बेटियों पर बुरी नजर डाली तो दुर्गति तय : योगी आदित्यनाथ

- महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा, सम्मान व स्वावलम्बन को योगी ने बनाया अभियान - शारदीय से बासंतिक नवरात्रि तक चलेगा नारी सुरक्षा-सम्मान का महाभियान - शोहदों के लिए योगी का प्लान, पहले जागरूकता, फिर काउंसिलिंग, नहीं माने तो सामाजिक बहिष्कार -महिला हित में कार्य करने वालों को सम्मानित करेगी प्रदेश सरकार - थानों के साथ अब तहसीलों पर भी स्थापित होंगे महिला हेल्प डेस्क
- बलरामपुर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया 'मिशन शक्ति' का श्रीगणेश

लखनऊ/बलरामपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि राज्य सरकार प्रदेश की हर बेटी-हर महिला का सम्मान और सुरक्षा सुनिश्चित करने के साथ-साथ उनके स्वावलंबन के लिए प्रतिबद्ध है। जो लोग नारी गरिमा और स्वाभिमान को दुष्प्रभावित करने की कोशिश करेंगे, बेटियों पर बुरी नजर डालेंगे, उनके लिए उत्तर प्रदेश की धरती पर कोई जगह नहीं है। यह लोग सभ्य समाज के लिए कलंक हैं। उत्तर प्रदेश सरकार ऐसे अपराधियों से पूरी कठोरता से निपटेगी। इनकी दुर्गति तय है।

महिलाओं, बेटियों और बच्चों की सुरक्षा, सम्मान व स्वावलंबन के प्रयास को अभियान का रूप देते हुए शनिवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी जनपद बलरामपुर से प्रदेशव्यापी 'मिशन शक्ति' का श्री गणेश कर रहे थे। शारदीय नवरात्र से बासंतिक नवरात्र तक चलने वाले इस अभियान का शुभारंभ करते हुए योगी ने कहा कि नारी 'शक्ति' की प्रतीक है। हमारी सनातन परंपरा में नारी पूजनीय है, वंदनीय है। नवरात्रि का अनुष्ठान इसी का द्योतक है। आवश्यकता है कि बदलते दौर में नई पीढ़ी को अपनी सनातन संस्कृति की परंपरा का वाहक बनाएं, उनमें, स्त्री के प्रति सम्मान, सुरक्षा और स्वावलंबन की भावना का प्रसार करें। 'मिशन शक्ति' इसी दिशा में एक प्रयास है। मुख्यमंत्री ने महिलाओं एवं बेटियों सुरक्षा व सम्मान की शुरुआत घर से होने की जरूरत बताई। उन्होंने कहा कि बेटा-बेटी में कोई भेद नहीं, कोख में बेटियों की हत्या और बाल-विवाह की सार्वजनिक रूप से निंदा होनी चहिए। बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना, मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना जैसे प्रयासों के माध्यम से केंद्र व राज्य सरकार पूरी मजबूती से बेटियों के उत्थान के लिए से संकल्पित है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अपने खिलाफ होने वाली हिंसा या अपराध की शिकायत ज़रूर करें। आपके पास 1090, 1070, 189, 112 जैसी तमाम विकल्प हर समय उपलब्ध हैं।

बलरामपुर की बेटी को दी श्रद्धांजलि : विगत दिनों बलरामपुर में बालिका के साथ हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि 'मिशन शक्ति' उस बालिका को श्रद्धांजलि स्वरूप है। बलरामपुर में जनता से मुखातिब मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेशव्यापी 'मिशन शक्ति' के पहले चरण में महिलाओं, बेटियों और बच्चों की सुरक्षा व सम्मान सुनिश्चित करते हुए जन जागरूकता का कार्यक्रम चलाया जाएगा। दूसरे चरण में 'ऑपरेशन शक्ति' के अंतर्गत चिन्हित मनचलों, शोहदों की काउंसलिंग कराई जाएगी। इसके बाद भी अगर सुधार न हुआ तो जनसहयोग से ऐसे असामाजिक तत्वों के सामाजिक बहिष्कार की कार्रवाई होगी। इनकी तस्वीर चौराहों पर लगेगी। उन्होंने कहा कि अभियान के तहत महिला हित में कार्य करने वाली संस्थाओं, समूहों और व्यक्तियों को सूची बद्ध करते हुए प्रदेश सरकार सम्मानित करेगी। इस बार रामलीला के मंच और दुर्गा पंडाल भी महिला सशक्तिकरण का संदेश, हर जनपद से 100 रोल मॉडल महिलाएं चुनी जाएंगी।


