लखनऊ: चिनहट थाना का हिस्ट्रीशीटर चला रहा था जुआ का अवैध कारोबार, 19 गिरफ्तार

लखनऊ: चिनहट थाना का हिस्ट्रीशीटर चला रहा था जुआ का अवैध कारोबार, 19 गिरफ्तार
जुआ खेलने और पुलिस पार्टी पर हमला करने के आरोप में जुआरियों को सरगना सहित 19 लोगों को गिरफ्तार किया गया। जबकि 4 जुआरी मौके से फरार हो गये। पुलिस ने इन जुआरियों के कब्जे से 3 लाख रुपये की नगदी, एक तमंचा, कारतूस, 20 मोबाइल व एक स्कार्पियों बरामद किया है।

लखनऊ (संतोष कुमार सिंह): चिनहट थाने का हिस्ट्रीशीटर जुआ का अवैध कारोबार चला रहा था। पुलिस विभाग में उसकी अच्छी साटगांठ थी। तास का पत्ता खुलते ही इनके गुर्गे चैक चैराहों पर मुस्तैद रहते थे। पुलिस की गाड़ी देखते ही अड्डे का एलर्ट कर दिया जाता था। रोजाना इस अड्डे पर लाखों रुपये का जुआ होता था। हार और जीत के बाद दूसरे अपराध भी यहां से पनप रहे थे। जुआ का अवैध कारोबार सालों से बेरोकटोक चल रहा था।

पुलिस के लिये उन्हे पकड़ना किसी चुनौती से कम न था। लेकिन शनिवार को एडीसीपी पूर्वी द्वारा गठित 40 पुलिसकर्मियों की टीम इसका भंडाफोड़ कर दिया। जुआ खेलने और पुलिस पार्टी पर हमला करने के आरोप में जुआरियों को सरगना सहित 19 लोगों को गिरफ्तार किया गया। जबकि 4 जुआरी मौके से फरार हो गये। पुलिस ने इन जुआरियों के कब्जे से 3 लाख रुपये की नगदी, एक तमंचा, कारतूस, 20 मोबाइल व एक स्कार्पियों बरामद किया है। पकड़े गये 19 जुआरियों को रविवार जेल भेज दिया गया।

कंचनपुर मटियारी चिनहट का रहने वााले राम मनोरत यादव पुत्र केशन यादव स्थानीय थाने का हिस्ट्रीशीटर है। देवा रोड पर भी उसने अपना आशियाना बना रखा है। यहां राष्ट्रीय उद्योग इंटर काॅलेज के पास एक खंडहरनुमा मकान में वह सालों से जुए का कारोबार चला रहा था। सूत्रों बताते हैं कि इस अड्डे पर जुआ खेलने दूर-दराज से जुआरी आते थे। यहां रोजाना लाखों रुपये का जुआ होता था। स्थानीय पुलिस के अलावा कुछ आला अधिकारियों से भी अच्छे साटगांठ थे। यहीं कारण है कि स्थानीय पुलिस इस पर कोई कार्यवाही नही कर रही थी। इस बात की जानकारी एडीसीपी पूर्वी एसएम कासिम आब्दी को मिली।

एडीसीपी ने उच्च अधिकारियों को जानकारी देते हुए 40 पुलिसकर्मियों की एक टीम गठित की। इस छापेमारी को अति गोपनीय रखा गया। सादे वर्दी में कुछ पुलिसकर्मी जुआ अड्डा के आस-पास लगाये गये। सूचना पुख्ता हो जाने पर अचानक पुलिस की रेड पड़ी। पुलिस की माने तो जुआरियों ने पुलिस पार्टी पर हमला कर दिया। लेकिन पुलिस फोर्स 19 जुआरियों को गिरफ्तार करने में कामयाब रही।

पकड़े गये जुआरियों के नाम राम मनोरत यादव, विशाल जायसवाल, अशोक कुमार, अमितेन्द्र प्रताप, अखिलेश दीक्षित, आदित्य, विनोद कुमार गुप्ता, फैजू, किशोरी लाल शर्मा, रियाशत अली, अजय कुमार कश्यप, राजेश कुमार, निशार, शलय सिंह, नंदलाल, महेंद्र यादव, अलवाज खान, मोहम्मद शद्ाम व मनीष राज वर्मा हैं। जबकि रिशू उर्फ अंकूर गुप्ता, निमेष यादव उर्फ गुड्डन, मोहम्मद फैज, व तौकीर फरार बताये जा रहे हैं।

जुआ अड्डे को मैनेज करने वाला तौकीर उर्फ नजनूल हक है ग्राम प्रधान

चिनहट के देवा रोड के पास सालों से चल रहे जुआ अड्डे को तौकीर उर्फ नजनूल हक पुत्र गुलाम अली मैनेज करता था। वह हिस्टीशीटर राम मनोरत यादव का दाहिना हाथ भी बताया जाता है। जुए के कारोबार में तौकीर का भी हिस्सा होता था। तौकीर हाल ही में हुये पंचायत चुनाव में प्रधान पद पर निर्वाचित हुआ है। जैनपुर जिले के सुजानगंज ब्लाक के हिम्मतनगर गांव का वह मौजूदा प्रधान है। उसके अपराध के बारे में जैनपुर पुलिस को भनक न लगे इसके लिये उसने अपना नाम नजनूल हक रख लिया है। ब्लाक से मिली जानकारी के अनुसार नजनूल हक पुत्र गुलाम अली मौजूदा पंचायत चुनाव में प्रधान पद पर निर्वाचित हुआ है। बता दें कि 19 दिसम्बर 2020 को चंदन हाॅस्पिटल के पास तौकीर को मोटरसाइकिल सवार बदमाशों ने गोली मार दी थी। गोली मारने के पिछे जुआ का यही अवैध करोबार था।

कुर्क होगी हिस्ट्रीशीटर की बेनामी संपत्ति

अपराध की दुनिया से बनाई गई हिस्ट्रीशीटर की बेनामी संपत्ति को पुलिस जल्द ही कुर्की करेगी। जुआ के अवैध करोबार से चिनहट थाने के हिस्ट्रीशीटर भाईयों ने काफी प्रापर्टी बना रखा है। कंचनपुर मटियारी का रहने वाला राम मनोरत यादव व उसका भाई भुपेन्द्र सिंह यादव उर्फ ठकुरी का लम्बा आपराधिक इतिहास है। दोनो थाने के हिस्ट्रीशीटर हैं।

आपराधिक रंजिश में भुपेन्द्र सिंह यादव उर्फ ठकुरी को वर्ष 2011 में गोली मारी गयी थी। गोली उसकी रीढ़ की हड्डी में जा धंसी थी। इस गोलीकांड में ठकुरी की जान तो बच गयी लेकिन वह हमेशा के लिये बेड रेस्ट पर चला गया। शरीर बिस्तर पर होने के बाद भी वह अपने और भाई की सरपरस्ती पर जुआ का अवैध करोबार चलाता था। एडीसीपी पूर्वी एसएम कासिम आब्दी ने बताया कि इन हिस्ट्रीशीटरों की बेनामी संपत्ति की जल्द ही कुर्की की जायेगी।

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