- Home
- /
- देश
- /
- उत्तरप्रदेश
- /
- लखनऊ
लखनऊ: राष्ट्रीय राजमार्ग 24 पर नीचे लटक रहे बिजली के तार, बड़ी दुर्घटना की आशंका…
लखनऊ। राष्ट्रीय राजमार्ग 24 पर राजधानी के बीकेटी थाना क्षेत्र से लेकर सीतापुर जिले तक एक दर्जन से अधिक स्थानों पर बिजली विभाग द्वारा सड़क पार करने के लिए डिवाइडर पर बांस बल्ली लगाकर खींचे गए 11 केवी बिजली के केबल की ऊंचाई कम होने के कारण दुर्घटना की आशंका बनी हुई है। वहीं बिजली के केबल बस, ट्रक के संपर्क में आने की संभावना बनी हुई है। राजमार्ग पर दोनों तरफ़ कम उंचाई पर लटक रहे बिजली केबिल से सबको जानमाल का भय सता रहा है। क्योंकि बस, ट्रक जिस पर सामान लदे होते हैं, वे 11 केवी बिजली तार के संपर्क में कभी भी आ सकते हैं।
बता दें कि एनएचएआई द्वारा समय रहते राजमार्ग पर ऐसे खतरे को टालने के वर्ष 2021 से लेकर अब तक जिला प्रशासन, विद्युत विभाग को कई बार पत्र लिखकर राजमार्ग पर बांस बल्ली पर मौत बनकर झूल रहे बिजली के केबिल को हटवाने या फिर केबिल की ऊंचाई अधिक की मांग की गई कि जिससे कि राजमार्ग पर बड़े हादसे को टाला जा सके। लेकिन एनएचएआई द्वारा जिला प्रशासन व विद्युत विभाग को भेजे गए पत्रों का संबंधित विभाग द्वारा अब तक संज्ञान न लिए जाने से राजमार्ग पर यात्रा करने में अभी तक जानमाल का खतरा बना हुआ है।
राजमार्ग पर यात्रा कर रहे लोगों की शिकायत पर लखनऊ जिले के बीकेटी से लेकर सीतापुर जिले तक 'स्वदेश' ने एक पड़ताल की तो देखने में आया कि बीकेटी से सीतापुर तक कई चाैराहे में बिजली सप्लाई के लिए कम हाइट पर तार खींचकर सड़क को पार कराया गया हैं। इसके कारण क्षमता से अधिक यानी ओवरलोड वाहनों का तार से टच हो जाने का खतरा बना हुआ है। बिजली विभाग के द्वारा कम हाइट पर तार खींचने के कारण भी दुर्घटना होने की आशंका बनी हुई है। साथ ही नियम विरुद्ध वाहनों में क्षमता से अधिक माल लोड कर राजमार्ग से निकलते वक्त तार का वाहन से टच होने का खतरा बना हुआ है, लेकिन एनएचएआई द्वारा लगातार संबंधित को पत्राचार किए जाने के बाद भी बिजली विभाग के द्वारा बिजली के केबिलों की हाइट नहीं बढ़ाई जा रही है कि जिससे दुर्घटना को रोका जा सके।
"राजमार्ग पर कम हाइट पर बिजली के तार खींच कर सड़क पार कराये जाने से होने वाली दुर्घटनाओं को रोकने को लेकर एनएचएआई ने जिलाधिकारी एवं बिजली विभाग को कई बार पत्राचार कर बिजली के तारों की हाइट बढ़ाने की मांग की जा चुकी है, लेकिन संबंधित द्वारा अब तक संज्ञान लिया गया है, शीघ्र ही फिर रिमाइंडर भेजा जाएगा।" - प्रदीप शुक्ला, कॉरिडोर मैनेजर, टोल प्लाजा राष्ट्रीय राजमार्ग 24