थानों और तहसीलों में महिला हेल्प डेस्क : मुख्यमंत्री ने महिलाओं को उन्नति के लिए हर अवसर उपलब्ध कराने के आश्वासन देते हुए कहा कि महिला सम्बन्धी अपराध कतई क्षम्य नहीं है। ऐसे प्रकरणों में त्वरित कार्रवाई होगी। अभियोजन की कार्यवाही पूरी तैयारी से होगी। जल्द से जल्द न्याय के लिए इनकी सुनवाई जरूरत के मुताबिक फास्ट ट्रैक कोर्ट में कराई जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि महिलाओं की सुविधा और संवेदनशीलता के दृष्टिगत प्रदेश के सभी थानों और तहसीलों में महिला हेल्प डेस्क की स्थापना की जाएगी। यहां तैनात कर्मचारी भी महिला होगी।


लोक-कलाकारों ने किया मुख्यमंत्री का स्वागत : कार्यक्रम स्थल पर 'मिशन शक्ति' से जुड़े सभी विभागों की प्रदर्शनी लगाई गई थी। मुख्यमंत्री जी ने प्रदर्शनी का लोकार्पण करते हुए सभी स्टालों का अवलोकन भी किया। इससे पहले मुख्यमंत्री के आगमन पर उनके स्वागत में स्थानीय लोक कलाकारों ने भजन एवं देवी गीतों पर आकर्षक प्रस्तुति दी। पूरे कार्यक्रम में में कोविड प्रोटोकॉल के अनुसार सोशल डिस्टेंसिंग का अनुपालन किया गया। मंच से शासन-प्रशासन स्तर से अधिकारी सतत निर्देश देते रहे। कार्यक्रम में विधायक बलरामपुर पलटूराम, गैसड़ी विधायक शैलेश कुमार सिंह' शैलू' तुलसीपुर के कैलाश नाथ शुक्ल, उतरौला के रामप्रताप वर्मा की मौजूदगी रही। साथ ही, अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री व सूचना संजय प्रसाद के अलावा देवीपाटन मंडल के वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति भी रही।

दुश्मन देश का महिमामंडन करने वालों से सावधान रहें : योगी


बलरामपुर में जनता से मुखातिब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बिना नाम लिए विपक्ष पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि दुश्मन देश का महिमामंडन करने वालों को पहचान लें। यह देश के खिलाफ साजिश है। दुश्मनों की भाषा बोलने वालों की सोच उनकी समाज के प्रति सोच को भी परिलक्षित करता है, ऐसे लोग सिर्फ बांटो और राज करो की नीति पर यकीन रखते हैं। अपने इसी नीति के तहत इन लोगों ने पहले देश को बांटा और अब समाज को बांट कर देश में जातीय हिंसा और दंगा फैलाना चाहते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसे लोगों की सोच में विकास है ही नहीं, अगर होता तो हर गरीब के सिर पर एक अदद छत होती, उसके घर में शौचालय, बिजली, पानी, रसोई गैस जैसी सुविधाएं होतीं। यह वही लोग हैं, जिनके समय में गरीबों के राशन पर माफिया डाका डालते थे। अब चूंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की अगुआई और निर्देशन में बिना भेदभाव के पूरी पारदर्शिता से उनका हक मिल रहा है। इस उपलब्धि से यह लोग हताश हैं और निराशा में तरह-तरह के हथकंडे अपना रहे हैं।

योगी आदित्यनाथ का 'मिशन शक्ति' अभियान

- महिला सम्मान, सुरक्षा और स्वावलंबन की भावना के विस्तार के उद्देश्य वाला यह अभियान शारदीय से बासंतिक नवरात्रि तक (180 दिन) चलेगा।

- प्रदेश के सभी 75 जिलों, 521 ब्लाकों, 59,000 पंचायतों, 630 शहरी निकायों और 1535 थानों के जरिए महिलाओं एवं बालिकाओं को आत्मनिर्भर बनने का प्रशिक्षण, सुरक्षा एवं सम्मान के प्रति जागरूकता किया जाएगा।

