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उफान पर बह रही यमुना ने शहरी इलाकों में बढ़ाई चिंता
मथुरा/वृंदावन। धर्म नगरी में यमुना अब पूरे उफान पर है, जिससे डूब क्षेत्र की कालोनियों में कोहराम मचाने के साथ ही शहरी इलाकों के निवासियों की भी चिंता बढ़ा दी है। रविवार को पानीघाट क्षेत्र में एक युवक की पानी में डूबने से मौत हो गई। वहीं डीएम द्वारा केशीघाट एवं तटीय इलाकों समेत बाढ़ राहत शिविरों का निरीक्षण किया गया, जिसमें संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए। इधर मथुरा में पवित्र विश्राम घाट पूजा स्थल पर यमुना का पानी हिलोरे मार रहा है। घाट किनारे मेला जैसा नजारा है।
बता दें कि यमुना के जलस्तर में लगातार हो रही वृद्धि ने अब बाढ़ का रूप ले लिया है। बाढ़ के पानी ने जहां यमुना के डूब क्षेत्र में बसी श्याम नगर कालोनी, पानीघाट स्थित दुर्गापुरम कॉलोनी, कालीदह स्थित श्रीजी वाटिका कॉलोनी समेत एक दर्जन से अधिक कालोनियों को अपने आगोश में ले लिया है। वहीं परिक्रमा मार्ग में भी अनेक स्थानों पर कई-कई फुट पानी सड़कों पर हिलोरे मार रहा है, जिसके चलते लोग नावों के सहारे आवागमन करने तथा कुछ लोग जान हथेली पर लेकर पैदल ही बाढ़ के पानी से होकर गुजरने को मजबूर हैं। वहीं डूब क्षेत्र की कालोनियों में बाढ़ के पानी में फंसे लोग अब यमुना का जलस्तर कम होने के बजाय लगातार बढ़ने और परेशानी अधिक होते देख बाढ़ राहत शिविरों में समेत अन्य सुरक्षित स्थानों की ओर पलायन कर रहे हैं।
प्रशासन द्वारा जहां बाढ़ में फंसे लोगों को सुरक्षित निकालने एवं उनकी हरसंभव मदद का दावा किया जा रहा है। वहीं बाढ़ में फंसे लोग प्रशासनिक मदद के दावे को कोरा दावा बताते हुए अपने खर्चे पर संसाधन जुटाकर पलायन करने की बात कह रहे हैं। उनका कहना है कि जब प्रशासन से उन्हें कोई मदद नहीं मिली तो वे नावों में किराया देकर सुरक्षित स्थानों पर जा रहे हैं और नाविक भी उनसे 100 से 200 रुपए प्रति सवारी के हिसाब से वसूल कर रहे हैं।
प्राचीन घाटों पर लौटी यमुना का संतों ने किया पूजन
यमुना का जलस्तर बढ़ने से जहां तटीय इलाकों की कालोनी में रहने वाले लोगों की मुसीबत बढ़ गई है। वहीं यमुना को प्राचीन घाटों पर बहता देख साधु-संतों एवं यमुना भक्तों में खुशी भी देखी जा रही है। सुदामा कुटी के समीप परिक्रमा मार्ग में यमुना का पानी आ जाने पर रविवार को नाभापीठाधीश्वर संतीक्ष्णदास महाराज समेत अन्य संतों ने यमुना महारानी का पूजन किया। साथ ही उनसे अधिक रौद्र रूप न दिखाने की प्रार्थना की गई, जिससे लोगों को जान-माल का नुकसान झेलना पड़े।
बाढ़ के पानी ने ली एक युवक की जान
पानीघाट क्षेत्र स्थित एक आश्रम में रहने वाले एक युवक की बाढ़ के पानी में डूबकर मौत हो गई। मृतक मूल रूप से अछनेरा के पास पूना रायवा गांव का निवासी जीतू (27) बताया गया है, जो करीब 7 साल से यहां रह रहा था। बताया जा रहा है कि युवक आश्रम के समीप मार्ग पर बह रहे बाढ़ के पानी से होकर निकल रहा था कि अचानक गहरे पानी में डूब गया। शोर मचाने पर आसपास के लोगों ने उसे पानी से निकाला और ट्रैक्टर में डालकर आरके मिशन अस्पताल ले गए। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। आश्रम में रहने वाले श्रीराम पांडे ने बताया कि युवक के माता-पिता नहीं थे, उसके जीजा और बहन को सूचना दे दी है।
