होम डिलेवरी के दावों के बीच प्रशासन के प्लाॅन में कई खामियां

होम डिलेवरी के दावों के बीच प्रशासन के प्लाॅन में कई खामियां
X
-जिन व्यापारियों को चिंहित किया गया है उन व्यापारियों को माल की आपूर्ति के लिए नहीं है कोई योजना


अजय खंडेलवाल

मथुरा। हाॅटस्पाॅट एरिया में होम डिलेवरी सामान पहुंचाने का दावा करने वाले प्रशासनिक अधिकरी बड़ी चूक कर रहे है। इस चेन की अहम कड़ी थोक विक्रेताओं का उत्पीड़न कोढ़ मे ंखाज की तरह है। ऐेसे में लोगों का धैर्य जबाव देने लगा है। अगर हालात बिगड़े तो पुलिस प्रशासन पूरी तरह से फेल हो जाएगा।

हाॅट स्पाॅट एरिया में प्रशासन खाद्य और जरूरत के सामान की आपूर्ति होम डिलेवरी करने की बात कह रहा है। इस बीच होम डिलेवरी के लिए चयनित दुकानदारों तक माल के पहुंचाने की अभी तक कोई योजना ही नहंी है। शहर के जिस इलाके को सील किया गया है उस इलाके में जवाहर गंज आवश्यक वस्तुओं दाल, चावल, चीनी, आटा, मैदा, अनाज की आपूर्ति का बड़ा केंद्र है।

इस गंज की करीब 10 से 12 दुकानें पूरे शहर के करीब 200 दुकानदारों को आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति करती है। इन दुकानदारों में अधिकांश वो है जिन्होंने होम डिलेवरी का रजिस्ट्रेशन कराया है। ये थोक विक्रेता एक दिन पूर्व फोन पर आॅर्डर लेने के बाद सुबह 4 बजे से सात बजे तक आपूर्ति कर देते है। बुधवार को पुलिस ने इन दुकानदारों को जमकर हड़काया। उनके वीडियो बनाए और मुकदमा दर्ज करने की बात कही। ऐसे में व्यापारी काम बंद करने का विचार कर रहे है। अगर ये आपूर्ति गड़बड़ाई तो होम डिलेवरी का दावा भी हवा-हवाई हो जाएगा। इधर प्रशासन की बेरूखी के बाद अब व्यापारी होम डिलेवरी में भी रूचि नही दिखा रहे है। व्यापारियों ने इस समस्या से व्यापारी कल्याण बोर्ड के चेयरमैन रविकांत गर्ग को भी अवगत कराया है। इस पर गर्ग ने उच्च अधिकारियों से बात करने की बात कही है।

दलालों के माध्यम से हो रहा है व्यापारियों का उत्पीड़न

लाॅकडाउन के दौरान खाद्य वस्तुओं की आपूर्ति में व्यापारियों का योगदान भी कम नहीं है। खुद सरकार ने इन्हें कोरोना योद्धा है। लेकिन शहर में हालात उलट है। यहां कुछ दलालों के माध्यम से पुलिस इनका उत्पीड़न कर रही है। ये दलाल व्यापारियों की वीडियो बनाकर उन्हें धमकाते है। जब कोई धंधे की लाइन नहीं बैठती तो पुलिस को इन्फाॅर्म कर देते है। शहर में ऐसेे कई मामले सामने आए है। लालागंज निकट एक हलवाई के साथ भी कुछ इसी तरह की घटना हुई। उत्तर प्रदेश व्यापारी कल्याण बोर्ड के चेयरमैन रविकांत गर्ग के हस्तक्षेप के बाद उक्त व्यापारी को बख्शा गया। श्रीगर्ग ने कहा कि व्यापारियों के उत्पीड़न की घटनाएं लगातार सामने आ रही है। वो इस मामले में जिले के अधिकारियों से वार्ता करेंगे। इस समय में अगर व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठान बंद कर दिए तो खासी दिक्कतों का सामना करना होगा।

Next Story