मथुरा की पंचकोसीय, तीनों वन की परिक्रमा लगाने को उमड़े परिक्रमार्थी

मथुरा की पंचकोसीय, तीनों वन की परिक्रमा लगाने को उमड़े परिक्रमार्थी
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मथुरा। कार्तिक शुक्ल पक्ष की नवमी व गोपाष्टमी पर्व पर तीन वन (जुगल जोड़ी) की परिक्रमा के लिए सोमवार की सुबह से ही परिक्रमार्थी उमड़ पड़े। भक्त हरिनाम संकीर्तन और राधे-राधे जपते हुए परिक्रमा कर पुण्य लाभ कमा रहे हैं। अक्षय नवमी पर अक्षय पुण्य प्राप्त करने की कामना को लेकर एक दिन पूर्व सोमवार से हजारों श्रद्धालु पंद्रहकोसीय परिक्रमा मार्ग पर उमड़ पड़े। इनमें सबसे अधिक संख्या महिलाओं और बच्चों की रही। कार्तिक माह की अक्षय नवमी को परिक्रमा की परंपरा है। इस दिन भगवान श्रीकृष्ण की जन्मस्थली मथुरा, छटीकरा और वृंदावन की परिक्रमा का महत्व है। गोपाष्टमी से ही श्रद्धालुओं ने आस्था भाव के चलते परिक्रमा लगाई। परिक्रमा का यह दौर मंगलवार शाम की देर सायं तक चलेगा। सुबह श्रद्धालुओं ने मथुरा के विश्रामघाट पर यमुना स्नान कर पूजन किया। इसके बाद दूर दराज से आए परिक्रमार्थियों ने परिक्रमा लगाना प्रारंभ किया। शांम होते होते श्रद्धालुओं का रेला और बढ़ता चला गया। आस्था के पथ पर श्रीकृष्ण और राधारानी के जयकारते लगाते हुए भक्तों के कदमों आगे बढ़ते रहे, जिससे परिक्रमा मार्ग पर मानव श्रृंखला बन गई।

परिक्रमार्थियों का उत्साह देखने लायक था। पूरा परिक्रमा मार्ग हरिनाम संकीर्तन और राधे-राधे के स्वरों से गुंजायमान होता रहा। श्रद्धालुओं ने परिक्रमा के दौरान श्रद्धालुओं ने मथुरा में कंकाली देवी मंदिर, भूतेश्वर मंदिर, श्रीकृष्ण जन्मस्थान, महाविद्या देवी मंदिर, चौमुंडा देवी मंदिर, छटीकरा में गरूण गोविंद मंदिर, वृंदावन में बांके बिहारी मंदिर, राधा बल्लभ मंदिर, गोपेश्वर महादेव मंदिर, निधिवन, टटिया स्था आदि मंदिरों आराध्य प्रभु के दर्शन किए। कुछ श्रद्धालुओं ने सिर्फ वृंदावन और कुछ ने मथुरा की पंचकृपंचकोसीय परिक्रमा लगाई। शहर में विभिन्न मार्गो से गुजर रही परिक्रमा के लिए पुलिस को लगाया गया। मुख्य मार्गो पर कभी परिक्रमार्थी तो कभी वाहनों को रोककर व्यवस्था संचालित की गई। कई स्थानों पर परिक्रमा के साथ वाहन दौड़ते नजर आए, इससे परिक्रमार्थी परेशान हुए।

परिक्रमार्थियों की सेवा का पुण्य कमाने के लिए समाजसेवियों में भी होड़ सी लगी रही। परिक्रमा मार्ग जगह-जगह स्वयंसेवी संस्था, आश्रम एवं मंदिरों के संचालकों द्वारा पेयजल, फलाहार, चाय, नाश्ता एवं प्राथमिक चिकित्सा शिविर लगाए गए हैं। नगर निगम प्रशासन द्वारा परिक्रमा में सफाई की व्यवस्था के लिए अतिरिक्त सफाई कर्मी तैनात किए हैं।

परिक्रमा मार्ग में गंदगी देख कर दुखी हुए महापौर

नगर निगम मथुरा वृंदावन के महापौर विनोद अग्रवाल ने सोमवार की अपरान्ह पैदल चलकर मथुरा की परिक्रमा मार्ग का निरीक्षण किया। उनको परिक्रमा मार्ग में सड़क के किनारे जगह जगह गंदगी मिली। जिसे देखकर महापौर दुखी हुए उन्होंने साथ चल रहे नगर निगम के अधिकारियों को परिक्रमा मार्ग से तुरंत गंदगी के ढेर हटाने के आदेश दिए। निरीक्षण के दौरान पत्रकारों से वार्ता में महापौर श्री अग्रवाल ने बताया कि मथुरा वृंदावन की परिक्रमा अक्षय नवमी व देवोत्थान एकादशी को लगाने का विशेष महत्व है। इन पर्वो पर देश के कौने से आए लाखों की संख्या में श्रद्धालु परिक्रमा लगाएंगे। जिसे देखते हुए नगर निगम के अधिकारी परिक्रमा में अव्यवस्थाओं को दुरूस्त करने में विगत 15 दिन से लगे हुए हैं।

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