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कोविड प्रोटोकॉल को धता बताने वाले जीडी गोयनका स्कूल प्रबंधन पर मेहरबान उपमुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा
लखनऊ: राजधानी लखनऊ में कोरोना के बढ़ते मामलों के चलते जहां हालात बेकाबू हो चुके हैं। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कोरोना प्रोटोकॉल का पालन कराए जाने को लेकर टीम-11 की लगातार उच्च स्तरीय बैठकें कर रहे हैं। वहीं कोविड प्रोटोकॉल को धता बताने वाले राजधानी के एक नामी निजी स्कूल पर उपमुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा की मेहरबानी एक बार फिर चर्चा का विषय बनी हुई है। उपमुख्यमंत्री डॉ. शर्मा न सिर्फ उस नामी स्कूल के कार्यक्रम में शामिल हुए, बल्कि सैकड़ों की संख्या में उपस्थित स्कूल स्टाफ के साथ बगैर मास्क लगाए नजर आए। कार्यक्रम से जुड़ा एक फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें सैकड़ों की संख्या में लोग बगैर मास्क लगाए नजर आ रहे हैं।
उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने कोरोना को भगाने का नायाब तरीका खोज निकाला है। जिसमें भीड़ इकट्ठा करना, सबको बिना मास्क के एक-दूसरे के नजदीक खड़ा करना और खुद बीच में खड़े होकर फोटो सेशन कराना। है न कमाल का आइडिया! क्या पता यह सब देखकर कोरोना डर के मारे थर-थर कांपते हुए भाग खड़ा हो? इसका एक फायदा मुझे भी हुआ लखनऊ में कोरोना के बढ़ते मामले देख मैं असम या बंगाल जाने की सोच रहा था। वहां भीड़ के डर से कोरोना को भागते देखा जा रहा है, लेकिन यह शनिवार की तश्वीर देखकर अब लगा कि लखनऊ में रहकर भी काम चलाया जा सकता है। क्या पता डॉ. शर्मा के अथक प्रयास से अब कोरोना लखनऊ से भी भागने को मजबूर हो जाए।
सोशल मीडिया पर ऐसा ही एक फोटो वायरल हो रहा है। यह तस्वीर लखनऊ के अंसल सिटी स्थित जीडी गोयनका स्कूल में हुए कार्यक्रम की बताई जा रही है। इसमें कार्यक्रम की शोभा खुद उपमुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा बढ़ा रहे हैं। कोरोना प्रोटोकॉल के मुताबिक, किसी भी सूरत में सामूहिक जुटान नहीं किया जा सकता है। इसके बावजूद उपमुख्यमंत्री जैसे पद पर आसीन डॉ. दिनेश शर्मा ने लखनऊ जिला प्रशासन की चुनौती बड़ा दी है। वह कोरोना प्रोटोकॉल को धता बताने वाले जीडी गोयनका स्कूल के कार्यक्रम में पहुंचे। इस दौरान उन्होंने न सिर्फ स्कूल स्टाफ के साथ फोटो खिंचवाई बल्कि किसी को मास्क न लगाने पर ऐतराज भी नहीं जताया। वायरल फोटो में करीब सैकड़ों स्कूल स्टाफ के लोग बगैर मास्क के लोग शामिल हैं।
चार साल में एक भी काम ऐसा नहीं किया जिसे बता सकें
डॉ. दिनेश शर्मा उपमुख्यमंत्री के साथ ही माध्यमिक शिक्षा एवं उच्च शिक्षा विभाग के मंत्री भी हैं। जिनके पास मार्च 2017 से लेकर 4 अप्रैल 2021 तक माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड से एक भी वैकेंसी नहीं निकालने का रिकॉर्ड है। 4 सालों में उच्च शिक्षा में सिर्फ एक वैकेंसी निकालने का भी रिकार्ड भी इन्हीं के पास है। शायद प्रदेश के युवाओं को नौकरी देने में इनका मन न लगता हो? इनको निजी स्कूलों के कार्यक्रम में शिरकत करने में ही मजा आता हो। अब नियम कानून बनाने वाले ही जब उसका उल्लंघन करेंगे, तो फिर ऐसे में हम किस हैसियत से आमजनता से उम्मीद कर सकते हैं।
उपमुख्यमंत्री के प्रतिनिधि ने दी सफाई
इस संदर्भ में उपमुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा का पक्ष लेने के लिए उनके अधिकृत मोबाइल नम्बर पर फोन किया गया, पर उन्होंने फोन नहीं उठाया। इसके बाद उनके निजी प्रतिनिधि बृजेश मिश्र को फोन किया गया तो उन्होंने बताया कि फोटो में जैसा दिख रहा है, वैसा नहीं है। माननीय उपमुख्यमंत्री मंचस्थ थे। बाकी दिख रही भीड़ उनसे पर्याप्त दूरी पर है। इस तरह कोरोना प्रोटोकॉल के उल्लंघन का मामला नहीं बनता है। जबकि वायरल फोटो में उपमुख्यमंत्री सहित वहां पर मौजूद स्कूल स्टाफ में से किसी ने भी मास्क नहीं लगाया है।
स्कूल प्रबंधन दावा-कोरोना प्रोटोकॉल का हुआ पालन
जीडी गोयनका पब्लिक स्कूल के मीडिया समन्वयक अरविंद सिंह के मुताबिक, कार्यक्रम के दौरान कोविड प्रोटोकॉल का पालन किया गया था। जब उनसे बगैर मास्क की वायरल हो रही फोटो के बारे में पूछा गया तो उन्होंने फोन काट दिया। राजधानी का सबसे नामी स्कूल को कोरोना प्रोटोकॉल के दौरान कार्यक्रम की अनुमति मिलना समझ से परे है। अगर बगैर अनुमति कार्यक्रम हुआ है तो यह और भी आपत्तिजनक है। सत्ता के शीर्ष पर बैठे माननीयों से उम्मीद रखने वाली जनता आखिर ऐसे मामलों से क्या सबक सीखेगी।