लखनऊ: लविवि के रिटायर्ड प्रो.राजीव शरण से दोगुने मुनाफे के नाम पर 7.60 करोड़ की ठगी…

लविवि के रिटायर्ड प्रो.राजीव शरण से दोगुने मुनाफे के नाम पर 7.60 करोड़ की ठगी…
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वेबसाइट, व्हाट्सएप ग्रुप से जोड़कर रकम में इजाफा होने का झांसा देते रहे जालसाज। 6 दिसंबर तक शेयर के नाम पर ठगों ने 20 से अधिक बैंक खातों में जमा करवाए 7,69,74,429 रुपये।

लखनऊ। लखनऊ विश्वविद्यालय के रिटायर्ड प्रो.राजीव शरण से साइबर ठगों ने बड़ी जालसाजी कर ली। निवेश के नाम पर कई भरोसेमंद-नामचीन संस्थानों के नाम का झांसा देकर जालसाजों ने 7.60 करोड़ रुपये की रकम हड़प ली।

लालच दिलाने के लिए जालसाज उन्हें वेबसाइट, व्हाट्सएप ग्रुप से जोड़कर उस पर उनसे जमा कराई रकम में रोज इजाफा होता दिखाकर विश्वास में लेते गए।

इंस्पेक्टर साइबर थाना ब्रजेश यादव के मुताबिक प्रो.राजीव शरण सीतापुर रोड एल्डिको इरनिया हाउसिंग सोसाइटी में रहते हैं। वह लविवि के राजनीति विज्ञान विभाग में प्रोफेसर थे। जून 2021 में सेवानिवृत्त हुए थे। बेटा विदेश में रहता है। पूछताछ के दौरान प्रो.राजीव शरण ने बताया कि सितंबर में किसी ने उन्हें 12 सितंबर को व्हाट्सएप ग्रुप एसबीआई सिक्योरिटीज वीआईपी से उन्हें जोड़ा था। ग्रुप पर डीपी एसबीआई की लगी थी।

ग्रुप एडमिन मीरा मोरगन ने लोगों को एसबीआई कैप सिक्योरिटीज लिमिटेड और ग्रुप के बारे में जानकारी दी। इसके बाद ग्रुप की ओर से दूसरी एडमिन गीतिका आनंद ने खुद को शेयर मार्केट में निवेश का एक्सपर्ट बताते हुए जानकारियां दी।

दोगुना मुनाफे का झांसा दिया : प्रो.राजीव शरण ने बताया कि जालसाजों ने उनसे वेबसाइट https://zerodha.kkp-vip.top पर रजिस्टर कराया। बताया गया कि वेबसाइट पर आपकी रकम की बढ़ोतरी की रिपोर्ट प्रति दिन अपडेट होगी। उनके सुझाव अच्छे लगे तो लालच में आकर 17 सितंबर को पहले 50 हजार उनके बताए गए खाते में ट्रांसफर किए। दो दिन बाद वह दोगुना हो गए। इसके बाद रुपये लगाते गए। छह दिसंबर, 2024 तक शेयर मार्केट के नाम पर 7,69,74,429 रुपये जालसाजों के बताए गए खातों में ट्रांसफर करते गए। 20 से अधिक बैंक खातों में ये रकम ट्रांसफर की गई।

रकम निकालने की कोशिश पर हुआ खुलासा : प्रो.राजीव शरण ने बताया कि 15 दिसंबर के आस-पास रकम निकालने की कोशिश की तो वेबसाइट पर ब्लॉक दिखाने लगा। व्हाट्सएप ग्रुप के एडमिन और अन्य मोबाइल नंबरों पर बात करने की कोशिश की तो वह बंद मिले। ठगी का अहसास होने पर परिचितों और परिजन को घटना की जानकारी दी। इसके बाद साइबर थाने पहुंचकर तहरीर दी। इंस्पेक्टर ने बताया कि तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। जांच की जा रही है।

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