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एक थप्पड़ ने बचपन की दोस्ती को बनाया खूनी
मुठभेड के बाद आरोपी बोला- मंत्री के नाती ने मुझे थप्पड़ मारा था, शूट करके बदला लिया
झांसी। महानगर में राज्यमंत्री मनोहर लाल पंथ के नाती अधिवक्ता प्रवीण कोरी को गोली मारकर घायल कर दिया था। घटना के चार दिन बाद ही बीते बुधवार को पुलिस ने मुठभेड़ में पैर में गोली मारकर उसके दोस्त भरत यादव को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस पूछताछ में भरत यादव से कई अहम खुलासे किए।
भरत यादव ने पुलिस को बताया कि, 2020 में मेरे ऊपर कोतवाली थाना में 2 मामले दर्ज हुए थे। पहला घर में घुसकर मारपीट करने और दूसरा अवैध तमंचा रखने का। मुझे पुलिस ने गिरफ्तार करके जेल भेज दिया था। पड़ोसी होने के नाते प्रवीण मेरा अच्छा दोस्त था और वकालत करता था। तब उसने बिना फीस लिए मेरी पैरवी की। उसी की बदौलत मुझे जेल से रिहाई मिली थी। आरोपी भरत यादव और प्रवीण वर्मा सूजे खां की खिड़की अंदर मोहल्ला में रहते हैं। भरत ने पुलिस को आगे बताया कि, प्रवीण ने मुझे जेल से छुड़ाया और न्यायालय में केस लड़ने लगा। इससे हमारी दोस्ती और मजबूत हो गई।
अप्रैल-मई 2023 में नगर निगम के चुनाव हुए तो प्रवीण ने वार्ड 20 से पार्षद पद के लिए निर्दलीय पर्चा भरा। मैंने दिन-रात करके उसका प्रचार किया और वोट मांगे। लेकिन वो हार गया। नवरात्रि में प्रवीण के घर के पास देवी मां की प्रतिमा रखी थी। किसी वजह से प्रवीण ने मेरे एक दोस्त को थप्पड़ मार दिया। दोस्त ने मुझे बताया तो पंचायत बुलाया गई। वहां पर प्रवीण ने दोबारा मेरे दोस्त को पीट दिया। मैंने विरोध किया तो मुझे सबके सामने थप्पड़ मार दिया। यह मुझे अच्छा नहीं लगा और मैंने इस बेइज्जती का बदला लेने की ठान ली। तभी से प्रवीण से रंजिश रखने लगा और मौका की तलाश में जुट गया।
दो कारतूस मिस हुए, तीसरे में प्रवीण पर फायर हुआ
पुलिस के अनुसार, थप्पड़ मारने के करीब 18 दिन बाद 4 नवंबर की रात को प्रवीण वर्मा अपने घर के आसपास टहल रहा। भरत को बदला लेने का यह सबसे अच्छा मौका लगा। वह अपने साथी मैरी गांव निवासी शिवम अहिरवार के साथ पहुंचा और उसने बिना बात किए तमंचा से सीधे फायर कर दिया। वह प्रवीण की हत्या करना चाहता था, लेकिन तभी दो फायर मिस हो गए। तीसरी बार में फायर हुआ तो गोली जबड़े के आर-पार हो गई और प्रवीण लहूलुहान हो गया। गोली की आवाज सुनकर प्रवीण का साथी बीच में आ गया। इसके बाद भरत अपने साथी शिवम के साथ फरार हो गया था।
फरीदाबाद में काटी फरारी
प्रवीण राज्यमंत्री का नाती है, जब उसे गोली लगी तो झांसी से लेकर लखनऊ तक हड़कंप मच गया। पुलिस भरत और शिवम की तलाश में जुट गई। पुलिस की ताबड़तोड़ छापामारी देखकर भरत ने झांसी छोड़ दिया और भागकर अपने दोस्त के पास फरीदाबाद चला गया। अब उसे थोड़ा मामला शांत लगा तो वह झांसी लौट आया। बुधवार को वह शिवम के साथ पडरी से अंजली माता मंदिर की ओर जा रहा था। मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने नाकाबंदी कर उसे रोकना चाहा। तब आरोपियों ने तमंचा से पुलिस पर फायरिंग कर दी। एक गोली इंस्पेक्टर के सीने में जा लगी। हालांकि बुलेटपु्रफ जैकेट होने के कारण इंस्पेक्टर बाल-बाल बच गए। इसके बाद पुलिस ने जवाबी फायरिंग की। पैर में गोली लगने से भरत गिर पड़ा। यह देख शिवम ने समर्पण कर दिया। अब दोनों से पूछताछ की जा रही है।