मुख्यमंत्री आदित्यनाथ से मिले सिंगापुर के उच्चायुक्त, मिलकर आगे बढ़ने की हुई बात

मुख्यमंत्री आदित्यनाथ से मिले सिंगापुर के उच्चायुक्त, मिलकर आगे बढ़ने की हुई बात
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लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से उनके सरकारी आवास पर सिंगापुर के उच्चायुक्त साइमन वॉन्ग ने बुधवार को शिष्टाचार भेंट की। इस अवसर पर सिंगापुर और भारत, विशेष रूप से उत्तर प्रदेश के मध्य संबंधों को और बेहतर करने के विषय में विचार-विमर्श किया गया।उच्चायुक्त ने सिंगापुर की कम्पनियों को उत्तर प्रदेश में और यहां की कम्पनियों को सिंगापुर में निवेश करने के लिए आमंत्रित किया। मुख्यमंत्री योगी ने सिंगापुर की उप्र में निवेशक कम्पनियों को पूरा सहयोग का भरोसा दिया।

साइमन वांग ने मुख्यमंत्री को दोबारा सरकार बनाने के लिए बधाई देते हुए कहा कि यह कहने में कोई अतिशयोक्ति नहीं लगती कि मुख्यमंत्री योगी से भेंट के बाद उत्तर प्रदेश मुझे अपना दूसरा घर जैसा लगता है। सितंबर 2021 से अब तक सिंगापुर के प्रतिनिधिमंडल ने कई बार इन्वेस्टमेंट के बारे में उप्र के अधिकारियों से भेंट की है। हमें जानकारी मिली है कि उत्तर प्रदेश आगामी वर्ष में ग्लोबल इन्वेस्टर समिट का आयोजन कर रहा है। हम चाहते हैं कि आप हमारी कंपनियों को इसमें आमंत्रित करें। उत्तर प्रदेश की कंपनियों का सिंगापुर में स्वागत है। यदि मुख्यमंत्री की सहमति हो तो सिंगापुर को उत्तर प्रदेश के ग्लोबल इन्वेस्टर समिट का फर्स्ट पार्टनर कंट्री बनने में प्रसन्नता होगी।

250 मिलियन यूएस डॉलर का निवेश

उच्चायुक्त वांग ने बताया कि सिंगापुर की विभिन्न कंपनियों ने उप्र में 250 मिलियन यूएस डॉलर का निवेश किया है। अधिकांश निवेश नोएडा व आस पास के क्षेत्रों में हैं। हम अपने निवेशकों को लखनऊ सहित प्रदेश के दूसरे हिस्सों में निवेश के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं।

स्किल यूनिवर्सिटी की स्थापना -

उन्होंने उत्तर प्रदेश स्किल यूनिवर्सिटी की स्थापना में सभी तरह के जरूरी सहयोग करने का आश्वासन दिया। साथ ही कहा कि हमारा प्रस्ताव है कि उत्तर प्रदेश और सिंगापुर की सरकार के बीच ज्ञान, तकनीक और कौशल के एक्सचेंज के लिए एक कार्यक्रम हो। हम राज्य सरकार के अधिकारियों और कर्मचारियों की क्षमता अभिवर्धन के लिए जरूरी प्रशिक्षण देने को तैयार हैं। सिंगापुर को वॉटर मैनेजमेंट सहित शहरी विकास और नियोजन के विभिन्न क्षेत्रों में उत्तर प्रदेश का सहयोग करने में प्रसन्नता होगी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वर्ष 2018 में सिंगापुर की यात्रा की थी। इस अवसर पर शहरी विकास एक अहम मुद्दा था। प्रधानमंत्री की भावना के अनुसार हम उत्तर प्रदेश में काम करने के इच्छुक हैं।

स्मार्ट सिटी परियोजना में निवेश -

इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि हाल ही में सम्पन्न तृतीय ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी में सिंगापुर की एक कंपनी ने 1100 करोड़ की धनराशि का निवेश किया है। स्मार्ट सिटी परियोजना में प्रदेश का उत्कृष्ट प्रदर्शन है। सिंगापुर हमें इस परियोजना की बेहतरी के लिए तकनीकी सहयोग कर सकता है।

निवेशकों की आवश्यकताओं का पूरा ध्यान -

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश अपने निवेशकों की आवश्यकताओं का पूरा ध्यान रखता है। हमारी उद्योग अनुकूल नीतियों से प्रदेश का औद्योगिक माहौल बदला है। उद्योग जगत की जरूरतों के अनुसार 21 सेक्टोरल पॉलिसीज तैयार की गई हैं। राज्य सरकार प्रधानमंत्री के विजन के अनुरूप औद्योगिक विकास के लिए उद्यमियों को सभी जरूरी संसाधन उपलब्ध कराने को तत्पर है। अगले वर्ष प्रस्तावित ग्लोबल इन्वेस्टर समिट में सिंगापुर को पार्टनर कंट्री बनाने में खुशी होगी। उत्तर प्रदेश में निवेश करने वाली सिंगापुर की कम्पनियों को अनुकूल माहौल मिलेगा। जेवर के पास फ़िल्म सिटी की स्थापना हो रही है। यहीं मेडिकल डिवाइस पार्क और फिन-टेक सिटी का विकास हो रहा है। यहां निवेशकों के लिए असीम संभावनाएं हैं। एमएसएमई क्षेत्र में सिंगापुर सहयोग कर सकता है।मुख्यमंत्री से भेंट करने वाले सिंगापुर के प्रतिनिधिमंडल में उच्चायुक्त साइमन वांग, क्षेत्रीय निदेशक इंटरप्राइज डेनिस टेन, फर्स्ट सेक्रेटरी (पॉलिटिकल) वू पो चेंग और अब्राहम टेन शामिल रहे।

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