महापौर राहत शिविर में पहुंचे, बाढ़ पीड़ितों से व्यवस्था के बारे में पूछा
मथुरा वृंदावन मार्ग स्थित बिड़ला मंदिर पर बने बाढ़ राहत शिविर का रविवार को महापौर विनोद अग्रवाल ने निरीक्षण किया। यहां पर एक एक बाढ़ पीड़ितों के पास जाकर की गई व्यवस्था के बारे में पूछा। हर कोई व्यवस्था को तो दुरुस्त बता रहा था, पर बाढ़ में हुए नुकसान को लेकर भी चिंतित दिखे। फिलहाल बिड़ला मंदिर राहत शिविर में लगभग 500 से अधिक बाढ़ पीड़ित हैं। इस संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है। सहायक नगर आयुक्त राजकुमार मित्तल ने बताया कि गणेश टीले के पास रूहानी सत्संग आश्रम में भी बाढ़ राहत शिविर बनाया गया है। यहां भी बाढ़ पीड़ित आराम से रह सकेंगे।
नौहझील, शेरगढ़ में बाढ़ से हालात बेकाबू, पुलिस ने कई लोगों की बचाई जान
मथुरा । दिल्ली के बाद मथुरा में लगातार यमुना का जलस्तर बढ़ने से तटीय क्षेत्रों में पानी के बहाव से हाहाकार मचा हुआ है। यमुना का बढ़ता जलस्तर ग्रामीणों को पलायन करने को मजबूर कर रहा है। सबसे ज्यादा हालत नौझील और शेरगढ़ के दर्जनों गांव का खराब है। यहां ग्रामीणों का आने जाने का संपर्क मार्ग टूट चुका हैं। खेतों से लेकर घरों के अंदर कई कई फुट पानी भरने से और उस पानी के बहाव के मंजर को देख ग्रामीणों की रूह कांप रही है। क्षेत्रीय विधायक राजेश चौधरी निरंतर एनडीआरएफ टीम के साथ जल प्लावन वाले क्षेत्रों में प्रभावित लोगों की मदद में जुटे हुए है। नौझील क्षेत्र के गांव रविवार सुबह मुकदमपुर से इनायत की ओर जाने वाले मार्ग पर यमुना के पानी में गहरा बहाव होने के कारण भारत के भट्टे पर मजदूरी को जा रहे बिहार निवासी गोगी मान पुत्र बनारस का अचानक पैर फिसल गया और पानी के बहाव में वह गया। यह देख आसपास के ग्रामीण एकत्र हो गए और मजदूर ने अपनी जान बचाने को भरपूर कोशिश की मगर तेज बहाव में अपने आप को संभाल नहीं सका। सूचना पर यमुना पुल चौकी प्रभारी आदेश कुमार ने अपनी जान जोखिम में डालकर यमुना में छलांग लगा दी और उस बहते हुए मजदूर को सकुशल बाहर निकाल कर परिजनों के सुपुर्द किया। वहीं गांव छीनपराई में शेरगढ़ नौझील रोड पर पट्टे के समीप पानी की रैंप के पास पांच किशोर नहाते में के पानी के बहाव में बह गए। ग्रामीणों की सूचना पर पुलिस, एनडीआरएफटीम और गोताखोरों की मदद से यमुना पानी में घुसकर रामू पुत्र भूप सिंह और पंकज पुत्र समरू सहित पांचो को कड़ी मशक्कत के बाद यमुना के अंदर से सकुशल बाहर निकाला। देर रात शेरगढ़ नौझील रोड पर ससुराल आए बोलेरो सवार हाथरस सासनी निवासी सोनू कुमार पुत्र मनोहर लाल की बोलेरो गाड़ी रोड पर पानी के बहाव में फस गई। किसी तरह चालक ने गाड़ी को पानी में फंसता देख बीच में खड़ी कर पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलते ही नौहझील प्रभारी निरीक्षक और यमुना पुल चौकी प्रभारी आदेश कुमार पुलिस फोर्स के साथ चालक द्वारा बताए गए स्थान पर पहुंच कर जेसीबी और क्रेन की मदद से पुलिस ने गहरे पानी की चिंता ना करते हुए यमुना में घुस कर बोलेरो गाड़ी सवार सभी लोगों को यमुना के पानी से बाहर निकाल कर उनको सकुशल घर पहुंचाया।