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सत्ता में वापसी के लिए समाजवादी पार्टी डाल रही दलितों पर डोरे
लखनऊ (अतुल कुमार सिंह): समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने दलित मतों को अपने पाले में खींचने की खातिर शनिवार को बड़ा एलान किया है। सत्ता में वापसी के समाजवादियों ने अब दलितों पर खुलकर डोरे डालना शुरू कर दिया है।
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शनिवार को अम्बेडकर जयंती पर बाबा साहेब वाहिनी का गठन करने की घोषणा की है। केंद्र सरकार के 14 अप्रैल को अम्बेडकर जयंती पर सार्वजनिक अवकाश की घोषणा पर तंज कसने वाले अखिलेश यादव की घोषणा बड़ा यू टर्न माना जा रहा है। समाजवादी लोहिया के साथ अब आंबेडकर को याद करने की कवायद शुरू कर रहे हैं।
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शनिवार को पार्टी के प्रदेश कार्यालय पर कांग्रेस तथा बसपा के कई नेताओं को समाजवादी पार्टी की सदस्यता ग्रहण कराई। इसी दौरान उन्होंने अम्बेडकर जयंती पर समाजवादी पार्टी की बाबा साहेब वाहिनी के गठन का संकल्प लिया।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अम्बेडकर जयंती पर सपा की बाबा साहेब वाहिनी के गठन का संकल्प लिया है। उन्होंने ने डॉ भीमराव अम्बेडकर जयंती पर पूरे प्रदेश, देश और जिलों में सपा की बाबा साहेब वाहिनी के गठन का ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी अब डॉ भीमराव अम्बेडकर के विचारों पर सक्रिय करेगी और प्रदेश में बाबा साहेब वाहिनी का गठन करेगी। इसका अखिलेश यादव ने ट्वीट भी किया है।
अखिलेश यादव ने ट्वीट किया है कि संविधान निर्माता आदरणीय बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर जी के विचारों को सक्रिय कर असमानता व अन्याय को दूर करने और सामाजिक न्याय के समतामूलक लक्ष्य की प्राप्ति के लिए, हम उनकी जयंती पर जिला, प्रदेश व देश के स्तर पर सपा की बाबा साहेब वाहिनी के गठन का संकल्प लेते हैं। इस एलान को अखिलेश यादव का बड़ा यू टर्न माना जा रहा है।
इससे पहले अखिलेश यादव ने 14 अप्रैल को दलित दीवाली का आह्वान किया था। जिस पर भाजपा के राज्यसभा सदस्य उत्तर प्रदेश के पूर्व पुलिस महानिदेशक ने जोरदार तंज कसा था। अखिलेश यादव ने डॉ भीमराव अम्बेडकर जयंती पर दलित दीपावली मनाने का आह्वान किया था।
उन्होंने बीजेपी सरकार पर तंज करते हुए ट्वीट में लिखा था, भाजपा के राजनीतिक अमावस्या के काल में वो संविधान खतरे में है, जिससे मा. बाबासाहेब ने स्वतंत्र भारत को नयी रोशनी दी थी। इसलिए मा. बाबासाहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर जी की जयंती, 14 अप्रैल को समाजवादी पार्टी उत्तर प्रदेश, देश व विदेश में दलित दीवाली मनाने का आह्वान करती है।
इससे पहले अखिलेश यादव ने पार्टी के प्रदेश मुख्यालय में समाजवादी पार्टी में पूर्व मंत्री राकेश त्यागी, पूर्व विधायक अरशद खान व अनीस के साथ कांग्रेस के कई बड़े नेताओं को पार्टी में शामिल कराया। इनमें रवींद्र कश्यप व उत्तम चंद्र लोधी भी है।
अखिलेश यादव ने इसके बाद कहा कि उत्तर प्रदेश में 2022 में समाजवादी पार्टी की सरकार बनेगी। उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर में हालात बेहद खराब हैं। प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार कोरोना प्रबंधन को लेकर पूरी तरह से फेल है। हर घर के लोग बेहद डरे हैं, सरकार अपनी व्यवस्था में फेल हो गई है। हर जगह पर कोरोना वैक्सीन काफी कम पड़ गई है। शामली में तो बुजुर्ग महिलाओं को कोविड वैक्सीन की जगह पर रैबीज (कुत्ते के काटने पर लगानेवाले इंजेक्शन) को लगा दिया गया। प्रदेश में तो अब कोविड टेस्ट की रिपोर्ट काफी देर में दी जा रही है। लोग काफी परेशान हैं और हालात दिन पर दिन बिगड़ते ही जा रहे हैं।