसाधन की व्यवस्था सुनिश्चित करें। चिकित्सा शिक्षा मंत्री के स्तर से इस व्यवस्था की मॉनिटरिंग की जाएगी।

प्रभावी हो इंटीग्रेटेड कंट्रोल कमांड सेंटर की कार्यप्रणाली :

लखनऊ के आईसीसीसी की कार्यप्रणाली पर अंसतोष जताते हुए मुख्यमंत्री ने सम्बंधित अधिकारियों को कार्यशैली सुधारने की भी चेतावनी दी। सीएम ने कहा कि संबंधित अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि यह सेंटर जनता के लिए उपयोगी हो, अन्यथा की दशा में सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण की दर में बढ़ोतरी हो रही है। थोड़ी सी लापरवाही भारी पड़ सकती है।

अतः पब्लिक एड्रेस सिस्टम का भरपूर उपयोग करते हुए लोगों को जागरूक किया जाए। निगरानी समितियों की भूमिका महत्वपूर्ण है। जागरूकता के लिए प्रचार-प्रसार संबंधी सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएं। सार्वजनिक स्थानों पर कोविड हेल्प डेस्क पूरी तरह सक्रिय रहें। सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनना अनिवार्य करें। आवश्यकतानुसार इंफोर्समेंट की कार्रवाई भी की जाए।

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि संक्रमण प्रसार को न्यूनतम रखने की दृष्टि से यह अत्यन्त जरूरी है कि कंटेनमेंट जोन के प्राविधानों को सख्ती से लागू किया जाए। सीएम ने कहा कि कोविड प्रबंधन से जुड़े कार्यों के लिए धन की कोई कमी नहीं है। सभी जनपदों में क्वारन्टीन सेंटर संचालित किए जाएं। क्वारन्टीन सेंटरों में आवश्यक चिकित्सकीय सुविधाओं के साथ-साथ भोजन और शयन की समुचित व्यवस्था हो। दूसरे प्रदेशों से आ रहे लोगों का समुचित टेस्ट कर आवश्यकता नुसार क्वारन्टीन किया जाए।

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