अपने कृष्ण को सम्मान दिलाने सड़कों पर उतरेंगे सनातनी -देवकीनंदन महाराज

अपने कृष्ण को सम्मान दिलाने सड़कों पर उतरेंगे सनातनी -देवकीनंदन महाराज
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गुरु दक्षिणा में शिष्यों से मांगी शपथ, आगरा मस्जिद से वापस लाएंगे कृष्ण प्रतिमाएं

वृंदावन। श्रीकृष्ण को मानने वाले प्रत्येक सनातनी का कर्तव्य है कि वे आगरा में मस्जिद की सीढ़ियों के नीचे दबे अपने अराध्य के विग्रहों को मुक्त कराने आगे आएं। अगर गुरु दक्षिणा में कुछ देना चाहते हो तो केशवदेव विग्रहों को वापस लाने के लिए किसी भी रूप में अपना योगदान देने की शपथ लो।

ये विचार छटीकरा मार्ग स्थित श्रीप्रियाकांतजू मंदिर पर गुरु पूर्णिमा महोत्सव में मंदिर संस्थापक देवकीनंदन महाराज ने प्रवचन के दौरान आगरा में जामामस्जिद की सीढियों में दबी श्रीकृष्ण जन्मभूमि की केशवदेव प्रतिमाओं के जिक्र में व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि औरंगजेब ने मथुरा के मंदिरों को तोड़कर हिंदुओं की आस्था को अपमानित करते हुए कृष्ण विग्रहों को मस्जिद की सीढ़ियों में दबवा दिया। अब हमने प्रण लिया है कि कृष्ण प्रतिमाओं को अपमान से मुक्त कराकर श्रीकृष्ण जन्मभूमि पर लाएंगे। कहा कि अगर गुरू का कोई संकल्प है तो शिष्यों का भी दायित्व है कि वे इसको पूर्ण कराने में अपना सहयोग दें। भावुक होते हुए उन्होनें कहा कि हम लोगों को कृष्ण कथा सुनाते हैं, पुराणों की कथाएं कहते हैं, जब से पता लगा कि हमारे अराध्य को पैरों तले रौंदा जा रहा है, तब से अपने पर शर्म आती है। कैसे हम इतने वर्षों से इस अत्याचार को सहते आ रहे हैं। अगर इस अपमान को बंद न करा सके तो हमारी भक्ति-पूजा पर धिक्कार है। महाराजश्री ने इस कार्य में सहयोग मांगा तो हजारों शिष्यों ने हाथ उठाकर हर कदम पर साथ देने का संकल्प लिया। महाराजश्री ने कहा कि जल्द ही इसके लिये एक बड़ा कदम उठाया जायेगा। हम सनातनी अपने लोकतांत्रिक अधिकारों, आस्था और आक्रोश के साथ अपने कृष्ण को सम्मान दिलाने सड़कों पर उतरेंगे। हमने भाईचारे का समय दिया है लेकिन हमारे हर शांति प्रयास को ठुकराया गया है। कहा कि श्रीकृष्ण को मानने वाले प्रत्येक सनातनी का कर्तव्य है कि वे आगरा में मस्जिद की सीढ़ियों के नीचे दबे अपने अराध्य के विग्रहों को मुक्त कराने आगे आएं। अगर गुरु दक्षिणा में कुछ देना चाहते हो तो केशवदेव विग्रहों को वापस लाने के लिए किसी भी रूप में अपना योगदान देने की शपथ लो।

विदित हो कि मुगलकालीन कई ऐतिहासिक पुस्तकों एवं लेखों में मुगल शासक औरंगजेब द्वारा मथुरा के मंदिरों में तोड़फोड करने और कृष्ण प्रतिमाओं को आगरा ले जाकर मस्जिद की सीढ़ियों में दबवाने का स्पष्ट उल्लेख है। हिंदु एवं सिक्खों की कई धार्मिक पुस्तकों में भी मुगल आकांताओं द्वारा हिंदु भावनाओं को कुचलने की घटनाओं का वर्णन है। इस आधार पर देवकीनदंन महाराज ने आगरा मस्जिद से कृष्ण विग्रहों की मुक्ति के लिए न्यायालय में याचिका लगाई है। इसमें आगरा मस्जिद इंताजामिया कमेटी, यूपी वक्फ बोर्ड एवं श्रीकृष्ण जन्मस्थान संस्थान मथुरा को नोटिस जारी किए गये हैं। न्यायालय में अगली सुनवाई 11 जुलाई को है।

इससे पूर्व हजारों की संख्या में शिष्यों ने अपने गुरु देवकीनंदन महाराज का चरण पूजन कर आशीर्वाद लिया तथा नवीन शिष्यों ने दीक्षा ली।

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