- प्रथम चरण में अभियान जागरूकता आधारित होगा, जबकि द्वितीय चरण में "मिशन शक्ति" के इन्फोर्समेंट पर बल दिया जाएगा। मनचलों, दुराचारियों के विरुद्ध तत्परता के साथ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

- कुल 23 विभाग इस अभियान का हिस्सा होंगें। " डिपार्टमेंटल कन्वर्जेन्स मॉडल" के माध्यम से अभियान में सहयोग प्रदान करेंगे।

- स्थानीय स्तर पर सामाजिक संगठन, विभिन्न महिला संगठनों, मीडिया तथा जागरूक समाजसेवियों की एक समिति बनाकर विभिन्न रोल मॉडल का चयन किया जाएगा।

- ऐसी महिलाएं एवं बालिकाएं, जिन्होंने विभिन्न क्षेत्रों जैसे महिला सशक्तिकरण , भ्रूण हत्या रोकने सम्बन्धी अभियान , उद्यमिता , शिक्षा , महिला अपराध रोकने में बेहतर काम किया है उनका चयन रोल मॉडल के लिए किया जाएगा। हर जिले से 100 रोल मॉडल का चयन किया जाएगा।

- लैंगिक आधारित संवेदीकरण, ध्वनि संदेश, साक्षात्कार, प्रशिक्षण, दुर्गापूजा पण्डालों में कार्यक्रम, थानों पर कार्यक्रम तथा ग्रामीण स्तर पर जागरूकता उत्पन्न किये जाने संबंधी कार्यक्रम आयोजित होंगे।

-पब्लिक एड्रेस सिस्टम के माध्यम से महिला सुरक्षा, स्वावलंबन की योजनाओं के प्रचार-प्रसार के साथ-साथ महिला एवं बाल अपराध से जुड़े कड़े कानूनों के बारे में भी लोगों को जागरूक किया जाएगा।

- महिलाओं में स्वावलम्बी बनने की प्रकिया को बढ़ाई जाएगी।

- विभिन्न विभागों द्वारा विभिन्न स्तरों पर शासन द्वारा महिलाओं एवं बालिकाओं के लिए चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं में लाभार्थियों का चयन एवं प्रशिक्षण के कार्यक्रम कराए जाएंगे।

- शासन के विभिन्न विभागों की योजनाओं की जानकारी प्रदान किए जाने हेतु महिलाओं बालिकाओं के जागरुकता शिविर आयोजित कर उन्हें इन कार्यक्रमों के लाभों के बारे में अवगत कराया जाएगा।

पिंक वाहनों से महिला पुलिस शोहदों को सिखाएंगी सबक


राजधानी की महिलाओं के लिए अच्छी खबर है। नवरात्र के पहले दिन महिला सुरक्षा संबंधी बड़ी सौगात दी गई है। सेफ सिटी परियोजना के तहद लखनऊ की महिलाओं की महिला पुलिस पुलिस पिंक स्कूटी व चौपहिया वाहनों (टीयूवी) से सुरक्षा करेगी। शनिवार को इस परियोजना का राज्यपाल आनंदी बेन राजभवन से शुभारंभ किया। लखनऊ में महिलाओं की सुरक्षा के लिए पिंक वाहनों से महिला पुलिस सभी प्रमुख स्थानों पर मुस्तैद रहेगी। डीसीपी नॉर्थ और महिला सुरक्षा शालिनी ने बताया कि लखनऊ महिला पुलिस को 100 पिंक स्कूटी और 10 टीयूवी पिंक वाहन मिले हैं। पिंक स्कूटी पर दो महिला पुलिसकर्मी रहेंगीं, जो शोहदों को सबक सबक सिखाएंगी। टीयूवी वाहन में दो महिला पुलिसकर्मी, एक पुरुष पुलिसकर्मी और एक ड्राइवर रहेगा। महिला संबंधी बढ़ते अपराधों पर काबू पाने के लिए इस योजना का शनिवार से शुभारंभ किया गया। जिसका असर सड़कों पर भी देखने को मिलेगा। डीसीपी नार्थ शालिनी ने बताया कि महिला सुरक्षा के लिए गोष्ठियों के माध्यम से महिलाओं के साथ पुरुषों को भी जागरूक किया जाएगा। अगर किसी की थाने स्तर पर सुनवाई नहीं हो रही तो वह भी अपनी बात रख सकता है। लोगों को कानून के संबंध में भी जानकारी दी जाएगी।

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