जौनपुर: न्यू सीवर लाइन डालने की 'अमृत योजना' बन गई 'जहर योजना

जौनपुर: न्यू सीवर लाइन डालने की अमृत योजना बन गई जहर योजना
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न्यू सीवर लाइन डालने के कार्य का नाम ‘अमृत योजना’ है। यह नगरवासियों के साथ अब कार्यदायी संस्था के लिये अमृत योजना नहीं, बल्कि ‘जहर योजना’ हो गयी है।

जौनपुर: नगर में इस समय हो रहे न्यू सीवर लाइन डालने के कार्य का नाम 'अमृत योजना' है। यह नगरवासियों के साथ अब कार्यदायी संस्था के लिये अमृत योजना नहीं, बल्कि 'जहर योजना' हो गयी है।

जी हां! जहां मध्यम गति से हो रहे कार्य के चलते स्थानीय लोगों के अलावा राहगीरों को काफी दिक्कत से जूझना पड़ रहा है, वहीं अब कार्यदायी संस्था से जुड़े एक अन्य संस्थान अपने अब तक कराये गये कार्य हेतु भुगतान के लिये दर-दर भटक रही है।

इसी को लेकर कार्यदायी संस्था से जुड़े श्री साईं इंफ्रास्ट्रक्चर्स लखनऊ के जिम्मेदार अखिलेश राय ने शुक्रवार को जिलाधिकारी सहित अधिशासी अभियंता जल निगम जौनपुर, संयुक्त प्रबन्धक निदेशक वाराणसी क्षेत्र उत्तर प्रदेश जल निगम वाराणसी, मुख्य अभियंता वाराणसी क्षेत्र उत्तर प्रदेश जल निगम वाराणसी, अधीक्षण अभियंता वाराणसी क्षेत्र उत्तर प्रदेश जल निगम वाराणसी के अलावा सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को डाक द्वारा पत्र प्रेषित करते हुये भुगतान कराने की मांग किया है।

उनके अनुसार टेक्नोक्राफ्ट प्राइवेट लिमिटेड नोयडा के मालिक संजय त्यागी, राजीव त्यागी एवं तकनीकी परियोजना प्रबन्धक सौदान सिंह से मिलकर श्री साईं इंफ्रास्ट्रक्चर्स लखनऊ द्वारा अमृत योजना के अन्तर्गत शेषपुरा से कलेक्टेªट तिराहे तक सहित एकाध अन्य जगह न्यू सीवर लाइन डालने का कार्य चल रहा है।

बीते 2020 के जून माह से शुरू कार्य का प्रथम भुगतान 2020 के नवम्बर में किया गया जो सहमति के अनुसार नहीं था। राजीव त्यागी द्वारा बकाया राशि के भुगतान हेतु एक माह का समय मांगा गया। साथ ही जनवरी 2021 में भुगतान न होने से कार्य बन्द कर दिया गया। बकाया भुगतान 3 करोड़ 91 लाख रूपये है तथा 18 लाख रूपये कार्यदायी संस्था के राजीव त्यागी को जल निगम कार्यालय में दिया गया। उसे मांगा गया जिसको वापस करने के लिये राजीव त्यागी ने 10 दिन का समय लिया था। 40 से 45 लाख रूपये के सामग्री मेरे द्वारा जो कार्यदायी संस्था से खरीदा गया था, वह भी है। सभी बकाया का योग 4 करोड़ 50 लाख रूपये है।

शिकायतकर्ता श्री राय के अनुसार वह कार्यदायी संस्था से जुड़े कर्मचारी केसी शर्मा, वेद प्रकाश मिश्रा, अमित, श्रीनाथ सिंह से भुगतान की बात की गयी तो सभी ने मिलकर बदसलूकी किया। इतना ही नहीं, कहा गया कि टेक्नोक्राफ्ट प्राइवेट लिमिटेड के मालिक तुम्हें जेल भेजवा देंगे। साथ ही यह भी कहे कि जौनपुर कार्यालय का ताला बंद करके सब लोग घर चले जाओ और अखिलेश राय को कोई भी हिसात मत दो। इसी को लेकर परेशान अखिलेश राय ने टेक्नोक्राफ्ट प्राइवेट लिमिटेड नोएडा से भुगतान दिलवाने के लिये उपरोक्त अधिकारियों के समक्ष डाक द्वारा पत्र प्रेषित करते हुये न्याय की गुहार लगायी है।

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