मुख्यमंत्री के आदेश पर लखनऊ से मथुरा दौड़े अधिकारी

मुख्यमंत्री के आदेश पर लखनऊ से मथुरा दौड़े अधिकारी
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-जवाहर बाग में 15.93 करोड़ के सौंदर्यीकरण कार्यों में घालमेल की शिकायत पर एक्शन


मथुरा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ड्रीम प्रोजेक्टों में शामिल जवाहर बाग सौंदर्यीकरण के कार्यो में घालमेल की शिकायत के बाद मथुरा से लखनऊ तक करंट दौड़ गया है। मुख्यमंत्री कार्यालय के आदेश के बाद जलनिगम के चेयरमैन ने मामले का संज्ञान लिया और जीएम को खामियां दूर करने के निर्देश दिए। मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने तोड़फोड़ शुरू कर दी है।

गौरतलब है कि ब्रजतीर्थ विकास परिषद के सीईओ ने जवाहर बाग में चल रहे निर्माण कार्यो का निरीक्षण किया था। निर्माण कार्य की गुणवत्ता बेहद घटिया स्तर की मिली थी।

यहां 15.93 करोड़ की लागत से कार्य कराए जा रहे है। ये कार्य जल निगम की निर्माण एवं विकास शाखा द्वारा कराया जा रहा है। मुख्यमंत्री की अध्यक्षता वाला ब्रजतीर्थ विकास परिषद इन कार्यो की माॅनिटरिंग कर रहा है।

परिषद के सीईओ नगेंद्र प्रताप ने इंजीनियरों के साथ जब स्थलीय निरीक्षण में देखा कि प्रवेश द्वार प्लेटफार्म के दोनों ओर निर्मित रैंप बनने के साथ ही चटक गई है। पाथ वे पर बिजली के खंबों के एलायनमेंट गड़बड़ है तथा बोल्ट एक से नहीं लगाए गए है। फुटपाथ के पत्थर टूट गए है, बेतरतीब लगाए गए है। ज्वाइंटिंग बेहद खराब है। ग्रीन हाउस के प्रवेश द्वार का पत्थर अभी से टूट गया है, ओपन जिम में लगे उपकरण मानकों के अनुरूप नहीं है।

इस पर ब्रजतीर्थ विकास परिषद के उपाध्यक्ष शैलजाकांत मिश्रा ने मुख्यमंत्री और विभाग के चेयरमैन गोपबंधु पटनायक को अवगत कराते हुए सुधार के लिए आवश्यक कार्यवाही करने की बात कही है। ये पत्र 16 जून को लिखा गया और 18 जून को लखनऊ से जलनिगम निर्माण एवं विकास शाखा के जनरल मैनेजर राजेश अवस्थी जवाहर बाग पहुंच गए। उन्होंने सभी कार्याे का निरीक्षण बेहद बारीकी से किया और सुधार के लिए तोड़-फोड़ शुरू करा दी। स्वदेश समाचार पत्र से बातचीत में उन्होंने बस इतना ही कहा कि कार्य को बेहतर कराया जा रहा है, मुख्यमंत्री जी की मंशा के अनुरूप ही कार्य होंगे। वो अपनी जांच रिपोर्ट निगम के चेयरमैन को सौंपेंगे। उन्होंने किसी भी प्रकार के अधिकृत बयान से स्पष्ट इन्कार कर दिया।

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