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सरहद में गायों के दफन पर भड़का आक्रोश, जिलाधिकारी बांदा ने दिए जांच के आदेश
- सीडीओ को सौंपी जांच
बांदा। प्रशासन पर सैकड़ों गायों की सामूहिक हत्या का आरोप विभिन्न संगठन के पदाधिकारियों ने लगाया है। जिले के विभिन्न क्षेत्रों से सैकड़ों बेसहारा गाय पकड़़कर मध्यप्रदेश में छोड़ने का आरोप है। स्थानीय लोगों ने वाहन से ले जायी जा रही कई दर्जन गायों की मौत के बाद उन्हें सीमा पर ही एक खेत में मामूली मिट्टी आदि से दफन किया। यह बात सार्वजनिक होते ही लोगों में जबर्दस्त आक्रोश व्याप्त हो गया। कार्यवाही की मांग को लेकर विभिन्न संगठनों ने नरैनी चौराहा में प्रदर्शन किया। प्रशासन ने पूरे मामले में चुप्पी साध रखी है। प्रत्यक्षदर्शियों ने एसडीएम, ईओ, पशु अधिकारी व आरटीओ पर आरोप लगाते हुए कहा कि मौरंगभरे ट्रकों के निकलने के समय सांठगांठ के कारण इन मवेशी से भरे ले जाए जा रहे ट्रकों को भी नहीं रोका गया। अन्यथा यह रास्ते में ही बचा लिए जाते। क्षेत्रीय लोगों के साथ विभिन्न संगठनों ने सैकड़ो गायों की हत्या का गंभीर आरोप लगाया है।
मुख्य चौराहा बाँदा, कालिंजर, करतल, व अतर्रा मार्ग पर सुबह 11 बजे रस्सियां बाधकर जाम लगा दिया । इस जाम के लगने से उत्तर प्रदेश व मध्यप्रदेश सीमा का आवागमन बन्द हो गया जिससे लोगों को भारी मुसीबतों का सामना करना पड़ा विश्व हिंदू परिषद परिषद तहसील के गौरक्षक विनोद दीक्षित की अगुवाई में सौरभ गौतम, मानू चौरसिया, कुलदीप, विष्णु, ठाकुर अंकित सिंह, रोहित सोनी, बजरंग दल गौ सेवा प्रमुख नरैनी के सोनू करवरिया व बुंदेलखंड किसान यूनियन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्रवण शर्मा की अगुवाई में श्रीकांत मिश्रा, अंकित मिश्रा, जयप्रकाश सहित अन्य दल के लोग व समाजसेवियों ने चक्का जाम कर यातायात व्यवस्था को ठप्प कर दिया।
विधायक ने किया समझाने का प्रयास -
चक्काजाम लगने के आधा बाद मौके पर पहुंचे क्षेत्रीय विधायक राजकरन कबीर ने दल के लोगों को समझाने का प्रयास किया और कहा दो दिन के अंदर मैं जांच करा कर कार्यवाही कराऊंगा परंतु वह लोग नहीं माने । कुछ देर बाद जाम खुलवाने के लिए अतर्रा पुलिस क्षेत्राधिकारी आनंद पांडे ने समझाने का प्रयास किया लेकिन धरना करने वाले दल के लोग नहीं माने। उनकी प्रमुख मांग थी कि जब तक मौके पर कोई जिला स्तरीय सक्षम अधिकारी नहीं आता और दोषी अधिकारियों के विरुद्ध गौ अधिनियम के तहत हत्या का मुकदमा दर्ज नहीं किया जाता तब तक यह चक्काजाम नहीं खुलेगा ।इसके बाद समय करीब 3ः30 बजे जिलाधिकारी के निर्देश पर मोके पर पहुचे मुख्य विकास अधिकारी बांदा वेद प्रकाश मौर्य ने दल के लोगों को समझाते हुए लिखित आश्वसन देते हए कहा कि उक्त प्रकरण की जाँच दो दिन के अंदर करवा कर दोषी पाए जाने वाले अधिकारी व कर्मचारी के विरुद्ध कार्यवाही प्रभावी ढंग से सक्षम अधिकारी से कराई जाएगी। तभी प्रदर्शन कर रहे दल के लोग माने और जाम खोल दिया।
जिलाधिकारी ने दिए निर्देश -
जिलाधिकारी बांदा अनुराग पटेल ने मामले को संज्ञान में लेते हुए जाँच के आदेश दे दिए। जिलाधिकारी पटेल ने मुख्य विकास अधिकारी वेद प्रकाश मौर्य को जांच अधिकारी नामित किया है। उन्हें निर्देश दिये हैं कि मामले की विस्तृत जांच कर दो दिनों के अन्दर अनिवार्य रूप से रिपोर्ट उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। जिससे उपरोक्त प्रकरण की अग्रिम कार्यवाही की जा सके।