मुड़िया मेला निरस्त करने के बाद प्रशासन को सता रहा है डर, तैयार किया है ये प्लाॅन

मुड़िया मेला निरस्त करने के बाद प्रशासन को सता रहा है डर, तैयार किया है ये प्लाॅन
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मुड़िया मेले का फाइल फोटो


मथुरा। कोरोना बीमारी के चलते एक जुलाई से गोवर्धन में लगने वाला राजकीय मुड़िया पूर्णिमा मेला निरस्त कर दिया गया है। इसके बाद भी प्रशासन को लोगों के जुटने का अंदेशा है। ऐसे में 1 जुलाई से 5 जुलाई तक परिक्रमा व बाहरी लोगों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है। गोवर्धन में भीड़ को रोकने के लिए प्लान के तहत वैरियर लगाये गये हैं। गोवर्धन को जोडने वाली सीमाओं के बाहरी क्षेत्र में 14 व अंदर दस वैरियर बनाये गये हैं। वहीं सुरक्षा व्यवस्थाओं में भीड़ को रोकने के लिए 20 प्रभारी थाना निरीक्षक, 20 उपनिरीक्षक, 120 हैड कांस्टेबल, 20 महिला कांस्टेबल, 20 ट्रैफिक पुलिसकर्मी के अलावा सैक्टर मजिस्ट्रेट की तैनाती की जाएगी। गोवर्धन के दानघाटी मंदिर, मुकुट मुखारविंद मंदिर, जतीपुरा मुखारविंद के पट 8 जुलाई तक बंद हैं। गिरिराज जी के मंदिरों में दुग्धाभिषेक, छप्पन भोग व अन्य मनोरथ कार्यक्रम पहले से ही बंद चल रहे हैं। इस बार सेवाभावी भंडारे व पानी की प्याऊ लगाने वाले भक्त भी रूक गये हैं। वहीं एसडीएम गोवर्धन राहुल यादव ने बताया कि कोरोना संक्रमण काल में मुड़िया पूर्णिमा मेला निरस्त किया गया है। मेला निरस्त होते ही भीड़ को रोकने के लिए प्लान तैयार हो गया है। परिक्रमा मार्ग व उसके आसपास के क्षेत्र में वाहनों का प्रवेश वर्जित रहेगा। धारा 144 का सख्ती से पालन कराया जाएगा। बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश पर रोक है। गोवर्धन से लगी सभी सीमाएं सील कर दी गई है।

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